शिमला: प्रदेश के सबसे बड़े अस्प्ताल आईजीएमसी में इंटर्न डॉक्टरों का विरोध प्रदर्शन दूसरे दिन भी जारी(Intern doctors' protest in Shimla) है.2016 बैच के इंटर्न डॉक्टरों ने अपनी मांगों को लेकर आईजीएमसी परिसर में प्रदर्शन किया. इस दौरान उन्होंने बैनर व बोर्ड लेकर सरकार के खिलाफ विरोध प्रदर्शन कर नौकरी देने की मांग की. इंटर्न डॉक्टर ने वार्ड और ओपीडी में ड्यूटी नहीं दी ,जिसके कारण मरीजों को परेशानियों का सामना करना पड़ा.
इंटर्न डॉक्टरों की मांग है कि 6 मई को उनका टर्न पूरा हो रहा. सरकार ने उनकी रोजगार के लिए कोई प्रावधान नहीं किया, इसको लेकर विरोध किया जा रहा. इंटर्न डॉक्टर रजत ने बताया कि 2016 बैच के लगभग 300 डॉक्टर, जिनका 6 मई को टर्न पूरा हो रहा है.सरकार ने उन्हें रोजगार देने का दावा किया था ,लेकिन अभी तक कोई प्रावधान नहीं किया गया.
प्रदेश में सभी मेडिकल कॉलेजों में डॉक्टरों की पोस्ट खाली पड़ी, लेकिन सरकार नहीं भर रही .उन्होंने कहा कि हिमाचल में 7500 डॉक्टरों को जरूरत है, जबकि मात्र 2500 डॉक्टर्स ही कार्यरत हैं. पीएचसी, सीएचसी और अन्य अस्पतालों में डॉक्टर्स की कमी और डॉक्टर्स 48 घंटे ड्यूटी कर रहे. उन्होंने कहा कि सरकार ने 144 पद भरने की अधिसूचना जारी की थी,लेकिन इसके लिए वॉक इन इंटरव्यू करवाने की बात की जा रही है. इससे बाहरी राज्यों के डॉक्टर भी इसमें शामिल होंगे,जबकि इससे पहले कैंपस इंटरव्यू करवा कर इंटर्नशिप पूरी होने से पहले ही नियुक्तियां दी जाती रही है.