शिमला: शिक्षा मंत्री सुरेश भारद्वाज ने हिमाचल प्रदेश में शिक्षा क्षेत्र पर जानकारी देते हुए कहा कि कोविड-19 के दौरान शिक्षा व्यवस्था के लिए एक बड़ी चुनौती सामने आई है, जिसका प्रदेश सरकार और शिक्षा विभाग ने योजनाबद्ध तरीके से समाधान निकालकर छात्रों की शिक्षा को जारी रखने के प्रबंध किए हैं. इस तरह प्रदेश में शिक्षा व्यवस्था का नया उदय हुआ है.
शिक्षा मंत्री ने कहा कि ऑनलाइन प्रणाली के नए युग ने प्रचलित शिक्षण व्यवस्था को परिवर्तित कर दिया है, जिससे हम सभी को भविष्य में ऐसी परिस्थितियों से निपटने और शिक्षा को नई ऊंचाइयों पर पहुंचाने में मदद मिलेगी.
सुरेश भारद्वाज ने कहा कि हिमाचल प्रदेश में कठिन भौगोलिक परिस्थितियों के कारण दुर्गम क्षेत्रों में शिक्षा प्रदान करना अपने आप में ही एक चुनौतीपूर्ण कार्य है, जिसे हिमाचल सरकार प्रभावशाली रूप से निभाती आ रही है, लेकिन कोविड-19 को देखते हुए शिक्षा को जारी रखने के लिए ‘हिमाचल दूरदर्शन ज्ञानशाला’ कार्यक्रम के अंतर्गत 10वीं और 12वीं कक्षा के छात्रों के लिए सुबह 10 बजे से दोपहर 1 बजे तक दूरदर्शन के हिमाचल चैनल पर अध्यापन का प्रसारण किया जा रहा है.
शिक्षा मंत्री ने कहा कि इसके अलावा ‘लर्निंग फ्रॉम होम-हर घर पाठशाला’ के तहत इंटरनेट के माध्यम से 9वीं, 10वीं और 12वीं कक्षाओं के छात्रों के लिए ऑनलाइन पठन-पाठन कार्यक्रम शुरू किया गया है. उन्होंने कहा कि ‘समय 10 से 12 वाला- हर घर बने पाठशाला’ कार्यक्रम के अंतर्गत पहली से आठवीं कक्षा के विद्यार्थियों के लिए इंटरनेट के माध्यम से पाठ्य सामग्री भी उपलब्ध है.
सुरेश भारद्वाज ने कहा कि कोविड-19 के दौर में अभिभावक, अध्यापक और छात्रों के सहयोग से प्रदेश सरकार शिक्षा व्यवस्था को बनाए रखने में सफल हुई है. अभिभावकों को बच्चों के साथ अधिक समय मिल रहा है, जिसका उपयोग वे बच्चों के सर्वांगीण विकास की दिशा में कार्य करके कर सकते हैं. उन्होंने लोगों से आह्वान किया कि ऐसे समय में घर पर ही रहें. बुजुर्गों की देखभाल करें और प्रदेश सरकार के प्रयासों में अपना योगदान दें.
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