शिमला: देश भर में कोरोना वायरस का कहर जारी है. कोरोना के चलते देश भर में पिछले 2 महीने से लॉकडाउन. लॉकडाउन के कारण एक ओर लोगों की आर्थिकी पर असर पड़ा है तो दूसरी ओर कुछ ऐसे भी लोग हैं जो जान की परवाह किए बिना इस संकट की घड़ी में कोरोना वॉरियर्स की भूमिका निभा रहे हैं. कोरोना वॉरियर्स दिन-रात जनता की सेवा कर रहे हैं. प्रदेश के सबसे बड़े अस्पताल आईजीएमसी में सुरक्षा कर्मी भी किसी कोरोना वॉरियर्स से कम नहीं हैं, वो भी इस मुश्किल की घड़ी में अपनी सेवाएं दे रहे हैं.
आईजीएमसी शिमला में सुरक्षा कर्मी स्पीकर के माध्यम से लोगों को कोरोना वायरस के बारे में जागरूक कर रहे हैं. सुरक्षा कर्मी अस्पताल में आने वाले मरीजों और तीमारदारों को भी कोरोना वायरस के संक्रमण से बचने के लिए जानकारी दे रहे हैं. सुरक्षा कर्मी लोगों को सोशल डिस्टेंसिग का पालन करने और अस्पताल में न थूकें की हिदायत भी दे रहे हैं.
गौर रहे कि सरकाघाट के कोरोना संक्रमित युवक की मौत के बाद सुरक्षा कर्मी ने ही शिमला में शव को उठाने और श्मशान घाट तक पहुंचाने में अहम भूमिका निभाई थी. जिसे देखते हुए रविवार को आईजीएमसी प्रशासन और सुरक्षा कम्पनी ने अपने 124 गार्डों को सम्मानित किया और उन्हें मेडल और प्रशस्ती पत्र दे कर उनके कार्य को सराहा और उन्हें सम्मानित किया गया.
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