शिमला: कोरोना वायरस के चलते राजधानी शिमला में नगर निगम द्वारा शहर के अस्पतालों के साथ अब वार्डों में पैर से दबाने वाले नल स्थापित करने शुरू कर दिए हैं. निगम की ओर से आइजीएमसी में पहला नल स्थापित किया है. जहां तीमारदार और कर्मी नल को छुए बगैर ही हाथ धो सकते हैं. यही नहीं लिक्विड सोप भी यहां लगाए गए है. जहां पैर से ही दबाने से पानी निकलेगा और हाथ साफ करने के लिए सोप भी निकलेगा.
कोरोना वायरस के संक्रमण को देखते हुए शिमला के ही बैल्डिंग का काम करने वाले प्रदीप कुमार ने ये नल तैयार किया है. कोरोना फैलने के बाद सोशल मीडिया पर वायरल वीडियो को देख कर ये नल बनाया गया है. जिसमे पांच सौ लीटर की टंकी जुड़ी है.
प्रयोग के तौर पर आइजीएमसी में पहला नल लगाया गया है जिसके अन्य अस्पतालों के साथ-साथ वार्डों में ही ये नल लगाए जाएंगे. प्रदीप कुमार ने नगर निगम को ऐसे नल बनाने का प्रस्ताव रखा जिस पर निगम आयुक्त ने तीन अस्पतालों में इस तरह के नल लगाने का काम दिया गया.
प्रदीप कुमार ने कहा कि सोशल मीडिया पर इस तरह का नल देखा था. जिसके बाद उन्होंने नल बना कर नगर निगम को दिया है और आइजीएमसी में पहला नल लगाया है जिसके बाद रिपन और कमला नेहरू अस्पताल में भी ये नल लगाए जाएंगे. उन्होंने कहा कि जिस तरह से कोरोना वायरस के संदिग्ध के नल छूने से भी फैल सकता है. इन सम्भवनाओं को देखते हुए ये नल तैयार किया गया है. जहां लोग हाथ से नहीं पैर से ही पानी खोल सकते हैं.
बता दें कि कोरोना संक्रमण को देखते हुए हिमाचल में कर्फ्यू लगाया गया है. लोग घरों से बाहर नहीं निकल रहे हैं, लेकिन अस्पतालों में मरीज और तीमारदार पहुंच रहे हैं. ऐसे में संक्रमण न फैले को देखते हुए नगर निगम ने अस्पतालों में इस तरह के नल स्थापित लिए है.
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