शिमला: शिमला नगर निगम द्वार शांति विहार वार्ड (Shanti Vihar Ward in Shimla) में लगाए जा रहे गेट पर विवाद खड़ा (Shanti Vihar gate controversy) हो गया है. यहां बने गेट पर भाजपा के मनोनीत पार्षद द्वारा गेट पर ही कमल के फूल बनाए गए हैं. जिस पर कांग्रेस के पूर्व पार्षद ने सवाल खड़े कर दिए हैं और इसको लेकर शिमला नगर निगम के आयुक्त को भी शिकायत दी है. उन्होंने शहर का वार्डों का भगवाकरण करने के आरोप लगाए हैं. शांति विहार वार्ड के पूर्व पार्षद महेंद्र चौहान कहा कि नगर निगम द्वारा शहर के सभी वार्डों में प्रवेश द्वार बनाए जा रहे है.
शांति विहार वार्ड में भी नगर निगम द्वारा गेट बनाया गया है. गेट पर बीजेपी के चुनाव चिन्ह कमल के फूल की झालर स्थायी रूप से बना दी गई है. कांग्रेस के पूर्व पार्षद ने इसे गैरकानूनी बताते हुए कहा कि गेट नगर निगम द्वारा बनाया गया है. ऐसे में यहां पर किसी पार्टी का चिन्ह लगाना सही नहीं है. उन्होंने कहा कि वार्ड में स्वागत गेट लगाने के लिए कांग्रेस पार्षद द्वारा नगर निगम में अपना डीओ लगवाया गया था. लेकिन अभी भाजपा के मनोनीत पार्षद यहां गेट लगा रहे हैं. जोकि ढली टनल निर्माण (Dhalli tunnel shimla construction) की जद में भी आने वाला है. ऐसे में पैसे की बर्बादी की जा रही है.
महेंद्र चौहान ने कहा कि उनके वार्ड में मनोनीत पार्षद बौखला गए हैं और नियमों को ताक पर रखकर काम करवा रहे हैं. जिसे किसी भी सूरत में बर्दाश्त नहीं किया जाएगा. उन्होंने कहा कि इसको लेकर उन्होंने शिमला नगर निगम के आयुक्त को भी शिकायत की है. साथ ही शहरी विकास मंत्री सुरेश भारद्वाज (Urban Development Minister Suresh Bhardwaj) से भी गेट पर लगे कमल के फूलों को हटाने की मांग की गई है.
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