शिमला: हिमाचल प्रदेश में आई आपदा से निपटने के लिए सरकार हर संभव कदम उठा रही है. सरकार अपने स्तर पर भी राहत कार्य चला रही है. वहीं, सामाजिक संगठन, कॉर्पोरेट घराने और अन्य लोग भी इस काम में मदद के लिए आगे आ रहे हैं. ये संगठन आपदा राहत कोष और मुख्यमंत्री राहत कोष के लिए बढ़ चढ़कर दान कर रहे हैं. शुक्रवार को चार करोड़ से अधिक की राशि मुख्यमंत्री राहत कोष के लिए दान की गई.
NHPC ने 3 करोड़ की राशि की डोनेट: एनएचपीसी ने मुख्यमंत्री राहत कोष के लिए तीन करोड़ की राशि दान की है. लिमिटेड के कार्यकारी निदेशक एके ग्रोवर ने सीएम सुखविंदर सिंह सुक्खू को एनएचपीसी की ओर से मुख्यमंत्री राहत कोष के लिए तीन करोड़ रुपये का चेक भेंट किया. मुख्यमंत्री ने इसके लिए NHPC का आभार व्यक्त किया. उन्होंने कहा कि इस तरह के योगदान से संकट की घड़ी में जरूरतमंदों को मदद मिलेगी.
मुख्यमंत्री राहत कोष में 1 करोड़ का अंशदान: हिंदुस्तान यूनिलीवर लिमिटेड (HUL) ने भी आपदा की इस घड़ी में एक करोड़ की राशि दान की है. इसके साथ ही कंपनी ने 50 लाख की कीमत का सामान प्रभावित इलाकों में देने का भी ऐलान किया है. एचयूएल के महाप्रबंधक अंकुश वडेहरा ने कंपनी की ओर से सीएम सुखविंदर सिंह सुक्खू को मुख्यमंत्री राहत कोष के लिए एक करोड़ रुपये का चेक भेंट किया.
आपदा में HUL का योगदान: इसके अलावा एचयूएल ने प्रभावित क्षेत्रों के लिए 50 लाख रुपये के दैनिक आवश्यकताओं की वस्तुएं जैसे हॉर्लिक्स, लाइफबॉय, रेड लेबल टी सहित अन्य उत्पाद प्रदान करने का भी प्रस्ताव दिया है. कंपनी एजेंसियों के साथ मिलकर राहत और पुनर्वास कार्य में भी मदद करेगी. मुख्यमंत्री ने योगदान के लिए आभार जताया और कहा कि इससे सरकार को राहत एवं पुनर्वास करने में बहुत मदद मिलेगी.
श्री नैना देवी मंदिर ने भी दी डोनेशन: बारीदार सभा श्री नैना देवी मंदिर ने शिमला में सीएम सुखविंदर सिंह सुक्खू को मुख्यमंत्री राहत कोष के लिए एक लाख पच्चीस हजार रुपये का चेक भेंट किया. इस मौके पर पूर्व मंत्री राम लाल ठाकुर भी मौजूद रहे. इनके अलावा डॉ. संजय और डॉ. सोनिका रणौत ने सीएम सुखविंदर सिंह सुक्खू को एक लाख रुपये का चेक मुख्यमंत्री राहत कोष के लिए भेंट किया. इस अवसर पर बड़सर के विधायक इंद्रदत्त लखनपाल भी उपस्थित रहे.
आपदा राहत कोष में भी डोनेशन दे रहे लोग: उल्लेखनीय है कि हिमाचल प्रदेश में आई आपदा से निपटने के लिए सरकार को हजारों करोड़ों रुपयों की जरूरत हैं. जिसके लिए सरकार ने लोगों के डोनेशन के लिए आपदा राहत कोष गठित किया है. आपदा राहत कोष में काफी संख्या में लोग डोनेशन कर रहे हैं. वहीं, मुख्यमंत्री राहत कोष में भी लोग डोनेशन कर रहे हैं, ताकि आपदा पीड़ितों की मदद हो सके.