शिमला: बारिश के मौसम में भी प्रदेश के कई जिलों के लोग बारिश के लिए तरस रहे हैं. आलम ये है कि किसान धान रोपाई को लेकर बारिश के इंतजार में बैठे हुए हैं, लेकिन जिलों में सूखे जैसे हालात बने हुए है.
चंबा लाहौल स्पीती, किन्नौर में सबसे कम बारिश और मंडी के कई क्षेत्रों में नाममात्र बारिश हुई है. बिलासपुर जिला में सामान्य से पांच फीसदी, चंबा में 69, हमीरपुर में 10, कांगड़ा में 39, किन्नौर में 69, कुल्लू में 34, लाहौल व स्पीति में 94, मंडी में 48, शिमला में 18, सिरमौर में 33, सोलन में 20 और ऊना में 25 फीसदी कम बारिश दर्ज हुई है.
मौसम विभाग ने हिमाचल में 25 और 26 जुलाई को भारी बारिश होने की चेतावनी जारी की है. विभाग ने 29 जुलाई तक पूरे प्रदेश में मौसम खराब रहने का पूर्वानुमान भी लगाया गया है. हालांकि मंगलवार को राजधानी सहित प्रदेश के अधिकांश क्षेत्रों में मौसम साफ रहा और धूप खिलने से अधिकतम तापमान में सामान्य से तीन डिग्री की बढ़ोतरी दर्ज हुई.
मौसम विभाग के वैज्ञानिक मनीष रॉय ने बताया कि इस बार मानसून में सामान्य से कम बारिश हुई है, लेकिन आने वाले समय में मानसून गति पकड़ेगा और प्रदेश में अच्छी बारिश होगी. उन्होंने बताया की आने वाले दो दिन प्रदेश में भारी बारिश की चेतावनी जारी की गई है.
बता दें कि मानसून सीजन में अभी तक प्रदेश भर में सामान्य से 39 फीसदी कम बारिश हुई हैं. एक जुलाई से 23 जुलाई तक सूबे में 118 मिलीमीटर बारिश दर्ज हुई है, जबकि इस अवधि के दौरान 194 मिलीमीटर बारिश को सामान्य माना गया है.