शिमला: ई-विधानसभा वाले देश के पहले राज्य में इस बार मुख्यमंत्री ने ऑनलाइन बजट नहीं पढ़ा. मुख्यमंत्री सुखविंदर सिंह सुक्खू ने प्रिंटेड बजट बुक से अपना बजट भाषण पढ़ा. इससे पूर्व भाजपा सरकार के समय में 7 मार्च 2020 को सीएम जयराम ठाकुर ने पहली बार ऑनलाइन बजट पढ़ा था. तब जयराम ठाकुर ने टच स्क्रीन पर डिस्प्ले हो रहे बजट भाषण को पढ़ा था. उसके बाद ऑनलाइन बजट भाषण ही पढ़ा गया, लेकिन अपने कार्यकाल का पहला बजट पेश करने के लिए शुक्रवार को सीएम सुखविंदर सिंह सुक्खू ने बजट बुक से ही अपना भाषण पढ़ने का विकल्प चुना. उल्लेखनीय है कि हिमाचल प्रदेश की विधानसभा देश की पहली ई-विधान प्रणाली वाली असेंबली है. इसमें सारा बिजनेस ऑनलाइन होता है.
सीएम सुखविंदर सिंह सुक्खू के बजट भाषण के दौरान कई दिलचस्प बातें हुई. सीएम सुखविंदर सिंह ने कई मर्तबा अपना प्रिय वाक्य व्यवस्था परिवर्तन दोहराया. पहली बार ये देखने में आया कि सदन में तीन बार लाइट गई. पहली बार जब लाइट गई तो विपक्ष ने टिप्पणी की-ये है व्यवस्था परिवर्तन. उसके बाद हर बार लाइट जाने पर विपक्ष की यही टिप्पणी रही. हालांकि सदन में लाइट चंद ही सेकेंड के लिए गई थी. इस बार के बजट भाषण में बजट बुक में आशार दर्ज नहीं थे.
सीएम सुखविंदर सिंह सुक्खू ने पर्चियों के ऊपर आशार लिख रखे थे. बीच में सीएम सुखविंदर सिंह ये कहते-बहुत समय हो गया, थोड़ा पानी पी लेते हैं, साथ ही शायरी भी कर लेते हैं. विपक्षी बैंच की तरफ से सीएम की शायरी पर टिप्पणी आई तो उन्होंने तुरंत जवाब दिया कि सभी फाइनेंस मिनिस्टर शायर ही होते हैं, सामने वालों से पूछ लो. सामने वालों अर्थात नेता प्रतिपक्ष जयराम ठाकुर की तरफ इशारा था. इसी बीच, सीएम ने ये भी कहा कि अफसर वही हैं, जो भाजपा राज में थे, लेकिन तब ओपीएस नहीं मिली और हमने दी. इन्हीं अफसरों ने प्लान बताया. सीएम ने कहा कि ये नीयत की बात है. इसी तरह शेयर बेशक इन्होंने लिखे हैं, लेकिन कौन सा पढ़ना है ये मैं तय करता हूं. सदन के भीतर विजिटर्स गैलरी में सीएम सुखविंदर सिंह की दोनों बेटियां भी अपने पिता को बजट पेश करते देखने के लिए आई थीं.
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