शिमला: कोरोना की रफ्तार भले ही प्रदेश में बढ़ रही हो, लेकिन निगम की बसों में सवारियां पहले से ज्यादा सफर कर रही है. सवारियों में इजाफे का दावा एचआरटीसी प्रबंधन कर रहा है. एचआरटीसी के एमडी यूनुस ने बताया शिमला में निगम की 200 बसे चल रही है. उनका कहना था कि कोरोना संकट के दौरान जब जून में निगम की बसों को चलाया गया तो करीब 25 फीसदी सवारियां मिल रही थी, लेकिन अब धीरे-धीरे लोगों की संख्या में इजाफा हो रहा और करीब 40 प्रतिशत सवारियां सफर कर रही हैं. उन्होंने कहा कोरोना को देखते हुए बसों को रोज धोकर सेनिटाइज किया जा रहा है.
जहां सवारी वहां पर बस
उन्होंने बताया जहां सवारियां मिल रहीं हैं वहां बसों का संचालन किया जा रहा है. यह भी देखा जा रहा है कि हमारे जो डीजल सहित आदि खर्चा आता है. वह निकल पा रहा है या नहीं. उन्होंने कहा कि निगम पूरा प्रयास कर रहा कि कोविड नियमों का पालन कर बसों को चलाया जाए. बसों का संचालन कम हुआ है, लेकिन कोशिश यह की जा रही कि अगर ज्यादा नहीं तो कम से कम एक-दो बस उन जगहों पर चले जहां बस सेवा कोविड के पहले चलती थी.
कोरोना काल में हुआ नुकसान
कोरोना संकट का असर सबसे ज्यादा एचआरटीसी पर पड़ा. कोरोना से पहले जहां निगम को 70 करोड़ रुपये प्रति महीना की आय थी. वहीं, अब यह घट कर कम हो गई. लोग सोशल डिस्टेंसिंग सहित अन्य सावधानियों के चलते निजी वाहनों से सफर करना ही उचित समझ रहे, इसका असर भी बस सेवा पर पड़ रहा है.
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