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कोरोना वैक्सीनेशन को लेकर तैयार हिमाचल, स्वास्थ्य अधिकारियों को सेफ इंजेक्शन प्रैक्टिस का दिया जा रहा प्रशिक्षण

कोरोना वैक्सीनेशन कार्यक्रम को हिमाचल में सफल बनाने के लिए स्वास्थ्य विभाग अन्य विभागों की मदद लेगा. विभाग ने इसके लिए टास्क फोर्स बनाना शुरू कर दिया है. स्वास्थ्य विभाग पुलिस विभाग से लेकर NGO और अन्य संस्थाओं की मदद टीकाकरण को सफल बनाने में ली जाएगी.

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Published : Dec 19, 2020, 2:38 PM IST

Updated : Dec 20, 2020, 3:06 PM IST

शिमला: साल 2021 के शुरुआत में भारत में कोरोना वैक्सीन के लॉन्च होने के कयास लगाए जा रहे हैं. इसको लेकर केंद्रीय स्वास्थ्य मंत्री डॉ. हर्षवर्धन चौहान ने हाल ही में अपनी प्रतिक्रिया दी है.

वैक्सीन को लेकर हिमाचल में स्वास्थ्य अधिकारियों को अभी से प्रशिक्षण दिया जा रहा है. स्वास्थ्य विभाग ने पहले चरण में 3 जिलों शिमला, बिलासपुर और सोलन को शामिल किया है. कोरोना वैक्सीन लगाने के लिए स्टेट इंस्टिट्यूट ऑफ हेल्थ एंड फैमिली वेलफेयर में प्रशिक्षण कार्यक्रम शुरू हो गया है.

स्पेशल स्टोरी

हिमाचल में बढ़ते कोरोना मामले स्वास्थ्य विभाग और प्रदेश सरकार के लिए चिंता का विषय बने हुए हैं. ऐसे में अभी से ही स्वास्थ्य विभाग अपने अधिकारियों को प्रशिक्षण दे रहा है ताकि वैक्सीन आते ही जिला स्तर पर वैक्सीनेशन कार्यक्रम को सफल बनाया जा सके. प्रशिक्षण में वैक्सीन लगाने से लेकर अन्य सावधानियां को लेकर प्रशिक्षण दिया जा रहा है. ये ट्रेनिंग डब्ल्यूएचओ और यूनिसेफ के सहयोग से शिमला में स्वास्थ्य अधिकारियों को दी जा रही है.

25 स्वास्थ्य अधिकारियों को मिला चुका है प्रशिक्षण

स्टेट इंस्टिट्यूट ऑफ हेल्थ एंड फैमिली वेलफेयर प्रिंसिपल डॉ. हर्षना कौर ने जानकारी देते हुए कहा कि जिला स्तर के स्वास्थ्य अधिकारियों को मास्टर ट्रेनर के रूप में प्रशिक्षण दिया जा रहा है. प्रशिक्षण लेने के बाद मास्टर ट्रेनर अपने-अपने जिलों में जाकर अपनी टीम को प्रशिक्षित करेंगे, जिससे कोरोना के टीकाकरण को सफल बनाया जा सके. हिमाचल में पहले बैच में 25 स्वास्थ्य अधिकारियों का प्रशिक्षण दिया जा चुका है.

कोरोना वैक्सीनेशन कार्यक्रम को हिमाचल में सफल बनाने के लिए स्वास्थ्य विभाग अन्य विभागों की भी मदद लेगा. विभाग ने इसके लिए टास्क फोर्स बनाना शुरू कर दिया है. पुलिस विभाग से लेकर NGO और अन्य संस्थाओं की मदद टीकाकरण को सफल बनाने में ली जाएगी.

सेफ इंजेक्शन प्रैक्टिस जरूरी

स्वास्थ्य विभाग मुख्य रूप से सेफ इंजेक्शन प्रैक्टिस को लेकर काम कर रहा है. कोरोना वैक्सिनेशन को सफल बनाने के लिए सबसे महत्वपूर्ण सेफ इंजेक्शन प्रैक्टिस ही है. इसी को लेकर स्वास्थ्य विभाग ने ये ट्रेनिंग कार्यक्रम शुरू किया है. विभाग अब दूसरे चरण में अन्य जिलों के स्वास्थ्य अधिकारियों को प्रशीक्षण कार्यक्रम में शामिल करेगा.

टीकाकरण को सफल बनाने में जुटी सरकार

हिमाचल के स्वास्थ्य मंत्री राजवी सैजल ने भी दावा किया है कि कोरोना टीकाकरण को सफल बनाने के लिए प्रदेश सरकार ने अपने स्तर पर तैयारियां पूरी कर ली हैं. केंद्र सरकार को उपकरणों की लिस्ट भेज दी गई है. वहीं, वैक्सीन की स्टोरेज से लेकर अनुकूल भंडारण को लेकर तैयारियां जारी हैं.

भारत में कोरोना महामारी से संक्रमित मरीजों का आंकड़ा एक करोड़ पार कर गया है. पहाड़ी राज्य हिमाचल में सर्दियों के दस्तक देते ही कोरोना के केसों में लगातार तेज गति से बढ़ोतरी हो रही है. अब तक प्रदेश में कोरोना संक्रमितों का आंकड़ा 50 हजार को पार कर गया है. वहीं, हिमाचल में महामारी से 900 लोग अपनी जान गंवा चुके हैं. ऐसे में हर कोई वैक्सीन के आने का इंतजार कर रहा है.

शिमला: साल 2021 के शुरुआत में भारत में कोरोना वैक्सीन के लॉन्च होने के कयास लगाए जा रहे हैं. इसको लेकर केंद्रीय स्वास्थ्य मंत्री डॉ. हर्षवर्धन चौहान ने हाल ही में अपनी प्रतिक्रिया दी है.

वैक्सीन को लेकर हिमाचल में स्वास्थ्य अधिकारियों को अभी से प्रशिक्षण दिया जा रहा है. स्वास्थ्य विभाग ने पहले चरण में 3 जिलों शिमला, बिलासपुर और सोलन को शामिल किया है. कोरोना वैक्सीन लगाने के लिए स्टेट इंस्टिट्यूट ऑफ हेल्थ एंड फैमिली वेलफेयर में प्रशिक्षण कार्यक्रम शुरू हो गया है.

स्पेशल स्टोरी

हिमाचल में बढ़ते कोरोना मामले स्वास्थ्य विभाग और प्रदेश सरकार के लिए चिंता का विषय बने हुए हैं. ऐसे में अभी से ही स्वास्थ्य विभाग अपने अधिकारियों को प्रशिक्षण दे रहा है ताकि वैक्सीन आते ही जिला स्तर पर वैक्सीनेशन कार्यक्रम को सफल बनाया जा सके. प्रशिक्षण में वैक्सीन लगाने से लेकर अन्य सावधानियां को लेकर प्रशिक्षण दिया जा रहा है. ये ट्रेनिंग डब्ल्यूएचओ और यूनिसेफ के सहयोग से शिमला में स्वास्थ्य अधिकारियों को दी जा रही है.

25 स्वास्थ्य अधिकारियों को मिला चुका है प्रशिक्षण

स्टेट इंस्टिट्यूट ऑफ हेल्थ एंड फैमिली वेलफेयर प्रिंसिपल डॉ. हर्षना कौर ने जानकारी देते हुए कहा कि जिला स्तर के स्वास्थ्य अधिकारियों को मास्टर ट्रेनर के रूप में प्रशिक्षण दिया जा रहा है. प्रशिक्षण लेने के बाद मास्टर ट्रेनर अपने-अपने जिलों में जाकर अपनी टीम को प्रशिक्षित करेंगे, जिससे कोरोना के टीकाकरण को सफल बनाया जा सके. हिमाचल में पहले बैच में 25 स्वास्थ्य अधिकारियों का प्रशिक्षण दिया जा चुका है.

कोरोना वैक्सीनेशन कार्यक्रम को हिमाचल में सफल बनाने के लिए स्वास्थ्य विभाग अन्य विभागों की भी मदद लेगा. विभाग ने इसके लिए टास्क फोर्स बनाना शुरू कर दिया है. पुलिस विभाग से लेकर NGO और अन्य संस्थाओं की मदद टीकाकरण को सफल बनाने में ली जाएगी.

सेफ इंजेक्शन प्रैक्टिस जरूरी

स्वास्थ्य विभाग मुख्य रूप से सेफ इंजेक्शन प्रैक्टिस को लेकर काम कर रहा है. कोरोना वैक्सिनेशन को सफल बनाने के लिए सबसे महत्वपूर्ण सेफ इंजेक्शन प्रैक्टिस ही है. इसी को लेकर स्वास्थ्य विभाग ने ये ट्रेनिंग कार्यक्रम शुरू किया है. विभाग अब दूसरे चरण में अन्य जिलों के स्वास्थ्य अधिकारियों को प्रशीक्षण कार्यक्रम में शामिल करेगा.

टीकाकरण को सफल बनाने में जुटी सरकार

हिमाचल के स्वास्थ्य मंत्री राजवी सैजल ने भी दावा किया है कि कोरोना टीकाकरण को सफल बनाने के लिए प्रदेश सरकार ने अपने स्तर पर तैयारियां पूरी कर ली हैं. केंद्र सरकार को उपकरणों की लिस्ट भेज दी गई है. वहीं, वैक्सीन की स्टोरेज से लेकर अनुकूल भंडारण को लेकर तैयारियां जारी हैं.

भारत में कोरोना महामारी से संक्रमित मरीजों का आंकड़ा एक करोड़ पार कर गया है. पहाड़ी राज्य हिमाचल में सर्दियों के दस्तक देते ही कोरोना के केसों में लगातार तेज गति से बढ़ोतरी हो रही है. अब तक प्रदेश में कोरोना संक्रमितों का आंकड़ा 50 हजार को पार कर गया है. वहीं, हिमाचल में महामारी से 900 लोग अपनी जान गंवा चुके हैं. ऐसे में हर कोई वैक्सीन के आने का इंतजार कर रहा है.

Last Updated : Dec 20, 2020, 3:06 PM IST
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