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हिमाचल में हैं चार एकलव्य स्कूल, केंद्रीय बजट के बाद जगी अतिरिक्त शिक्षक मिलने की आस

हिमाचल के चार एकलव्य स्कूलों को अतिरिक्त शिक्षक मिलने की आस अब जल्द पूरी हो सकती है. पिछले कल बजट 2023 के दौरान केंद्रीय वित्त मंत्री निर्मला सीतारमण ने बजट में एकलव्य स्कूलों में 38800 शिक्षकों और सहायक कर्मचारियों के पद भरने का ऐलान किया है. इससे हिमाचल के एकलव्य स्कूल में अतिरिक्त शिक्षक मिलने की आस जगी है.

हिमाचल में हैं चार एकलव्य स्कूल
हिमाचल में हैं चार एकलव्य स्कूल
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Published : Feb 2, 2023, 1:12 PM IST

शिमला: केंद्रीय वित्त मंत्री निर्मला सीतारमण ने इस बार के बजट में एकलव्य स्कूलों में 38800 शिक्षकों और सहायक कर्मचारियों के पद भरने का ऐलान किया है. वित्त मंत्री की इस घोषणा का लाभ हिमाचल प्रदेश को भी मिलेगा. हिमाचल प्रदेश में इस समय 4 एकलव्य बोर्डिंग स्कूल चल रहे हैं. चंबा जिले के पांगी और भरमौर के अलावा किन्नौर के निचार व लाहौल स्पीति में ये स्कूल चल रहे हैं.

4 स्कूलों में 600 छात्र: सभी 4 स्कूलों में करीब 600 विद्यार्थी शिक्षा ग्रहण कर रहे हैं. एकलव्य स्कूलों में शिक्षकों की कमी के अलावा सहायक कर्मचारियों के पद भी भरे जा सकेंगे. इससे बेरोजगार युवाओं को अवसर मिलेगा. साथ ही एकलव्य स्कूलों में छात्रों को भी शिक्षकों के पद भरने से सहूलियत होगी. उल्लेखनीय है कि केंद्र सरकार ने 2018-19 के दौरान हिमाचल प्रदेश में 3 नए एकलव्य आदर्श आवासीय स्कूल खोलने का ऐलान किया था.

भवन निर्माण के लिए मिला 32 करोड़: केंद्र सरकार ने चंबा जिले के भरमौर, पांगी के अलावा लाहौल में एकलव्य आवासीय स्कूल खोलने की स्वीकृति प्रदान की थी. इन स्कूलों को जिन्हें शैक्षणिक सत्र 2019-20 से आरंभ कर दिया गया था. केंद्र सरकार से इन एकलव्य आवासीय स्कूलों के लिए भवन निर्माण को लेकर 32 करोड़ रुपए की रकम मिली थी. उक्त स्कूलों के अलावा किन्नौर के निचार में भी एक स्कूल संचालित किया जा रहा है. इस तरह वर्तमान में हिमाचल प्रदेश में 4 एकलव्य आदर्श आवासीय विद्यालय चल रहे हैं.

1920 छात्रों की अध्ययन क्षमता: इन स्कूलों में अनुसूचित जनजाति वर्ग के करीब 600 विद्यार्थी शिक्षा ग्रहण कर रहे हैं. एकलव्य स्कूल में कुल 480 छात्र एक साथ पढ़ सकते हैं. इस तरह हिमाचल के 4 स्कूलों में 1920 छात्र-छात्राओं के अध्ययन की क्षमता है, चूंकि हिमाचल में जनजातीय इलाकों की आबादी कम है, लिहाजा यहां छात्रों की संख्या भी कम ही रहती है.

स्कूल परिसर में आवासीय सुविधा: इन स्कूलों में छात्रों का चयन प्रवेश परीक्षा के जरिए होता है. स्कूल प्रबंधन कमेटी में डीसी प्रमुख भूमिका में होते हैं. इसके अलावा शिक्षकों के लिए भी स्कूल परिसर में ही आवासीय सुविधा उपलब्ध होती है. फिलहाल केंद्रीय बजट में एकलव्य स्कूलों के 38880 शिक्षकों तथा सहायक कर्मियों की भर्ती के ऐलान से हिमाचल के 4 स्कूलों को भी लाभ होगा.

ये भी पढ़ें : केंद्रीय बजट दिशाहीन एवं रोजगार विरोधीः नरेश चौहान

शिमला: केंद्रीय वित्त मंत्री निर्मला सीतारमण ने इस बार के बजट में एकलव्य स्कूलों में 38800 शिक्षकों और सहायक कर्मचारियों के पद भरने का ऐलान किया है. वित्त मंत्री की इस घोषणा का लाभ हिमाचल प्रदेश को भी मिलेगा. हिमाचल प्रदेश में इस समय 4 एकलव्य बोर्डिंग स्कूल चल रहे हैं. चंबा जिले के पांगी और भरमौर के अलावा किन्नौर के निचार व लाहौल स्पीति में ये स्कूल चल रहे हैं.

4 स्कूलों में 600 छात्र: सभी 4 स्कूलों में करीब 600 विद्यार्थी शिक्षा ग्रहण कर रहे हैं. एकलव्य स्कूलों में शिक्षकों की कमी के अलावा सहायक कर्मचारियों के पद भी भरे जा सकेंगे. इससे बेरोजगार युवाओं को अवसर मिलेगा. साथ ही एकलव्य स्कूलों में छात्रों को भी शिक्षकों के पद भरने से सहूलियत होगी. उल्लेखनीय है कि केंद्र सरकार ने 2018-19 के दौरान हिमाचल प्रदेश में 3 नए एकलव्य आदर्श आवासीय स्कूल खोलने का ऐलान किया था.

भवन निर्माण के लिए मिला 32 करोड़: केंद्र सरकार ने चंबा जिले के भरमौर, पांगी के अलावा लाहौल में एकलव्य आवासीय स्कूल खोलने की स्वीकृति प्रदान की थी. इन स्कूलों को जिन्हें शैक्षणिक सत्र 2019-20 से आरंभ कर दिया गया था. केंद्र सरकार से इन एकलव्य आवासीय स्कूलों के लिए भवन निर्माण को लेकर 32 करोड़ रुपए की रकम मिली थी. उक्त स्कूलों के अलावा किन्नौर के निचार में भी एक स्कूल संचालित किया जा रहा है. इस तरह वर्तमान में हिमाचल प्रदेश में 4 एकलव्य आदर्श आवासीय विद्यालय चल रहे हैं.

1920 छात्रों की अध्ययन क्षमता: इन स्कूलों में अनुसूचित जनजाति वर्ग के करीब 600 विद्यार्थी शिक्षा ग्रहण कर रहे हैं. एकलव्य स्कूल में कुल 480 छात्र एक साथ पढ़ सकते हैं. इस तरह हिमाचल के 4 स्कूलों में 1920 छात्र-छात्राओं के अध्ययन की क्षमता है, चूंकि हिमाचल में जनजातीय इलाकों की आबादी कम है, लिहाजा यहां छात्रों की संख्या भी कम ही रहती है.

स्कूल परिसर में आवासीय सुविधा: इन स्कूलों में छात्रों का चयन प्रवेश परीक्षा के जरिए होता है. स्कूल प्रबंधन कमेटी में डीसी प्रमुख भूमिका में होते हैं. इसके अलावा शिक्षकों के लिए भी स्कूल परिसर में ही आवासीय सुविधा उपलब्ध होती है. फिलहाल केंद्रीय बजट में एकलव्य स्कूलों के 38880 शिक्षकों तथा सहायक कर्मियों की भर्ती के ऐलान से हिमाचल के 4 स्कूलों को भी लाभ होगा.

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