शिमला: हिमाचल प्रदेश में रविवार को मौसम खुल गया है. वहीं, प्रदेश के ऊपरी क्षेत्रों में जहां-जहां बर्फबारी हुई थी वो भी अब पिघलना शुरू हो गई है. ऐसे में बाहरी राज्यों से आए पर्यटकों की संख्या भी काफी कम हो गई है और पर्यटक अब वापस अपने घरों को लौटने लगे हैं. प्रदेश में कई क्षेत्रों में दो दिन भारी बर्फबारी होने से कई दुश्वारियां भी बढ़ी हैं. भारी बर्फबारी के कारण प्रदेश में अभी भी करीब 100 संपर्क सड़कें अवरुद्ध हैं. सड़कें अवरुद्ध होने से सभी जिला प्रशासन की ओर से भी एडवाइजरी जारी की गई है. केवल फोर बाई फोर वाहन ही भेजे जा रहे हैं.
एक हफ्ते तक ऐसा रहेगा मौसम- मौसम विभाग शिमला की तरफ से 26 जनवरी के लिए मौसम खराब बताया गया है. इसके अलावा मौसम विभाग की ओर से 24 और 25 जनवरी के लिए भी अलर्ट जारी किया गया. 24 और 25 को हिमाचल प्रदेश के अधिकांश इलाकों में भारी बारिश और बर्फबारी की चेतावनी दी गई है. प्रदेश के मध्य व उच्च पर्वतीय भागों में भारी बारिश-बर्फबारी, जबकि निचले व मैदानी भागों में ओलावृष्टि-अंधड़ चलने का येलो अलर्ट जारी हुआ है. मैदानी भागों में 23 जनवरी के लिए भी येलो अलर्ट जारी किया गया है.
अटल टनल पर्यटकों के लिए बंद- अटल टनल रोहतांग पर्यटकों के लिए तिसरे दिन रविवार को भी बंद रही. जिला प्रशासन की और से सिर्फ फोर बाई फोर वाहनों के लिए खोला गया है. फिलहाल आपात स्थिति में ही वाहनों को लाहौल घाटी की ओर भेजा जा रहा है. पर्यटकों के लिए फिलहाल अटल टनल को बंद रखा गया है. मनाली में आए पर्यटक भी नेहरू कुंड तक ही जा सकेंगे. इससे आगे सोलंगनाला तक पर्यटकों को फोर बाई फोर वाहनों में ही जाने की अनुमति दी गई.
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बर्फबारी के कारण बढ़ी दुश्वारियां- हिमाचल प्रदेश में पिछले दिनों हुई बर्फबारी के बाद कई सड़क मार्ग बाधित हुए. लोग बर्फ में पैदल सफर करने का मजबूर हैं. वहीं, कुल्लू, किन्नौर और लाहौल में कई पेयजल स्कीमें जाम हो गई हैं साथ ही कई जगह बिजली की आपूर्ति भी ठप हो गई है. जिससे लोगों की परेशानियां बढ़ गई हैं. हालांकि जिला प्रशासन द्वारा सड़कें और बिजली व पानी को सुचारू किया जा रहा है.
प्रदेश के इन इलाकों में हिमस्खलन का खतरा- हिम और हिमस्खलन अध्ययन संस्थान मनाली 24 जगहों पर हिमस्खलन की चेतावनी जारी की है. सासे ने क्लाथ, नेहरूकुंड, कोठी, रोहतांग दर्रा, कोकसर, तांदी, केलांग, रोहतांग टनल के नॉर्थ व साउथ पोर्टल, जिंगजिंगबार दर्रा, बारालाचा, सरचू, लाचूंगला पास, तंगलांगला सहित जलोड़ी दर्रा से खनाग व सोझा, सोलंगनाला, धुंधी, ब्यास कुंड व मणिमहेश आदि के लिए चेतावनी जारी की है.
किसान-बागवान कर रहे प्रबंधन- हिमाचल के ऊपरी क्षेत्रों में हुई बर्फबारी बागवानों के लिए फायदेमंद है. इससे सेब के फसल के लिए अनिवार्य चिलिंग ऑवर पूरे होने की उम्मीद है. बागवानी विशेषज्ञ डॉ. एसपी भारद्वाज का कहना है कि बर्फबारी से सेब के बगीचों में लगने वाले रोग जैसे वूली एफिड, कैंकर और अन्य रस चूसक रोगों पर प्राकृतिक रूप से नियंत्रण होगा. उन्होंने बताया कि यह बर्फबारी सामयिक है. इससे बागवानों को काफी फायदा होगा.
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