रामपुर बुशहर: हिमाचल प्रदेश हाई कोर्ट के आदेश के बाद सोमवार को 'कोशिश एक आशा' फाउंडेशन द्वारा चलाए जा रहे स्कूल को खोल दिया गया है. जिसके बाद दिव्यांग बच्चों और अभिभावकों ने राहत की सांस ली है. गौरतलब है कि बीते 16 अगस्त को स्कूल के मुख्य गेट पर भीमाकाली ट्रस्ट की ओर से रामपुर प्रशासन द्वारा ताला जड़ दिया गया था. जिसके बाद 'कोशिश एक आशा' फाउंडेशन द्वारा हाई कोर्ट का दरवाजा खटखटाया गया और दिव्यांग बच्चों के लिए न्याय की गुहार लगाई गई थी. वहीं, हाई कोर्ट के आदेश आने के बाद प्रशासन द्वारा स्कूल का ताला खोल दिया गया है.
बता दें कि भीमाकाली ट्रस्ट द्वारा स्कूल में 16 अगस्त को ताले लगा दिए थे. जिसके बाद दिव्यांग बच्चों, अभिभावकों और रामपुर के लोगों द्वारा शुक्रवार को रोष रैली कर स्कूल को बहाल करने की मांग की जा रही थी, लेकिन प्रशासन द्वारा इनकी एक भी नहीं सुनी गई. वहीं, शनिवार को हाई कोर्ट का आदेश आया. जिसके बाद दिव्यांग बच्चों को राहत मिली है और स्कूल परिसर को फिर से खोल दिया गया है.
स्कूल के निर्माण कार्य के लिए सरकार से मांग: तहसीलदार रामपुर जयचंद ने जानकारी देते हुए बताया कि जो ताले स्कूल में लगा दिए गए थे, उन्हें खोल दिया गया है. वहीं, 'कोशिश एक आशा' फाउंडेशन की अध्यक्षा स्वाति बंसल ने हाई कोर्ट का आभार व्यक्त किया है और सरकार से आग्रह किया है कि वह हमारे स्कूल के निर्माण कार्य के लिए जल्द से जल्द राशि मुहैया करवाए, ताकि वह अपने स्थाई स्कूल में जा सके और छात्र शिक्षा ग्रहण कर सके. उन्होंने बताया कि यहां पर 30 छात्र अभी शिक्षा ग्रहण कर रहे हैं. जो कि विभिन्न जिलों से आते हैं.
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