शिमला: पहाड़ों पर जहां मई महीने में गर्मी से हाल बेहाल रहते थे वहीं, इस बार सर्दी ने जीना दुश्वार कर दिया है. अप्रैल मई महीने में हिमाचल में बारिश और बर्फबारी से तापमान में भारी गिरवाट दर्ज की गई है. लोग गर्म कपड़े पहनने को मजबूर हो गए हैं. 1987 के बाद इस वर्ष मई माह में सामान्य से कम तापमान दर्ज किया गया है. मौसम विभाग की मानें तो 36 सालों बाद मई महीने में सामान्य से कम तापमान दर्ज किया गया है. आने वाले दिनों में तापमान में बढ़ोतरी होने की संभावना है.
12 मई तक साफ रहेगा मौसम: मौसम वैज्ञानिक संदीप शर्मा ने बताया कि प्रदेश में 12 मई तक मौसम साफ बना रहेगा. हालांकि बीते 24 घंटों में जिला शिमला, किन्नौर और चंबा के कुछ एक स्थानों में हल्की बारिश हुई है. वहीं, 12 मई देर रात से एक पश्चिमी विक्षोभ हिमाचल प्रदेश में सक्रिय होगा. जिसके चलते मध्य व उच्च पर्वतीय क्षेत्रों में बारिश और जिला किन्नौर और लाहौल स्पीति के कुछ भागों में बर्फबारी भी होने संभावना है.
मौसम वैज्ञानिक संदीप शर्मा ने कहा कि 12 मई तक तापमान में 3 से 5 डिग्री तक बढ़ोतरी हो सकती है. प्रदेश के केलांग और धर्मशाला में न्यूनतम तापमान का रिकॉर्ड टूटा है. केलांग में 9 मई को न्यूनतम तापमान माइनस 2.3 डिग्री सेल्सियस दर्ज किया गया है. इससे पहले साल 2019 में माइनस 1.6 डिग्री सेल्सियस दर्ज किया गया था. वहीं, धर्मशाला में 1 और 8 मई को 8.4 डिग्री सेल्सियस दर्ज किया गया है. इससे पहले साल 2009 में 8.7 डिग्री सेल्सियस तापमान दर्ज किया गया था.
Read Also- चारधाम यात्रियों के लिए अच्छी खबर, आने वाले दिनों में मौसम रहेगा मेहरबान Read Also- किन्नौर में भूस्खलन से NH-5 बाधित, दोपहर तक लोगों को होना पड़ेगा परेशान |
मौसम वैज्ञानिक संदीप शर्मा ने कहा कि मई के पहले सप्ताह में पूरे प्रदेश में 5 से 7 डिग्री सेल्सियस तापमान कम दर्ज किया गया है. ऐसी स्थिति प्रदेश में साल 1987 में देखने को मिली थी जब तापमान सामान्य से कम चल रहे थे. साल 1987 के बाद शिमला, मनाली, कल्पा, धर्मशाला, ऊना और पालमपुर का इस वर्ष सबसे कम अधिकतम और न्यूनतम पारा दर्ज हुआ है. 1988 से 2022 के दौरान मई में तापमान अधिक दर्ज हुआ है, लेकिन इस वर्ष पश्चिमी विक्षोभ के अधिक सक्रिय होने से मई में भी कई क्षेत्रों में कड़ाके की ठंड है.
बारिश ओलावृष्टि बर्फबारी से किसान बागवान परेशान: हिमाचल प्रदेश में हो रही बारिश ओलावृष्टि और ऊपरी क्षेत्रो में बर्फबारी से किसान बागवान परेशान हैं. बारिश ओलावृष्टि से फसलों को नुकसान हो रहा है. वहीं, सेब की फसल को भी नुकसान हो रहा है. ओलावृष्टि बागवानों की उम्मीदों पर पानी फेर रहा है. आने वाले दिनों में यदि मौसम इसी तरह से बना रहता है तो इस बार से की फसल कम होने का डर बागवानों को सता रहा है.
12 मई से फिर बदलेगा मौसम करवट: बता दें कि हिमाचल प्रदेश में आगामी 2 दिन तक मौसम साफ रहेगा. बुधवार को शिमला सहित प्रदेश भर में मौसम साफ बना हुआ है और चटख धूप खिली हुई है. जिससे तापमान में कमी दर्ज की जा रही है, लेकिन 12 मई के बाद फिर से मौसम करवट बदलेगा और प्रदेश के कई हिस्सों में भारी बारिश और ओलावृष्टि की हो होने की संभावना मौसम विभाग ने जताई है.
Read Also- Mandi News: द्रंग से पूर्व भाजपा विधायक ने अपनी ही पार्टी को बताया प्राइवेट लिमिटेड पार्टी