रामपुर: भारत बंद का असर हिमाचल प्रदेश के शिमला जिला के रामपुर व आसपास के कस्बों में देखने को नहीं मिला. व्यापारियों ने आम दिनों की तरह अपने व्यापारिक प्रतिष्ठान खुले रखे हैं.
व्यापारियों का कहना है कि कोरोना के कारण बाजार में पहले ही मंदी छाई है और इससे व्यापारियों को काफी दिक्कतें आ रही है. ऐसे में बाजार को बंद करना उचित नहीं था. हालांकि उनकी सहानुभूति किसानों के साथ है, लेकिन बाजार बंद नहीं किया जा सकता था. आज शिमला जिले के ऊपरी क्षेत्र के नोगली, रामपुर, ज्यूरी, सराहन व किन्नौर के भाबा नगर में दुकानें आम दिनों की तरह खुली रही.
व्यापार मंडल का निर्णय था की बाजार को खुला रखें
हिमाचल स्टेट व्यापार मंडल के उपाध्यक्ष हरीश गुप्ता ने बताया कि व्यापार मंडल का निर्णय था की बाजार को खुला रखें. क्योंकि लॉकडाउन की वजह से हरेक दिन व्यापारियों को नुकसान हो रहा था और इसके साथ-साथ लोगों को भी परेशानियां हो रही थी. उन्होंने कहा कि रामपुर, नोगली, ज्यूरी, सराहन व किन्नौर के भावानगर आसपास सभी बाजार खुले हैं.
बंद के कारण और समस्या को सहन नहीं कर सकता
सर्व हितकारी व्यापार मंडल रामपुर के कोषाध्यक्ष विष्णु शर्मा ने बताया कि उनके व्यापार मंडल ने आज निर्णय लिया कि बाजार को खुला रखा जाए. हालांकि जो किसानों ने भारत बंद रखा है उसके प्रति सहानुभूति रखते और समर्थन करते है, लेकिन हम उनका दुकानें बंद कर समर्थन नहीं कर सकते. क्योंकि व्यापारी पहले ही काफी नुकसान कोरोना के कारण झेल चुका है, अब आगे इस तरह से बंद के कारण और समस्या को सहन नहीं कर सकता.