शिमला: शिमला नगर निगम के बजट को कांग्रेस ने जन विरोधी करार दिया है. कांग्रेस ने नगर निगम से बिजली पर लगाए गए सैस को तुरंत प्रभाव से वापस लेने की मांग की है. कांग्रेस शिमला ग्रामीण के अध्यक्ष यशवंत छाजटा ने कहा कि अगर नगर निगम सैस वापस नहीं लेता है, तो कांग्रेस शहर में उग्र आंदोलन शुरू करेगी.
ट्रिपल इंजन की सरकार पूरी तरह फेल
यशवंत छाजटा ने कहा कि ट्रिपल इंजन की सरकार पूरी तरह से फेल हो गई है. शिमला नगर निगम पर बीजेपी का कब्जा है. केंद्र और प्रदेश में भी बीजेपी सरकार है, लेकिन यह सरकार नगर निगम को कोई आर्थिक मदद नहीं कर रही है. इस वजह से नगर निगम ने लोगों पर आर्थिक बोझ डालना शुरू कर दिया है. शिमला नगर निगम का बजट लोगों को राहत की जगह, आफत देने वाला है.
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नगर निगम के बजट ने तोड़ी आम आदमी की कमर
यशवंत छाजटा ने कहा कि कोरोना काल में जहां नगर निगम को शहर के लोगों को राहत देनी चाहिए थी और कूड़े, पानी और बिजली के बिल माफ करने चाहिए थे. वहां, नगर निगम में सैस बढ़ाकर आम लोगों की कमर तोड़ने का काम किया है. पहले ही महंगाई आसमान छू रही है और अब नगर निगम लोगों की मुश्किलें बढ़ा रहा है.
नगर निगम हर साल बजट में कटौती कर रहा है. पहले बजट जहां 275 करोड़ का था. वहीं, बजट अब 222 करोड़ पर पहुंच गया है. इस बजट में भी कोई ऐसी योजना नजर नहीं आ रही है, जिससे शहर की जनता को फायदा मिलेगा.
सैस वापस न लेने पर आंदोलन की चेतावनी
छाजटा ने कहा कि नगर निगम से बिजली पर लगाए गए सैस को तुरंत प्रभाव से वापस लेने की मांग की. यदि नगर निगम ऐसा नहीं करता है, तो कांग्रेस सड़क पर उतरकर नगर निगम की नीतियों का विरोध करेगी.
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