नई दिल्ली: सीएम जयराम ठाकुर ने गुरुवार को पूर्वी दिल्ली की कई विधानसभाओं में अपने उम्मीदवारों के पक्ष में चुनाव प्रचार किया. सीएम गांधीनगर में स्थानीय बीजेपी उम्मीदवार अनिल बाजपई के समर्थन में नुक्कड़ सभा करने पहुंचे थे.
यहां जयराम ठाकुर ने अरविंद केजरीवाल सरकार को निशाने पर लिया और केंद्र सरकार की नीतियां जनता के सामने रखते हुए अनिल बाजपई के लिए वोट की अपील की.
'दिल्ली को भी मजबूत नेतृत्व की जरूरत'
ईटीवी भारत ने यहां कई मुद्दों पर जयराम ठाकुर से बातचीत की. इस सवाल पर कि इतने बड़े स्तर पर बीजेपी के नेताओं का दिल्ली में उतरना क्या 21 साल का बीजेपी का वनवास खत्म कर पाएगा, जयराम ठाकुर ने कहा कि दिल्ली का माहौल अगर आप देखें, तो दिल्ली की जनता निश्चित तौर पर बीजेपी के साथ चलना चाहती है. उन्होंने कहा कि भारत को मजबूत नेतृत्व मिला है और ऐसे में दिल्ली को भी मजबूत नेतृत्व की जरूरत है.
अरविंद केजरीवाल पर सवाल उठाते हुए जयराम ठाकुर ने कहा 5 साल पहले लोगों ने जिस अरविंद केजरीवाल को मुख्यमंत्री बनाया था, उनसे जनता का मोहभंग हो चुका है. बीते 5 साल में उनकी कथनी और करनी में बहुत अंतर रहा है और वर्तमान समय में जनता बेीजेपी के खड़ी होना चाहती है.
'बिजली पानी नहीं होना चाहिए मुद्दा'
मुद्दों को लेकर सवाल करने पर जयराम ठाकुर का कहना था कि दिल्ली जो देश की राजधानी है, यहां बिजली, पानी का मुद्दा होना ही नहीं चाहिए. उन्होने कहा कि हिमाचल जैसे राज्य में जो पहाड़ी राज्य है. वहां 80 के दशक में ही हम पहाड़ों तक पर बिजली, पानी पहुंचा चुके हैं, तो फिर वर्तमान समय में दिल्ली में बिजली और पानी का मुद्दा होना पिछड़ेपन की निशानी है.
'सबको अभिव्यक्ति की आज़ादी'
वर्तमान समय में जिस तरह बीजेपी नेताओं की ओर से बयानबाजी की जा रही है, इसे लेकर सवाल करने पर जयराम ठाकुर का कहना था कि चुनाव के माहौल में अलग-अलग तरीके की बात करने के लिए लोग स्वतंत्र हैं, सबको अभिव्यक्ति की आजादी है. उन्होंने यह सवाल सीधे तौर पर अरविंद केजरीवाल और आम आदमी पार्टी की तरफ मोड़ दिया और कहा कि वे लोग दिल्ली के चुनाव माहौल को खराब करने के लिए काम कर रहे हैं.
'नहीं होनी चाहिए बयानबाजी'
उन्होंने कहा कि जो लोग सत्ता से बाहर हैं और जो सत्ता से बाहर होने वाले हैं, वे सब मिलकर कुर्सी की लड़ाई में उलझे हुए हैं. खासकर अनुराग ठाकुर और प्रवेश वर्मा के बयानों को लेकर सवाल करने पर जयराम ठाकुर का कहना था कि वर्तमान समय में आदर्श आचार संहिता लागू है.
ऐसे में माहौल को खराब करने वाला कोई बयान या भाषणबाजी नहीं करनी चाहिए. उन्होंने शाहीन बाग धरने का जिक्र भी किया और कहा कि जनता जानती है कि उसके पीछे किसका फाइनेंशियल सपोर्ट है.