शिमला : हिमाचल में कांग्रेस सरकार ने 24 मई को अधिसूचना जारी कर नए भर्ती होने वाले डॉक्टर्स का एनपीए बंद कर दिया है. वित्त विभाग से इसकी अधिसूचना जारी हुई है, लेकिन सरकार की कार्यप्रणाली का आलम ये है कि हेल्थ मिनिस्टर कर्नल डॉ. धनीराम शांडिल को इसकी जानकारी ही नहीं है.
शुक्रवार को शिमला में एक कार्यक्रम के आयोजन के दौरान स्वास्थ्य मंत्री से एनपीए बंद करने से जुड़ा सवाल पूछा तो उन्होंने इस पर अनभिज्ञता जताई. कर्नल धनीराम शांडिल ने कहा कि अभी तक ये विषय मैंने अखबारों में देखा है. ऐसा कोई विचार मेरे पास फाइल या फिर किसी ऑफिशियल सर्किल से तो नहीं आया है. यदि ऐसा है तो इस पर पुनर्विचार किया जाएगा.
जब मीडिया ने बताया कि अधिसूचना जारी हो चुकी है तो उन्होंने हैरत भरे स्वर में कहा- नॉट टू माई नॉलिज. स्थिति उस समय हास्यास्पद हो गई जब कर्नल धनीराम शांडिल खुद मीडिया से मुखातिब होकर पूछने लगे कि ये किसने अधिसूचना जारी कर दी है ? जिसके बाद उनके साथ खड़े अफसर ने उन्हें ब्रीफ किया. जब उन्हें बताया गया कि वित्त विभाग ने अधिसूचना जारी कर दी है तो वे कहने लगे 'वी शैल लुक इनटू दिस' डॉक्टर्स को घाटा नहीं होने देंगे. उसके बाद वे आर्म्ड फोर्सिज का उदाहरण देने लगे। बाद में उन्होंने फिर दोहराया कि इस मामले में पुनर्विचार किया जाएगा.
उल्लेखनीय है कि सुखविंदर सिंह सरकार ने डॉक्टर्स का एनपीए बंद करने का फैसला लिया है. इस पर कैबिनेट में भी चर्चा हुई है. हैरत की बात है कि कैबिनेट मंत्री और स्वास्थ्य विभाग संभाल रहे डॉ. शांडिल को इस बारे में जानकारी ही नहीं है. डॉक्टर्स इस फैसले का विरोध कर रहे हैं. मेडिकल ऑफिसर्स एसोसिएशन व अन्य संबंधित संगठन संयुक्त संघर्ष समिति बनाकर आंदोलन की तैयारी कर रहे हैं.
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