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माननीयों के यात्रा भत्ता बढ़ाने का विरोध करने वालों पर भड़के शिक्षा मंत्री, बोले...इनके पास नहीं है कोई काम - माननीयों के यात्रा भत्ता

माननीयों के यात्रा भत्ते को लेकर कई समाजसेवी और लोग विरोध के तौर पर विधायकों के लिए चंदा एकत्रित कर रहे हैं. शिक्षा मंत्री सुरेश भारद्वाज चंदा एकत्रित करने वालों पर भड़क गए और उन्हें नसीहत देते हुए कहा कि पहले सही तरीके से इसकी जानकारी हासिल करें.

सुरेश भारद्वाज,
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Published : Sep 6, 2019, 8:09 PM IST

शिमला: प्रदेश भर में माननीयों के यात्रा भत्ते को लेकर कई समाजसेवी और लोग विरोध के तौर पर विधायकों के लिए चंदा एकत्रित कर रहे हैं. शिक्षा मंत्री सुरेश भारद्वाज चंदा एकत्रित करने वालों पर भड़क गए और उन्हें नसीहत देते हुए कहा कि पहले सही तरीके से इसकी जानकारी हासिल करें.
सुरेश भारद्वाज ने कहा कि लोगों को मालूम ही नहीं है कि निर्णय क्या हुआ है और किसमे बढ़ोतरी की गई है. उन्होंने कहा कि यात्रा भत्ता सिर्फ उन्हीं को मिलेगा जो यात्रा कर रहा है. इसके लिए माननीयों को बिल देने होंगे उसके बाद ही उन्हें यह राशि दी जाएगी. सुरेश भारद्वाज ने इस बात पर पक्ष रखते हुए ये भी कहा कि अभी तक 68 में से 3 विधायकों ने ही क्लेम किया है.
सुरेश भारद्वाज ने खुद का उदाहरण देते हुए कहा कि उन्हें राजनीति में 20 साल का समय हो गया है, लेकिन एक बार भी उन्होंने यात्रा भत्ता क्लेम नहीं किया है. पत्रकारों के सवाल पूछने पर कि अगर यात्रा की ही नहीं जाती और क्लेम नहीं डाला जाता तो भत्ते क्यों बढ़ाए गए हैं. इसके जवाब में उन्होंने कहा कि कई विधायकों को कॉफ्रेंस में जाना है. इसके लिए यह सुविधा मिलती है. बकायदा विधानसभा में विधायकों के सहमति से ही इसे बढ़ाया गया है. जिन लोगों के पास कोई काम नहीं है वह इस तरह चंदा इकट्ठा करने की मुहिम चला रहे है.

शिमला: प्रदेश भर में माननीयों के यात्रा भत्ते को लेकर कई समाजसेवी और लोग विरोध के तौर पर विधायकों के लिए चंदा एकत्रित कर रहे हैं. शिक्षा मंत्री सुरेश भारद्वाज चंदा एकत्रित करने वालों पर भड़क गए और उन्हें नसीहत देते हुए कहा कि पहले सही तरीके से इसकी जानकारी हासिल करें.
सुरेश भारद्वाज ने कहा कि लोगों को मालूम ही नहीं है कि निर्णय क्या हुआ है और किसमे बढ़ोतरी की गई है. उन्होंने कहा कि यात्रा भत्ता सिर्फ उन्हीं को मिलेगा जो यात्रा कर रहा है. इसके लिए माननीयों को बिल देने होंगे उसके बाद ही उन्हें यह राशि दी जाएगी. सुरेश भारद्वाज ने इस बात पर पक्ष रखते हुए ये भी कहा कि अभी तक 68 में से 3 विधायकों ने ही क्लेम किया है.
सुरेश भारद्वाज ने खुद का उदाहरण देते हुए कहा कि उन्हें राजनीति में 20 साल का समय हो गया है, लेकिन एक बार भी उन्होंने यात्रा भत्ता क्लेम नहीं किया है. पत्रकारों के सवाल पूछने पर कि अगर यात्रा की ही नहीं जाती और क्लेम नहीं डाला जाता तो भत्ते क्यों बढ़ाए गए हैं. इसके जवाब में उन्होंने कहा कि कई विधायकों को कॉफ्रेंस में जाना है. इसके लिए यह सुविधा मिलती है. बकायदा विधानसभा में विधायकों के सहमति से ही इसे बढ़ाया गया है. जिन लोगों के पास कोई काम नहीं है वह इस तरह चंदा इकट्ठा करने की मुहिम चला रहे है.

सुरेश भारद्वाज, शिक्षा मंत्री

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Intro:माननीयों के यात्रा भत्ते को लेकर प्रदेश भर में क़ई समाजसेवक ओर लोग विरोध स्वरूप विधायकों के लिए चंदा एकत्रित कर रहे है। शिमला में भी समाज सेवी रवि कुमार दलित ने यह मुहिम शुरू की है। वहीं शिक्षा मंत्री सुरेश भारद्वाज चंदा एकत्रित करने वालों पर भड़क गए और उन्हें नसीहत देते हुए कहा कि पहले सही तरीके से इसकी जानकारी हासिल करें। भारद्वाज चंदा एकत्रित कर रहे रवि कुमार पर भड़के ओर उन्हें अपनी सब्जी की दुकान पर सब्जी बेचने की नसीहत देते हुए बोले कि जो चुनाव हारा है और वह मुहिम चला रहे है।


Body:उन्होंने कहा की लोगों को मालूम ही नहीं है कि निर्णय क्या हुआ है और किसमें बढ़ोतरी की गई है । उन्होंने कहा कि यात्रा भत्तों को जो बढ़ाया गया है वह भी सिर्फ उन्हीं को मिलेंगे जो यात्रा कर रहा है। इसके लिए उसे बिल देने होंगे उसके बाद ही उन्हें यह राशि दी जाएगी। उन्होंने इस बात पर पक्ष रखते हुए यह भी कहा कि अभी तक 68 मे से 3 विधयकों ने ही क्लेम किया है।


Conclusion:उन्होंने खुद का उदाहरण देते हुए कहा कि उन्हें राजनीति में 20 साल का समय हो गया है लेकिन एक बार भी उन्होंने यात्रा भत्ता क्लेम नहीं किया है। जब सवाल किया गया की अगर यात्रा की ही नहीं जाती ओर क्लैम नहीं डाला जाता तो भत्ते कियूं बढ़ाए गए है इसके जवाब में उन्होंने कहा कि क़ई विधायकों को कांफ्रेंस में जाना है उसके लिए यह सुविधा मिलती है। बाकायदा विधानसभा में विधायकों के सहमति से ही इसे बढ़ाया गया है । कुछ लोगों की आदत बन गई है और जिनके पास कोई काम नहीं है वह इस तरह की चंदा इकट्ठा करने की मुहिम चला रहे है।
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