शिमला: हिमाचल में होने वाले विधानसभा चुनाव को लेकर कांग्रेस में टिकट आवंटन को लेकर घमासान मचा हुआ है. 17 सीटों पर कांग्रेस पार्टी उम्मीदवार तह नहीं कर पा रही है. शुक्रवार को दिल्ली में हिमाचल कांग्रेस स्क्रीनिंग कमेटी की बैठक (Himachal Congress Screening Committee Meeting) में 22 विधानसभा क्षेत्रों की सीटों पर मंथन हुआ. बैठक में केवल 5 सीटों पर ही सिंगल नाम भेजने पर सहमति बनी. वहीं, 17 सीटों पर पैनल बनाया गया है. इसमें दो से चार नाम भेजे गए है. अब केंद्रीय चुनाव समिति ही इस पर अंतिम फैसला लेगी. जिसकी बैठक अगले एक-दो दिनों में होगी.
बैठक में जिन विधानसभा क्षेत्रों से सिंगल नाम भेजे गए हैं, उनमें शिमला जिले के चौपाल से रजनीश किमटा, धर्मपुर से डॉ पन्ना लाल, नूरपुर से अजय महाजन, बंजार से खिमी राम का नाम शामिल है. जबकि टिकट के लिए सबसे ज्यादा घमासान शिमला शहरी सीट पर मचा हुआ है. स्क्रीनिंग कमेटी की बैठक में इस सीट के लिए 10 नामों पर चर्चा हुई. सूत्रों की मानें तो सबसे ज्यादा चर्चा इसी सीट को लेकर हुई है. बैठक में 10 में से 6 नाम बाहर कर दिए हैं. वहीं, 4 नामों का पैनल बनाया गया है. इनमे यशवंत छाजटा, नरेश चौहान, हरीश जनारथा और महेश्वर चौहान का नाम शामिल है.
शिमला के बाद सबसे ज्यादा विवाद ठियोग विधानसभा क्षेत्र को लेकर है. यहां से कांग्रेस के पूर्व प्रदेश अध्यक्ष और वर्तमान में राष्ट्रीय प्रवक्ता कुलदीप राठौर भी टिकट की रेस में हैं. बैठक में इस सीट से 2 नामों का पैनल भेजने का निर्णय लिया गया है. इसमें कुलदीप राठौर और हाल ही में कांग्रेस में शामिल हुई इंदु वर्मा का नाम पैनल में शामिल है. वहीं, सरकाघाट में तीन नामों का पैनल बनाया गया है. इसमें युवा कांग्रेस के कार्यकारी अध्यक्ष यदुपति ठाकुर, पिछली बार विधानसभा का चुनाव लड़े पवन और पूर्व विधायक रहे रंगीला राम राव का नाम शामिल है.
हिमाचल के दो नेताओं में तीखी नोकझोंक: स्क्रीनिंग कमेटी की बैठक में हिमाचल के दो नेताओं के बीच तीखी नोकझोंक हुई. सूत्रों की मानें तो बैठक में एक नेता अपने समर्थकों की ही पैरवी कर रहे थे. जिसके चलते इस पर अन्य नेताओं ने आपत्ति जताई. कई जगह पर सर्वे रिपोर्ट और जनाधार को भी नजरअंदाज किया जा रहा था. जिस को लेकर बैठक में काफी हंगामा हुआ. इसे देखते हुए कांग्रेस के वरिष्ठ नेता मुकुल वासनिक को बैठक में बुलाया गया और उन्हें इस मामले को निपटाने की जिम्मेदारी सौंपी गई. जिन सीटों पर विवाद हुआ, वहां पर सिंगल नाम भेजने के बजाय पैनल बनाकर स्क्रीनिंग कमेटी को भेजने का निर्णय (Congress Ticket Allocation in Himachal) हुआ है.
रैलियों पर भी हुई चर्चा: स्क्रीनिंग कमेटी की बैठक खत्म होने के बाद हिमाचल के नेताओं की दिल्ली स्थित हिमाचल भवन में बैठक भी हुई. बैठक में 14 अक्टूबर को सोलन में आयोजित होने वाली प्रियंका वाड्रा की रैली (Priyanka vadra rally in solan) को लेकर चर्चा की गई. इसमें कहां से कितने लोग आएंगे, वित्तीय व्यवस्था, होर्डिंग बैनर इत्यादि को लेकर भी मंथन किया गया. यही नहीं आने वाले दिनों में हिमाचल में होने वाली रैलियों पर इस बैठक में मंथन किया गया. (Himachal congress candidate list).
10 अक्टूबर को केंद्रीय चुनाव समिति की बैठक: बता दें कि स्क्रीनिंग कमेटी की बैठक के बाद टिकट पर अंतिम मुहर अब केंद्रीय चुनाव समिति लगाएगी. केंद्रीय चुनाव समिति की यह बैठक 10 अक्टूबर को दिल्ली में प्रस्तावित है. सोनिया गांधी अभी दिल्ली से बाहर हैं और वह शनिवार को वापिस लौटेंगी. पहले यह बैठक शनिवार को प्रस्तवित थी. बैठक में स्क्रीनिंग कमेटी की अध्यक्ष दीपादास मुंशी, प्रदेश कांग्रेस प्रभारी राजीव शुक्ला, सह-प्रभारी गुरकिरत सिंह कोटली, पूर्व केंद्रीय मंंत्री आंनद शर्मा, कांग्रेस प्रदेशाध्यक्ष प्रतिभा सिंह, नेता प्रतिपक्ष मुकेश अग्रिहोत्री, प्रचार समिति के अध्यक्ष सुखविंद्र सिहं सुक्खू सहित अन्य नेता भी मौजूद रहे. (Himachal assembly election 2022).
ये भी पढ़ें: बड़सर में कांग्रेसी विधायक के महिला सम्मान सम्मेलन में पत्थरबाजी, एक महिला चोटिल