शिमला: देश मे नोटबंदी के फैसले को लेकर राज्यसभा के विपक्ष के नेता गुलाम नबी आजाद ने पीएम नरेंद्र मोदी की तुलना मुगल बादशाह मुहम्मद तुगलक से की है. उन्होंने कहा कि मुहम्मद तुगलक ने चमड़े के सिक्के चलाए थे, वैसे ही मोदी ने दो हजार का नोट निकालकर सिक्के को कागज का सिक्का बना दिया है.
गुलाम नबी आजाद ने कहा कि मोदी दुनिया के पहले ऐसे प्रधानमंत्री बने हैं जो नौकरी खत्म करने वाले पीएम बने हैं. उन्होंने कहा कि देश का प्रधानमंत्री बेरोजगारों को रोजगार देता है, लेकिन मोदी सरकार में नौकरी बिल्कुल खत्म हुई है. रोजगार देना तो दूर की बात है जीएसटी लगा कर मोदी ने रोजगारों को भी बेरोजगार कर दिया है.
आजाद ने कहा कि जीएसटी और नोटबंदी से 4 करोड़ 73 लाख लोग बेरोजगार हुए हैं. उन्होंने कहा कि बैंकिंग सेक्टर में रिजर्व बैंक के एक मुखिया ने इस्तीफा दे दिया. आजाद ने कहा कि जब रुपये 63 आया तो बीजेपी ने काफी हल्ला किया और अब जब रुपये 74 पार हो गया है तो पीएम के पास इसका कोई जवाब नही है. उन्होंने कहा कि देश का आयात 14 फीसदी बढ़ गया और निर्यात कम हो गया.
गुलाम नबी आजाद ने कहा कि मोदी सरकार में आमदनी चवन्नी और खर्चा अठन्नी है. सरकार ने किसानों के लिए बीमा योजना शुरू की, जिसका 55 फीसदी किसानों को भी फायदा नहीं हुआ, लेकिन 3 हजार करोड़ बीमा कंपनी को फायदा हुआ. उन्होंने कहा कि मोदी ने किसानों की आय दोगुनी करने के बड़े दावे किए, लेकिन आय बढ़ने के बजाय कम हुई.
आजाद ने कहा कि मोदी सरकार ने डिफेंस का खर्चा भी कम कर दिया है. उन्होंने कहा कि आज मोदी राष्ट्र सुरक्षा की बात करते हैं, लेकिन राजीव गांधी के समय 3,18 फीसदी जीडीपी डिफेंस पर खर्च होता था. जबकि अब मोदी सरकार में इसे कम करके 1,66 फीसदी कर दिया गया है.
गुलाम नबी ने कहा कि चुनाव के छह चरण हो चुके हैं और बीजेपी नहीं जीत रही है. उन्होंने कहा कि बीजेपी का जीतना न तो देश हित में है और न ही किसान, युवाओं, महिलाओं, गरीबों और भाईचारे के हित में.