शिमलाः हिमाचल में अब मौसम की सटीक जानकारी मिलेगी. शिमला से सटे कुफरी में डॉप्लर वेदर रडार स्थापित किया गया है. शुक्रवार को डॉप्लर रडार का दिल्ली से केंद्रीय मंत्री डॉ. हर्षवर्धन वर्चुअल माध्यम से शुभारंभ किया गया. इस रडार के लगने आए मौसम विभाग को बड़ी मदद मिलेगी.
यह रडार 100 किमी के मौसम डेटा का अवलोकन और उपलब्ध करवाएगा, जिसका उपयोग पूर्वानुमान के उद्देश्य के लिए किया जाएगा. अभी तक पटियाला के रडार से ही प्रदेश में मौसम का पूर्वानुमान तय होता था जिससे मौसम संबंधी सही जानकारी भी नहीं मिल पाती थी.
24 घंटे काम करेगा रडार
मौसम विभाग के निदेशक मनमोहन सिंह ने कहा कि डॉप्लर वेदर रडार कुछ देर बाद मौसम में आने वाले बदलाव की भी जानकारी जल्द मिलेगी. बारिश, बर्फबारी, अंधड़, ओलावृष्टि और बिजली गरजने की सटीक जानकारी मिलेगी. यह रडार 24 घंटे काम करेगा.
किस जगह बादल बरसेंगे, ये भी चलेगा पता
डॉ. मनमोहन सिंह ने बताया कि बादलों की दिशा और उनमें पानी की मात्रा की जानकारी देने का काम भी रडार करेगा. अभी तक यही बताया जाता था कि किस जिले में बारिश-बर्फबारी होगी, लेकिन अब जिले में किस जगह बादल बरसेंगे, यह भी बताया जा सकेगा. उन्होंने कहा कि यह रडार पूरी तरह से स्वचालित है और इसकी कार्यप्रणाली कम्प्यूटरीकृत कार्यक्रम आधारित है. यह विभिन्न डिजिटल प्रारूप और तस्वीरों के रूप में डेटा संचारित करेगा. इंटिग्रेटिड हिमालयन प्रोजेक्ट के तहत यह रडार स्थापित किया गया है.
मंडी और डलहौजी में भी लगेंगे रडार
वहीं, इस अवसर पर सीएम जयराम ठाकुर ने वर्चुअली सम्बोधित करते हुए कुफरी में रडार को समर्पित करने के लिए केन्द्रीय मंत्री का आभार व्यक्त किया. सीएम ने कहा कि राज्य में मंडी और चम्बा के डलहौजी में दो और राडार स्थापित किए जाएंगे. राडार स्थापित करने के लिए मंडी में स्थान चिन्हित कर लिया गया है और डलहौजी में जल्द ही चिन्हित कर लिया जाएगा.
उन्होंने कहा कि वर्तमान में कुफरी में स्थापित किया गया राडार दो सप्ताह की अवधि के लिए परीक्षण मोड पर था और उसके बाद इसका डाटा का उपयोग पूर्वानुमान के लिए किया जाएगा. इन रडारों के स्थापित होने मौसम संबधी सटीक जानकारी मिलेगी.
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