ETV Bharat / state

हिमाचल में 11 माह में नशे से पांच युवकों की मौत, करीब 14 किलो चिट्टे सहित 304 किलो चरस बरामद, चिंता में सरकार और विपक्ष - Himachal Pradesh News in Hindi

Himachal Assembly Session: हिमाचल विधानसभा के शीतकालीन सत्र के दौरान गुरुवार को नशे का मामला काफी गूंजा. डिप्टी सीएम के जवाब से पहले दोनों दलों के तरफ से सदस्यों ने हिमाचल के युवाओं पर कसते नशे के शिकंजे पर चिंता जताई. पढ़ें पूरी खबर...

Himachal Assembly Session
Himachal Assembly Session
author img

By ETV Bharat Himachal Pradesh Team

Published : Dec 21, 2023, 10:35 PM IST

डिप्टी सीएम मुकेश अग्निहोत्री

शिमला: सरकारी आंकड़ा देखें तो हिमाचल प्रदेश में इस साल नवंबर महीने तक पांच युवकों की मौत नशे की लत के कारण हो चुकी है. कुल 11 महीने में नशे के तस्करों से करीब 14 किलो हेरोइन यानी चिट्टा बरामद हुआ है. इसके अलावा 304 किलो चरस व 34 किलो से अधिक अफीम बरामद हुई है. धर्मशाला के तपोवन में हिमाचल विधानसभा के शीतकालीन सत्र के दौरान नशे को लेकर सदन की चिंता नजर आई.

दरअसल, करसोग के विधायक दीपराज, इंदौरा के विधायक मलेंद्र राजन व ठियोग के विधायक कुलदीप सिंह राठौर ने इस साल 15 नवंबर तक राज्य में बरामद नशीले पदार्थों के बारे में सवाल किया था. विधायकों ने चार बिंदुओं पर सवाल किए थे. जवाब में सरकार की तरफ से बताया गया कि नवंबर तक पांच युवकों की मौत नशे की लत से हुई. इसके अलावा सरकार की तरफ से 11 महीने में बरामद किए गए नशीले पदार्थों का ब्यौरा भी दिया गया. चूंकि सदन में गुरुवार को प्राइवेट मेंबर्स डे था, लिहाजा भाजपा विधायक सुखराम चौधरी ने नशे की बढ़ती प्रवृति को लेकर संकल्प प्रस्ताव लाया. उस संकल्प प्रस्ताव पर विस्तार से हुई चर्चा का जवाब डिप्टी सीएम मुकेश अग्निहोत्री ने दिया. डिप्टी सीएम के जवाब से पहले दोनों दलों के तरफ से सदस्यों ने हिमाचल के युवाओं पर कसते नशे के शिकंजे पर चिंता जताई. चुराह के विधायक हंसराज ने कहा कि एक स्टडी के अनुसार हिमाचल के दो लाख युवा नशे की गिरफ्त में हैं. सबसे अधिक खतरनाक नशा चिट्टे का है.

ये भी पढ़ें- पाकिस्तान से भारत आ रहा नशा, युवा पीढ़ी को पंगु बनाने का प्रयास- कुलदीप सिंह राठौर

मां को धमका कर नशे के लिए बेच दी जमीन: दून के विधायक रामकुमार चौधरी ने चर्चा में भाग लेते हुए हैरतनाक खुलासे किए. उन्होंने अपने निर्वाचन क्षेत्र के गांव डूमावाला की घटना बताई. रामकुमार ने बताया कि नशे की लत के शिकार युवा ने अपनी मां के गले पर हाथ रखकर उनसे पावर ऑफ अटॉर्नी हासिल की और फिर जमीन बेच डाली. जमीन के पैसे से नशा करता रहा और बाद में उसकी मौत हो गई. उन्होंने सदन में बताया कि पिछले चार-पांच साल में कई युवाओं की मौत नशे के कारण हुई. उन्होंने बरोटीवाला के तीन युवकों की चिट्टे से हुई मौत का जिक्र किया और कहा कि उन युवाओं की आयु 18 से 25 साल थी. उन्होंने गांव लोदीमाजरा का वाकया बताया, जिसमें एक युवा पशु चारा लेने के लिए गया था. उसने चिट्टे का नशा किया हुआ था और वो खेत में ही मर गया.

चर्चा का जवाब देते हुए डिप्टी सीएम मुकेश अग्निहोत्री ने कहा कि इस बुराई से मिलकर लड़ने की जरूरत है. उन्होंने कहा कि हिमाचल में एनसीबी का ऑफिस खुलना चाहिए. डिप्टी सीएम ने कहा कि नवंबर महीने तक हिमाचल में 313 किलोग्राम चरस, 343 किलो अफीम, 14 किलो चिट्टा, 105 किलो गांजा, 42 हजार के करीब नशे के कैप्सूल, 76513 नशे की गोलियां व 620 किलो चूरा पोस्त पकड़ा गया. उन्होंने कहा कि चिट्टा ऐसा नशा है, जो एक दो बार लेने से फिर व्यक्ति उसका आदी हो जाता है. ये नशा अपने साथ मौत लेकर ही आता है. डिप्टी सीएम ने हिमाचल से नशे की बढ़ती प्रवृत्ति पर लगाम लगाने के लिए सभी के सहयोग की अपील की. उन्होंने इस बुराई की रोकथाम के लिए सरकार की तरफ से किए जा रहे प्रयासों का भी ब्यौरा दिया. बाद में इस संकल्प को सर्वसम्मति से अपना लिया गया.

ये भी पढ़ें- 8 साल की बच्ची से रेप मामले में दोषी को 20 साल की सजा, 2 लाख रुपए मुआवजा देने के आदेश

डिप्टी सीएम मुकेश अग्निहोत्री

शिमला: सरकारी आंकड़ा देखें तो हिमाचल प्रदेश में इस साल नवंबर महीने तक पांच युवकों की मौत नशे की लत के कारण हो चुकी है. कुल 11 महीने में नशे के तस्करों से करीब 14 किलो हेरोइन यानी चिट्टा बरामद हुआ है. इसके अलावा 304 किलो चरस व 34 किलो से अधिक अफीम बरामद हुई है. धर्मशाला के तपोवन में हिमाचल विधानसभा के शीतकालीन सत्र के दौरान नशे को लेकर सदन की चिंता नजर आई.

दरअसल, करसोग के विधायक दीपराज, इंदौरा के विधायक मलेंद्र राजन व ठियोग के विधायक कुलदीप सिंह राठौर ने इस साल 15 नवंबर तक राज्य में बरामद नशीले पदार्थों के बारे में सवाल किया था. विधायकों ने चार बिंदुओं पर सवाल किए थे. जवाब में सरकार की तरफ से बताया गया कि नवंबर तक पांच युवकों की मौत नशे की लत से हुई. इसके अलावा सरकार की तरफ से 11 महीने में बरामद किए गए नशीले पदार्थों का ब्यौरा भी दिया गया. चूंकि सदन में गुरुवार को प्राइवेट मेंबर्स डे था, लिहाजा भाजपा विधायक सुखराम चौधरी ने नशे की बढ़ती प्रवृति को लेकर संकल्प प्रस्ताव लाया. उस संकल्प प्रस्ताव पर विस्तार से हुई चर्चा का जवाब डिप्टी सीएम मुकेश अग्निहोत्री ने दिया. डिप्टी सीएम के जवाब से पहले दोनों दलों के तरफ से सदस्यों ने हिमाचल के युवाओं पर कसते नशे के शिकंजे पर चिंता जताई. चुराह के विधायक हंसराज ने कहा कि एक स्टडी के अनुसार हिमाचल के दो लाख युवा नशे की गिरफ्त में हैं. सबसे अधिक खतरनाक नशा चिट्टे का है.

ये भी पढ़ें- पाकिस्तान से भारत आ रहा नशा, युवा पीढ़ी को पंगु बनाने का प्रयास- कुलदीप सिंह राठौर

मां को धमका कर नशे के लिए बेच दी जमीन: दून के विधायक रामकुमार चौधरी ने चर्चा में भाग लेते हुए हैरतनाक खुलासे किए. उन्होंने अपने निर्वाचन क्षेत्र के गांव डूमावाला की घटना बताई. रामकुमार ने बताया कि नशे की लत के शिकार युवा ने अपनी मां के गले पर हाथ रखकर उनसे पावर ऑफ अटॉर्नी हासिल की और फिर जमीन बेच डाली. जमीन के पैसे से नशा करता रहा और बाद में उसकी मौत हो गई. उन्होंने सदन में बताया कि पिछले चार-पांच साल में कई युवाओं की मौत नशे के कारण हुई. उन्होंने बरोटीवाला के तीन युवकों की चिट्टे से हुई मौत का जिक्र किया और कहा कि उन युवाओं की आयु 18 से 25 साल थी. उन्होंने गांव लोदीमाजरा का वाकया बताया, जिसमें एक युवा पशु चारा लेने के लिए गया था. उसने चिट्टे का नशा किया हुआ था और वो खेत में ही मर गया.

चर्चा का जवाब देते हुए डिप्टी सीएम मुकेश अग्निहोत्री ने कहा कि इस बुराई से मिलकर लड़ने की जरूरत है. उन्होंने कहा कि हिमाचल में एनसीबी का ऑफिस खुलना चाहिए. डिप्टी सीएम ने कहा कि नवंबर महीने तक हिमाचल में 313 किलोग्राम चरस, 343 किलो अफीम, 14 किलो चिट्टा, 105 किलो गांजा, 42 हजार के करीब नशे के कैप्सूल, 76513 नशे की गोलियां व 620 किलो चूरा पोस्त पकड़ा गया. उन्होंने कहा कि चिट्टा ऐसा नशा है, जो एक दो बार लेने से फिर व्यक्ति उसका आदी हो जाता है. ये नशा अपने साथ मौत लेकर ही आता है. डिप्टी सीएम ने हिमाचल से नशे की बढ़ती प्रवृत्ति पर लगाम लगाने के लिए सभी के सहयोग की अपील की. उन्होंने इस बुराई की रोकथाम के लिए सरकार की तरफ से किए जा रहे प्रयासों का भी ब्यौरा दिया. बाद में इस संकल्प को सर्वसम्मति से अपना लिया गया.

ये भी पढ़ें- 8 साल की बच्ची से रेप मामले में दोषी को 20 साल की सजा, 2 लाख रुपए मुआवजा देने के आदेश

ETV Bharat Logo

Copyright © 2024 Ushodaya Enterprises Pvt. Ltd., All Rights Reserved.