शिमला: शिक्षा विभाग एक बार फिर से शिक्षक संघ के विरोध के आगे झुक गया और शीतकालीन स्कूलों में बोर्ड की परीक्षाओं में बेहतर प्रदर्शन न कर पाने वाले छात्रों के लिए लगाई जाने वाली रेमेडियल कक्षाओं का शेड्यूल बदल दिया.
बदलाव शिक्षा विभाग की ओर से शिक्षक संघ के विरोध के बाद किया गया. शिक्षा विभाग की जारी अधिसूचना में यह स्पष्ट किया गया कि प्रदेश के शीतकालीन स्कूलों में कमजोर छात्रों के लिए लगने वाली लगाई जाने वाली रेमेडियल कक्षाएं 1 जनवरी से 11 फरवरी तक नहीं लगाई जाएंगी.
शीतकालीन स्कूलों में रेमेडियल कक्षाएं प्री बोर्ड परीक्षाओं में कमजोर रहे छात्रों के लिए 12 फरवरी के बाद ही स्कूलों में लगाई जाएंगी. इससे छात्रों की पढ़ाई में सुधार हो सके और छात्र बोर्ड की फाइनल परीक्षाओं के लिए तैयार कर सकें.
बता दें कि इससे पहले शिक्षा विभाग की ओर से प्री बोर्ड परीक्षाओं का परिणाम आने के बाद इन परीक्षाओं में बेहतर प्रदर्शन न कर पाने वाले छात्रों को बोर्ड की फाइनल परीक्षाओं के लिए तैयार करने के उद्देश्य से रिमेडियल कक्षाएं लगाने के लिए निर्देश शीतकालीन स्कूलों को जारी किए गए थे.
स्कूलों में अवकाश के दौरान इन कक्षाओं को लगाने पर राजकीय अध्यापक शिक्षक संघ ने विरोध जताया किया. संघ ने कहा था कि छुट्टियों में कोई भी शिक्षक स्कूल नहीं जाएगा या तो शिक्षा विभाग शिक्षकों की इन छुट्टियों को एडजेस्ट करें और इसकी जगह प्रतिपूर्ति अवकाश शिक्षकों को दे.
अब संघ के इस विरोध के आगे झुक कर यह अधिसूचना जारी कर दी है की रेमेडियल कक्षाएं 12 फरवरी के बाद ही स्कूलों में लगाई जाए. इससे पहले छुट्टियों के जारी शेड्यूल को लेकर भी संघ ने आपत्ति जताई थी जिसमें बदवाल सरकार के निर्देशों के बाद शिक्षा विभाग को करना पड़ा था.