शिमलाः हिमाचल प्रदेश उच्च शिक्षा निदेशालय ने सभी स्कूल के प्रिंसिपलों को डिजिटल शिक्षा के दौरान बच्चों पर अधिक बोझ न डालने को लेकर निर्देश जारी किए हैं. इन निर्देशों को शिक्षा निदेशालय ने सबसे जरूरी निर्देश की सूची में शामिल किया है.
शिक्षा निदेशक ने जारी किया निर्देश
शिक्षा निदेशक डॉ. अमरजीत कुमार शर्मा ने निर्देश में कहा कि देखने में आ रहा है कि कुछ निजी स्कूल विद्यार्थियों पर ऑनलाइन पढ़ाई के दौरान अतिरिक्त बोझ डाल रहे हैं. विद्यार्थियों पर पढ़ाई का अतिरिक्त बोझ डालने की वजह से उन पर शारीरिक और मानसिक रूप से गलत प्रभाव पड़ रहा है. ऐसे में सभी प्रिंसिपल और शिक्षकों को छात्रों पर बोझ न डालने और उन्हें पढ़ाई को रुचिकर बनाकर करवाए जाने के निर्देश दिए गए.
प्रज्ञाता गाइडलाइन जारी करने के निर्देश
निदेशक की ओर से जारी निर्देशों में कहा गया है कि जुलाई, 2020 में केंद्रीय शिक्षा मंत्रालय की ओर से प्रज्ञाता गाइडलाइन (PRAGYATA Guidelines) जारी की गई हैं. मंत्रालय ने विद्यार्थियों के लिए स्क्रीन समय पर एक कैप की सिफारिश की है. प्रज्ञाता दिशानिर्देशों में स्कूली विद्यार्थियों की ऑनलाइन क्लास (Screen Time) की प्रतिदिन सीमा का निर्धारण किया गया है.
आठ चरण किए गए हैं तय
प्रज्ञाता दिशा-निर्देशों में ऑनलाइन शिक्षा के आठ चरण शामिल हैं. इसमें योजना, समीक्षा, व्यवस्था, गाइड, याक (बात), असाइन, ट्रैक और प्रशंसक शामिल है. प्रज्ञाता दिशा-निर्देशों को विद्यार्थियों के दृष्टिकोण से विकसित किया गया है. प्रज्ञाता के निर्देशों को विद्यालय के मुखिया, शिक्षकों, अभिभावकों, शिक्षकों और छात्रों सहित हित धारकों के लिए प्रासंगिक और उपयोगी बनाया गया है.
शिक्षा निदेशक अमरजीत शर्मा की ओर से जारी निर्देशों में प्रज्ञाता गाइडलाइंस का सख्ती से पालन करने के लिए कहा गया है. प्रज्ञाता गाइडलाइन को हिमाचल प्रदेश शिक्षा विभाग की आधिकारिक वेबसाइट www.educationhp.gov.in पर जाकर डाउनलोड किया जा सकता है.
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