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इस बार भी हिमाचल के बच्चे हुए निराश, नहीं मिला पीएम मोदी से सवाल पूछने का मौका

परीक्षा पर चर्चा कार्यक्रम में हिमाचल से भाग लेने गए बच्चों को इस बार भी निराशा ही हाथ लगी है. बीते वर्ष की तरह ही इस बार भी कार्यक्रम में लाइव भाग लेने के लिए चयनित प्रदेश के छात्रों को पीएम मोदी से सवाल पूछने का मौका नहीं मिल पाया

Pariksha pe charcha
परीक्षा पे चर्चा
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Published : Jan 20, 2020, 11:18 PM IST

शिमला: परीक्षा पर चर्चा कार्यक्रम में हिमाचल से भाग लेने गए बच्चों को इस बार भी निराशा ही हाथ लगी है. बीते वर्ष की तरह ही इस बार भी परीक्षा पे चर्चा कार्यक्रम में लाइव भाग लेने के लिए चयनित प्रदेश के छात्रों को पीएम मोदी से सवाल पूछने का मौका नहीं मिल पाया जिस वजह से छात्र मायुस हुए.

प्रदेश से चयनित छात्र काफी उत्साहित थे कि उन्हें पीएम मोदी से सवाल करने का मौका मिलेगा, लेकिन ऐसा नहीं हो पाया. सोमवार सुबह ग्यारह बजे शुरू हुए इस कार्यक्रम में दो हजार के करीब छात्र ओर शिक्षक देशभर से शामिल हुए, जिसमें हिमाचल के 10 छात्र भी शामिल थे.

छात्र अपने सवालों के साथ तैयार थे. हिमाचल से गए छात्रों को काफी उम्मीद थी कि इस बार वह प्रधानमंत्री से शिक्षा से जुड़े कई अहम सवाल करेंगे, लेकिन प्रधानमंत्री की ढ़ेड घंटे के भाषण में हिमाचल का नाम तो दूर यहां से गए छात्रों की बारी भी सवाल पूछने की नहीं आ पाई.

ऐसे में पिछले साल की तरह इस साल भी छात्रों के हाथ निराशा ही हाथ लगी है. शिमला के तारा हॉल स्कूल से चयनित छात्र प्रियल ने कहा कि इस बात से निराशा जरूर हुई कि उन्हें पीएम मोदी से सवाल करने का मौका नहीं मिला.

वैसे छात्र इस बात से खुश नज़र आए की उन्हें इस चर्चा में लाइव भाग लेने और पीएम मोदी को सुनने का मौका मिला. छात्रों का कहना है कि पीएम मोदी ने उन्हें परीक्षा के तनाव को दूर करने के लिए बेहतरीन टिप्स दिए जो एग्जाम के दौरान उनके लिए मददगार साबित होंगे.

वीडियो

कार्यक्रम के अंत में प्रधानमंत्री ने ये जरूर कहा कि कोई भी इस बात का मलाल न रखे, कि उनका नाम नहीं लिया गया. उन्होंने का कि दो हजार छात्रों में जिन छात्रों को मुझसे बात करने का अवसर प्राप्त नहीं हुआ, वो निराश न हो, समय की कमी होने की वजह से वह सभी बच्चों से बात नहीं कर पाए, लेकिन आने वाले समय में वह छात्रों से जल्द बात करेंगे.

परीक्षा पे चर्चा कार्यक्रम में प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने छात्रों को कहा कि वह परीक्षा के दौरान अपने आत्मविश्वास को कम न होने दें. पीएम ने अभिभावकों से भी अपील की कि छात्रों को नई तकनीक से दूर न किया जाए. प्रधानमंत्री ने कार्यक्रम के दौरान अभिभावकों से अपील करते हुए कहा कि बच्चों पर ज्यादा नंबर लाने का बोझ नहीं डालें. बता दें कि प्रदेश से 10 छात्रों का चयन परीक्षा पर चर्चा कार्यक्रम के लिए हुआ था, जिसमें नौ छात्र निजी स्कूलों के थे और एक केंदीय स्कूल का छात्र शामिल था.

ये भी पढ़ें: जेपी नड्डा यूं ही नहीं बने मोदी-शाह के दुलारे, तीन दशक के राजनीतिक सफर में हर कसौटी पर उतरे खरे

शिमला: परीक्षा पर चर्चा कार्यक्रम में हिमाचल से भाग लेने गए बच्चों को इस बार भी निराशा ही हाथ लगी है. बीते वर्ष की तरह ही इस बार भी परीक्षा पे चर्चा कार्यक्रम में लाइव भाग लेने के लिए चयनित प्रदेश के छात्रों को पीएम मोदी से सवाल पूछने का मौका नहीं मिल पाया जिस वजह से छात्र मायुस हुए.

प्रदेश से चयनित छात्र काफी उत्साहित थे कि उन्हें पीएम मोदी से सवाल करने का मौका मिलेगा, लेकिन ऐसा नहीं हो पाया. सोमवार सुबह ग्यारह बजे शुरू हुए इस कार्यक्रम में दो हजार के करीब छात्र ओर शिक्षक देशभर से शामिल हुए, जिसमें हिमाचल के 10 छात्र भी शामिल थे.

छात्र अपने सवालों के साथ तैयार थे. हिमाचल से गए छात्रों को काफी उम्मीद थी कि इस बार वह प्रधानमंत्री से शिक्षा से जुड़े कई अहम सवाल करेंगे, लेकिन प्रधानमंत्री की ढ़ेड घंटे के भाषण में हिमाचल का नाम तो दूर यहां से गए छात्रों की बारी भी सवाल पूछने की नहीं आ पाई.

ऐसे में पिछले साल की तरह इस साल भी छात्रों के हाथ निराशा ही हाथ लगी है. शिमला के तारा हॉल स्कूल से चयनित छात्र प्रियल ने कहा कि इस बात से निराशा जरूर हुई कि उन्हें पीएम मोदी से सवाल करने का मौका नहीं मिला.

वैसे छात्र इस बात से खुश नज़र आए की उन्हें इस चर्चा में लाइव भाग लेने और पीएम मोदी को सुनने का मौका मिला. छात्रों का कहना है कि पीएम मोदी ने उन्हें परीक्षा के तनाव को दूर करने के लिए बेहतरीन टिप्स दिए जो एग्जाम के दौरान उनके लिए मददगार साबित होंगे.

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कार्यक्रम के अंत में प्रधानमंत्री ने ये जरूर कहा कि कोई भी इस बात का मलाल न रखे, कि उनका नाम नहीं लिया गया. उन्होंने का कि दो हजार छात्रों में जिन छात्रों को मुझसे बात करने का अवसर प्राप्त नहीं हुआ, वो निराश न हो, समय की कमी होने की वजह से वह सभी बच्चों से बात नहीं कर पाए, लेकिन आने वाले समय में वह छात्रों से जल्द बात करेंगे.

परीक्षा पे चर्चा कार्यक्रम में प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने छात्रों को कहा कि वह परीक्षा के दौरान अपने आत्मविश्वास को कम न होने दें. पीएम ने अभिभावकों से भी अपील की कि छात्रों को नई तकनीक से दूर न किया जाए. प्रधानमंत्री ने कार्यक्रम के दौरान अभिभावकों से अपील करते हुए कहा कि बच्चों पर ज्यादा नंबर लाने का बोझ नहीं डालें. बता दें कि प्रदेश से 10 छात्रों का चयन परीक्षा पर चर्चा कार्यक्रम के लिए हुआ था, जिसमें नौ छात्र निजी स्कूलों के थे और एक केंदीय स्कूल का छात्र शामिल था.

ये भी पढ़ें: जेपी नड्डा यूं ही नहीं बने मोदी-शाह के दुलारे, तीन दशक के राजनीतिक सफर में हर कसौटी पर उतरे खरे

Intro:परीक्षा पे चर्चा कार्यक्रम में हिमाचल से भाग लेने गए बच्चों को इस बार भी निराशा ही मिली है। बीते वर्ष की तरह ही इस बार भी प्रदेश दिल्ली के तालकटोरा स्टेडियम में परीक्षा पे चर्चा कार्यक्रम में लाइव भाग लेने के लिए चयनित छात्रों को पीएम मोदी से सवाल पूछने का मौका नहीं मिल पाया जिस वजह से छात्र मायुस हुए। प्रदेश से चयनित छात्र काफी उत्साहित थे उन्होंने पीएम मोदी से सवाल करने के लिए अपने अपने सवाल भी तैयार किए थे लेकिन जब छात्रों को इसका मौका नहीं मिला। सुबह ग्यारह बजे शुरू हुई इस कार्यक्रम में दो हजार के करीब छात्र ओर शिक्षक देश भर से शामिल हुए,जिसमें हिमाचल के 10 छात्र भी शामिल थे।

Body:छात्र अपने सवालों के साथ तैयार थे। हिमाचल से गए छात्रों को काफी उम्मीद थी कि इस बार वह प्रधानमंत्री से शिक्षा से जुड़े कई अहम सवाल करेंगे, लेकिन प्रधानमंत्री की ढ़ेड घंटे के भाषण में हिमाचल का नाम तो दूर यहां से गए छात्रों की बारी भी सवाल पूछने की नहीं आ पाई। ऐसे में पिछले साल की तरह इस साल भी छात्र निराश ही रहे। शिमला के तारा हॉल स्कूल से चयनित छात्र प्रियल ने कहा कि इस बात से निराशा जरूर हुई कि उन्हें पीएम मोदी से सवाल करने का मौका नहीं मिल पाया। यही हाल अन्य बच्चों का भी रहा। वैसे छात्र इस बात से खुश नज़र आए की उन्हें इस चर्चा में लाइव भाग लेने ओर पीएम मोदी को।सुनने देखने का मौका मिला। छात्रों का कहना है कि पीएम मोदी ने उन्हें परीक्षा के तनाव को दूर करने के लिए बेहतरीन टिप्स दिए जो उनके लिए मददगार होंगे।

Conclusion:बता दें कि परीक्षा पर आयोजित चर्चा कार्यक्रम के
परीक्षा पर चर्चा कार्यक्रम में मानसिक तनाव से दूर रहने के कई सुझाव प्रधानमंत्री ने दिए। जिसे हिमाचल से गए छात्रों ने भी अपने जीवन में अपनाने का संकल्प लिया। कार्यक्रम के अंत में प्रधानमंत्री ने ये जरूर कहा कि कोई भी इस बात का मलाल न रखें, कि उनका नाम नहीं ले पाएं। उन्होंने का कि दो हजार छात्रों में जिन छात्रों को मुझसे बात करने का अवसर प्राप्त नहीं हुआ, वो निराश न हो, समय की कमी होने की वजह से वह सभी बच्चों से बात नहीं कर पाएं,लेकिन आने वाले समय में वह छात्रों से जल्द बात करेंगे। परीक्षा पर चर्चा कार्यक्रम में प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने छात्रों को कहा कि वह परीक्षा के दौरान अपने आत्मविश्वास को कम न होने दें। पीएम ने अभिभावकों से भी अपील की कि छात्रों को नई तकनीक से दूर न किया जाएं। प्रधानमंत्री ने परीक्षा पर चर्चा कार्यक्रम के दौरान कहा कि अभिभावक छात्रों पर ज्यादा नंबर लेने का बोझ न डाले, इसके साथ ही परीक्षा के दौरान भी छात्रों को पढऩे का बार - बार दबाव न डाले। प्रदेश से 10 छात्रों का चयन परीक्षा पर चर्चा कार्यक्रम के लिए हुआ था जिसमें 9 छात्र निजी स्कूलों के ओर 1 छात्र केंदीय विद्यालय से शामिल रहा।
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