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इस बार PG कोर्सेज में प्रवेश परीक्षा नहीं बल्कि मैरिट के आधार पर छात्रों को प्रवेश देगा HPU

हिमाचल प्रदेश विश्वविद्यालय सत्र 2020-21 के लिए पीजी कोर्सेज में छात्रों को प्रवेश मेरिट के आधार पर देगा. इस बार कोविड-19 की परिस्थितियों के चलते पीजी कोर्सेज के लिए प्रवेश परीक्षाएं करवाने में विश्वविद्यालय असमर्थ है. इसी के चलते विश्वविद्यालय प्रशासन की ओर से यह बड़ा फैसला लिया गया है कि इस सत्र में छात्रों को पीजी कोर्स में प्रवेश यूजी की मेरिट के आधार पर ही दिया जाएगा और प्रवेश परीक्षाएं नहीं करवाई जाएगीं.

HPU will give admission to students on the basis of merit in PG courses
फोटो.
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Published : Oct 1, 2020, 8:09 PM IST

शिमला: हिमाचल प्रदेश विश्वविद्यालय सत्र 2020-21 के लिए पीजी कोर्सेज में छात्रों को प्रवेश मेरिट के आधार पर देगा. इस बार कोविड-19 की परिस्थितियों के चलते पीजी कोर्सेज के लिए प्रवेश परीक्षाएं करवाने में विश्वविद्यालय असमर्थ है.

इसी के चलते विश्वविद्यालय प्रशासन की ओर से यह बड़ा फैसला लिया गया है कि इस सत्र में छात्रों को पीजी कोर्स में प्रवेश यूजी की मेरिट के आधार पर ही दिया जाएगा और प्रवेश परीक्षाएं नहीं करवाई जाएगीं. एचपीयू कुलपति की ओर से यह स्पष्ट कर दिया गया है कि कोविड-19 की वजह से पीजी प्रवेश के लिए पहले ही देरी हो चुकी है.

एमएचआरडी की ओर से सभी विश्वविद्यालयों को 30 अक्टूबर तक पीजी कोर्स में प्रवेश की प्रक्रिया को पूरा करने के आदेश जारी किए गए हैं. इस स्थिति को देखते हुए विश्वविद्यालय ने यह फैसला लिया है कि इस सत्र पीजी कोर्स के लिए प्रवेश परीक्षाएं ना करवाते हुए छात्रों को मेरिट के आधार पर ही प्रवेश दिया जाएगा.

एचपीयू कुलपति का कहना है कि अगर विश्वविद्यालय पीजी कोर्स के लिए प्रवेश परीक्षाएं करवाता है तो इसमें अधिक समय लगेगा और एमएचआरडी की ओर से तय की गई समय अवधि के बीच में प्रवेश की प्रक्रिया पूरी नहीं हो पाएगी.

इसी के चलते इस बार प्रवेश मेरिट के आधार पर ही करवाया जाएगा. कुलपति ने यह भी स्पष्ट किया है कि कोविड-19 की वजह से एचपीयू में एमबीए और एमसीए जैसे प्रोफेशनल कोर्स के लिए करवाई जाने वाली ग्रुप डिस्कशन और इंटरव्यू की प्रक्रिया भी इस बार नहीं हो पाएगी. वहीं एमफिल,एलएलएम कोर्स में भी मेरिट के आधार पर ही छात्रों को प्रवेश दिया जाएगा.

बता दें कि एचपीयू की ओर से पीजी कोर्सेज में प्रवेश, प्रवेश परीक्षा की मेरिट के आधार पर ही दिया जाता है. जब से प्रदेश में यूजी में रूसा प्रणाली को लागू किया गया है तब से विश्वविद्यालय में पीजी कोर्सेज में प्रवेश के लिए प्रवेश परीक्षाएं करवाई जा रही हैं और प्रवेश परीक्षाओं की मेरिट बनाकर ही पीजी कोर्सेज की सीटों को भरा जाता है, लेकिन इस बार कोविड ने एचपीयू की इस पूरी प्रक्रिया को ही बदल दिया है और अब विश्वविद्यालय पीजी कोर्सेज में यूजी की मेरिट पर ही प्रवेश करवाने के लिए विवश हो चुका है. अब जिन भी छात्रों ने पीजी कोर्स में प्रवेश के लिए ऑनलाइन आवेदन किया है उन्हें यू जी की मेरिट पर ही प्रवेश विश्वविद्यालय देगा.

बीएड कोर्स में प्रवेश के लिए करवाई जाएगी

प्रवेश परीक्षा एचपीयू कुलपति की ओर से यह भी स्पष्ट किया गया है कि विश्वविद्यालय की ओर से बीएड कोर्स में प्रवेश के लिए प्रवेश परीक्षा करवाई जाएगी. 27 अक्टूबर को इस प्रवेश परीक्षा का आयोजन किया जाएगा और प्रवेश परीक्षा की मेरिट के आधार पर ही प्रदेश के 2 सरकारी बीएड कॉलेजों के साथ 73 निजी बीएड कॉलेजों में जितनी सीटें है उन पर छात्रों को प्रवेश दिया जाएगा.

शिमला: हिमाचल प्रदेश विश्वविद्यालय सत्र 2020-21 के लिए पीजी कोर्सेज में छात्रों को प्रवेश मेरिट के आधार पर देगा. इस बार कोविड-19 की परिस्थितियों के चलते पीजी कोर्सेज के लिए प्रवेश परीक्षाएं करवाने में विश्वविद्यालय असमर्थ है.

इसी के चलते विश्वविद्यालय प्रशासन की ओर से यह बड़ा फैसला लिया गया है कि इस सत्र में छात्रों को पीजी कोर्स में प्रवेश यूजी की मेरिट के आधार पर ही दिया जाएगा और प्रवेश परीक्षाएं नहीं करवाई जाएगीं. एचपीयू कुलपति की ओर से यह स्पष्ट कर दिया गया है कि कोविड-19 की वजह से पीजी प्रवेश के लिए पहले ही देरी हो चुकी है.

एमएचआरडी की ओर से सभी विश्वविद्यालयों को 30 अक्टूबर तक पीजी कोर्स में प्रवेश की प्रक्रिया को पूरा करने के आदेश जारी किए गए हैं. इस स्थिति को देखते हुए विश्वविद्यालय ने यह फैसला लिया है कि इस सत्र पीजी कोर्स के लिए प्रवेश परीक्षाएं ना करवाते हुए छात्रों को मेरिट के आधार पर ही प्रवेश दिया जाएगा.

एचपीयू कुलपति का कहना है कि अगर विश्वविद्यालय पीजी कोर्स के लिए प्रवेश परीक्षाएं करवाता है तो इसमें अधिक समय लगेगा और एमएचआरडी की ओर से तय की गई समय अवधि के बीच में प्रवेश की प्रक्रिया पूरी नहीं हो पाएगी.

इसी के चलते इस बार प्रवेश मेरिट के आधार पर ही करवाया जाएगा. कुलपति ने यह भी स्पष्ट किया है कि कोविड-19 की वजह से एचपीयू में एमबीए और एमसीए जैसे प्रोफेशनल कोर्स के लिए करवाई जाने वाली ग्रुप डिस्कशन और इंटरव्यू की प्रक्रिया भी इस बार नहीं हो पाएगी. वहीं एमफिल,एलएलएम कोर्स में भी मेरिट के आधार पर ही छात्रों को प्रवेश दिया जाएगा.

बता दें कि एचपीयू की ओर से पीजी कोर्सेज में प्रवेश, प्रवेश परीक्षा की मेरिट के आधार पर ही दिया जाता है. जब से प्रदेश में यूजी में रूसा प्रणाली को लागू किया गया है तब से विश्वविद्यालय में पीजी कोर्सेज में प्रवेश के लिए प्रवेश परीक्षाएं करवाई जा रही हैं और प्रवेश परीक्षाओं की मेरिट बनाकर ही पीजी कोर्सेज की सीटों को भरा जाता है, लेकिन इस बार कोविड ने एचपीयू की इस पूरी प्रक्रिया को ही बदल दिया है और अब विश्वविद्यालय पीजी कोर्सेज में यूजी की मेरिट पर ही प्रवेश करवाने के लिए विवश हो चुका है. अब जिन भी छात्रों ने पीजी कोर्स में प्रवेश के लिए ऑनलाइन आवेदन किया है उन्हें यू जी की मेरिट पर ही प्रवेश विश्वविद्यालय देगा.

बीएड कोर्स में प्रवेश के लिए करवाई जाएगी

प्रवेश परीक्षा एचपीयू कुलपति की ओर से यह भी स्पष्ट किया गया है कि विश्वविद्यालय की ओर से बीएड कोर्स में प्रवेश के लिए प्रवेश परीक्षा करवाई जाएगी. 27 अक्टूबर को इस प्रवेश परीक्षा का आयोजन किया जाएगा और प्रवेश परीक्षा की मेरिट के आधार पर ही प्रदेश के 2 सरकारी बीएड कॉलेजों के साथ 73 निजी बीएड कॉलेजों में जितनी सीटें है उन पर छात्रों को प्रवेश दिया जाएगा.

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