शिमलाः हर साल 24 जनवरी को राष्ट्रीय बालिका दिवस मनाने की परंपरा है. महिला और बाल विकास मंत्रालय ने पहली बार इसे साल 2008 में मनाना शुरू किया था. राष्ट्रीय बालिका दिवस हमें बच्चियों के प्रति समाज में फैले असमानताओं और भेदभाव को समाप्त करने का संदेश देता है. आज देश 13वां बालिका दिवस मनाने जा रहा है. इस मौके पर देश के प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी और प्रदेश के मुख्यमंत्री जयराम ठाकुर ने देश-प्रदेश की बेटियों को राष्ट्रीय बालिका दिवस पर बालिकाओं की उत्थान की बात लिखी. हिमाचल प्रदेश में बेटियां समाज के हर क्षेत्र में आगे हैं.
हिमाचल जैसे छोटे प्रदेश की बेटियां राष्ट्रीय ही नहीं बल्कि अंतरराष्ट्रीय स्तर पर भी अपना लोहा मनवा रही हैं. शिक्षा, स्वास्थ्य, सेना, उद्योग जगत, खेल जैसे सभी क्षेत्रों में बेटियां सूबे का मान बढ़ा रही हैं. हिमाचल का मान बढ़ाने वाली बेटियों की सूची यूं तो काफी लबी है, लेकिन उनमें से कुछ के बारे में हम आपको बताएंगे.
सुषमा वर्मा (क्रिकेट)
विकेट कीपर बल्लेबाज सुषमा वर्मा हिमाचल प्रदेश के शिमला जिले के सुन्नी से हैं. वह महिला विश्प कप में भी भाग ले चुकी हैं. हिमाचल की यह बेटी भारतीय क्रिकेट टीम का हिस्सा हैं.
हरलीन देयोल (क्रिकेट)
हरलीन कौर देओल हिमाचल प्रदेश के लिए खेलती हैं. वह दाएं हाथ की महिला बल्लेबाज हैं, जो लेग स्पिन गेंदबाजी भी करती हैं. हरलीन ने 22 फरवरी 2019 को मुंबई के वानखेड़े में इंग्लैंड महिला के खिलाफ अपना पहला एक दिवसीय अंतर्राष्ट्रीय क्रिकेट मैच खेला था.
प्रिंयका नेगी (कबड्डी)
सिरमौर की रहने वाली प्रियंका नेगी कबड्डी में अपनी टीम के लिए गोल्ड मेडल ला चुकी हैं. इस बेटी ने साल 2011 में श्रीलंका में हुए साउथ एशियन कबड्डी मैच में गोल्ड मेडल, साल 2012 में भारत के पटना में हुए मुकाबलों में गोल्ड और साल 2013 में तीसरी एशियन कबड्डी प्रतियोगिता में गोल्ड मेडल हासिल कर चुकी हैं.
सीमा (एथलिट)
हिमाचल के चंबा की धाविका सीमा ग्राम पंचायत झुलाड़ा के गांव रेटा की रहने वाली हैं. सीमा ने अपने नाम 22 मेडल किए हैं, जबकि चार बार अंतरराष्ट्रीय प्रतियोगिता में भी भागीदारी की है.
आंचल ठाकुर (स्कीइंग)
आंचल मूल रूप से मनाली, हिमाचल प्रदेश की रहने वाली हैं. 13 साल की उम्र से ट्रेनिग के लिए विदेश जाना शुरू कर दिया था. स्टूडेंट आंचल ठाकुर देश की तरफ से स्कीइंग में पहला मेडल जीतने वाली लड़की हैं. आंचल कई प्रतियोगिताओं में भारत का प्रतिनिधित्व कर चुकी हैं और स्विट्जरलैंड टूरिज्म की प्रमोटर भी हैं.
शालिनी अग्निहोत्री, आईपीएस
हिमाचल की बेटी शालिनी अग्निहोत्री बस कंडक्टर की बेटी हैं. शालिनी अग्निहोत्री ने सिविल सेवा परीक्षा में 285वां रैंक हासिल किया था. उन्होंने सर्वश्रेष्ठ ऑल राउंड महिला अफसर ट्रेनी की वंदना मलिक ट्रॉफी भी हासिल की है. शालिनी अग्निहोत्री को उनका होम कैडर हिमाचल ही दिया गया है.
डॉ. मोनिका भुटुंगरू, आईपीएस
मोनिका भुटुंगरू 2014 बैच की आईपीएस अधिकारी हैं. वे सिरमौर, चंबा समेत कई जिलों में पुलिस कप्तान के तौर पर जिम्मेदारी संभाल चुकी हैं. साल 2018 में चंबा जिला की एसपी रहते हुए वे उप-राष्ट्रपति के हाथों से सम्मानित हो चुकी हैं.
सतवंत अटवाल त्रिवेदी, आईपीएस
आईपीएस सतवंत अटवाल बॉर्डर सिक्योरिटी फोर्स में शामिल होने वाली देश की पहली महिला रह आईपीएस चुकी हैं. सतवंत अटवाल साल 1996 बैच की आईपीएस अधिकारी हैं. अटवाल साइबर एक्सपर्ट मानी जाती हैं.
विद्या स्टोक्स
विद्या स्टोक्स हिमाचल प्रदेश की कद्दावर नेता हैं. विद्या स्टोक्स का जन्म 8 दिसंबर, 1927 को शिमला जिले के कोटगढ़ में हुआ. वह हिमाचल प्रदेश विधान सभा में सात बार 1982, 1985, 1990, 1998, 2003, 2007 और 2012 में जीती हैं. विद्या स्टोक्स प्रदेश की लोकप्रिय नेताओं में से एक हैं.
विपल्व ठाकुर
विप्लव ठाकुर मूल रुप से कांगड़ा की हैं. विप्लव ठाकुर के पिता स्वतंत्रता सेनानी थे और माता सरला शर्मा जानमानी कांग्रेस नेत्री थीं. वे देहरा विधानसभा क्षेत्र से पहली बार विधायक 1985 में बनी. इसके बाद 1993 में फिर चुनाव जीता. वे 2003 से 2006 के बीच महिला आयोग अध्यक्ष भी रहीं. 2006 में भी राज्यसभा के लिए निर्वाचित होकर गईं और 2014 में दूसरी बार राज्यसभा के लिए चुनकर गईं.
प्रीति जिंटा
डिंपल गर्ल प्रीति जिंटा का जन्म 31 जनवरी 1975 को हिमाचल प्रदेश की राजधानी शिमला में हुआ था. प्रीती जिंटा ने अपनी शुरूआती पढ़ाई शिमला के कॉन्वेंट ऑफ जीजस एंड मेरी बोर्डिंग स्कूल से की. प्रीति जिंटा ने कई बॉलीवुड फिल्मों में काम किया और मेहनत से नाम कमाया.
यामी गौतम
बॉलीवुड एक्ट्रेस यामी गौतम का जन्म 28 नवंबर 1988 को हिमाचल प्रदेश के बिलासपुर में हुआ था. हिमाचल से निकलकर आज यामी गौतम अपनी एक्टिंग के दम पर लोगों के दिलों पर राज कर रही है. हाल ही में यामी गौतम छुट्टियां बिताने गोहर पहुंची थी.
कंगना रनौत
कंगना रनौत का जन्म हिमाचल प्रदेश के भामला में हुआ. लेकिन उन्होंने पढ़ाई चंडीगढ़ से की और अपना करियर बनाने 16 साल की उम्र में दिल्ली आ गई. यहां उन्होंने थियेटर ग्रुप ज्वाइन किया.
रुबीना दिलैक
रूबीना का जन्म 26 अगस्त 1987 में शिमला में हुआ था.बिग बॉस 14 की कंटेस्टेंट और टीवी एक्ट्रेस रुबीना दिलैक की फैन फॉलोइंग बॉलीवुड एक्ट्रेस से कम नहीं है. रुबीना को बॉलीवुड से कई ऑफर मिले है, लेकिन वो टीवी में ही अपना करियर जारी रखना चाहती है.
सीमा देवी, पहली महिला एचआरटीसी ड्राइवर
हिमाचल पथ परिवहन निगम में बीते सालों से सेवाएं दे रहीं हैं. हिमाचल की पहली महिला ड्राइवर सीमा ठाकुर कुछ बड़ा करना चाहती हैं. इन दिनों वे प्रदेश का राजधानी में एचआरटीसी में अपनी सेवाएं दे रही हैं.
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