शिमला: हिमाचल प्रदेश परिवहन निगम कंडक्टर यूनियन ने वेतन विसंगति दूर न होने पर सरकार और निगम प्रबंधन के खिलाफ मोर्चा खोल दिया है. दरअसल, बुधवार को पहले यूनियन ने शिमला के एक निजी होटल में बैठक की और इसके बाद निगम मुख्यालय के बाहर सरकार और प्रबंधन के खिलाफ नारेबाजी की. वहीं, यूनियन ने निगम प्रबंधन को एक मांग पत्र भी सौंपा. जिसमें सरकार और निगम प्रंबधन को वेतन विसंगति दूर सहित अन्य मांगों को पूरा करने के लिए 45 दिनों का समय दिया. वहीं, निगम प्रबंधन को चेतावनी भी जारी की यदि 45 दिनों में मांगे पूरी नहीं हुई तो यूनियन प्रदेशभर में उग्र आंदोलन करेगी.
एचआरटीसी कंडक्टर यूनियन के प्रांतीय प्रधान कृष्ण चंद ने कहा कि वेतन विसंगतियों सहित परिचालकों की अन्य मांगों को यूनियन पहले ही निगम प्रबंधन और सरकार को अवगत करवा चुकी है. उन्होंने कहा कि बीत दिन निगम प्रबंधन की कंडक्टर यूनियन के साथ हुई बैठक में प्रबंधन ने वेतन विसंगति 5910-20200 (2400 ग्रेड पे) 9880 पे स्केल पर एक महिने भीतर हल करने का आश्वासन दिया था, लेकिन बुधवार को हुई बैठक में यूनियन ने फैसला लिया है कि यूनियन एक महिने नहीं बल्कि प्रबंधन को 45 दिनों का समय देगी.
कृष्ण चंद ने कहा कि यदि इन 45 दिनों में वेतन विसंगति दूर नहीं हुई तो कंडक्टर प्रदेश भर में आंदोलन करेंगे. जिसकी जिम्मेवारी निगम प्रबंधन की होगी. गौरतलब है कि एचआरटीसी ड्राइवर यूनियन पहले भी स्ट्राइक कर चुके हैं और अपनी मांगों को लेकर सरकार से भी बात की थी, लेकिन उनकी मांग अभी भी पूरी नहीं की गई है और अब कंडक्टर यूनियन भी आंदोलन के राह पर चल पड़े हैं. ऐसे में आने वाले समय में एचआरटीसीको काफी नुकसान हो सकता है.
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