शिमला: ज्वालामुखी के विधायक संजय रत्न ने हिमाचल विधानसभा में मुख्यमंत्री सुखविंदर सिंह सुक्खू से सवाल पूछा कि पिछले तीन सालों में 31.11.2022 तक अमृत महोत्सव किन-किन विधानसभा निर्वाचन क्षेत्रों में मनाया गया और इसमें किन-किन लोगों को आमंत्रित किया गया. इन महोत्सव के लिए कितनी-कितनी धनराशि खर्च की गई. वहीं, विधायक संजय रत्न के पूछे गए सवालों का मुख्यमंत्री जवाब में बताया गया कि कुल 6 करोड़ 93 लाख 238 रुपये खर्च किए गए हैं. राज्य स्तर पर एवं विभागीय स्तर पर कई राज्य स्तरीय और क्षेत्रीय आयोजन किए गए. इन सभी पर कुल 5 करोड़ 78 लाख 52 हजार 679 रुपये खर्चा हुआ. इस प्रकार कुल 6 करोड़ 93 लाख 238 रुपये खर्च किए गए हैं.
बता दें कि ज्वालामुखी से कांग्रेस विधायक संजय रत्न ने सदन में अमृत महोत्सव के संबंध में सदन में सवाल पूछा था. संजय रत्न ने कहा तत्कालीन सरकार ने इन कार्यक्रमों ₹6.93 करोड़ खर्च किए, लेकिन जिन लोगों ने देश की आजादी की लड़ाई लड़ी, उनके परिवारों को इनमें बुलाया ही नहीं गया. उन्होंने कहा मुझे भी इस कार्यक्रम में नहीं बुलाया गया. उन्होंने सवाल किया कि यह अमृत महोत्सव क्या देश की आजादी का था या BJP का था. उन्होंने कहा कि इन कार्यक्रमों में भाजपा ने सरकारी धन का दुरुपयोग किया.
वहीं, CM सुखविंदर सिंह ने कहा कि देश की आजादी में स्वतंत्रता सेनानियों का बड़ा योगदान रहा है, लेकिन इन कार्यक्रमों में स्वतंत्रता सेनानियों और उनके परिवारों को नहीं बुलाया नहीं गया, जबकि PM नरेंद्र मोदी ने जब इस कार्यक्रम का शुभारंभ किया था तो स्वतंत्रता सेनानियों को सम्मानित किया था. अगर पूर्व सरकार ऐसा करती तो स्वतंत्रता सेनानियों के उनके परिवारों को सम्मान मिलता और कार्यक्रम की गरिमा भी बढ़ती.
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