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संपत्ति विवाद मामले में हाई प्रोफाइल हलचल, डीजीपी को भेजी सवालों भरी ई-मेल तो कारोबारी पर हो गई एफआईआर

Property Dispute Case in Himachal: हिमाचल प्रदेश में संपत्ति विवाद में डीजीपी संजय कुंडू ने एक व्यक्ति के खिलाफ थाने में एफआईआर दर्ज करवाई है. मामले में डीजीपी ने व्यक्ति पर झूठे आरोप लगाने और मानहानि के आरोप लगाए हैं. जानिए आखिर क्यों डीजीपी संजय कुंडू ने पालमपुर के कारोबारी के खिलाफ दर्ज करवाई एफआईआर...

DGP Sanjay Kundu
डीजीपी संजय कुंडू
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By ETV Bharat Himachal Pradesh Team

Published : Nov 6, 2023, 11:36 AM IST

Updated : Nov 6, 2023, 1:25 PM IST

शिमला: हिमाचल में संपत्ति विवाद के एक हाई प्रोफाइल मामले में खुद राज्य पुलिस के मुखिया ने एक व्यक्ति पर एफआईआर दर्ज करवा दी. डीजीपी संजय कुंडू ने छोटा शिमला थाने में एक एफआईआर दर्ज करवाई है. डीजीपी ने कांगड़ा जिले के पालमपुर के एक कारोबारी के खिलाफ एफआईआर दर्ज करवाई है. कारोबारी ने डीजीपी को कुछ सवालों के साथ एक ईमेल की थी. इस पर डीजीपी ने पालमपुर के उक्त व्यक्ति के खिलाफ प्राथमिकी दर्ज करवा दी. उसके बाद पालमपुर निवासी निशांत ने मुख्यमंत्री सहित एसपी कांगड़ा व शिमला को एक शिकायत भेजी है. ये हाई प्रोफाइल मामला अब चर्चा में आ गया है.

क्या है पूरा मामला: दरअसल, पालमपुर के रहने वाले एक कारोबारी ने डीजीपी को एक मेल भेजी थी. मेल में उसने डीजीपी से कुछ सवाल किए थे. इस पर डीजीपी ने उपरोक्त व्यक्ति के खिलाफ छोटा शिमला थाने में एफआईआर दर्ज करवाई है. एफआईआर में लिखा गया है कि पालमपुर निवासी निशांत शर्मा ने मेल में उन पर झूठे आरोप लगाए हैं. निशांत शर्मा ने भी पलट कर मुख्यमंत्री सुखविंदर सिंह सुक्खू, एसपी शिमला व एसपी कांगड़ा को शिकायत की है और डीजीपी पर गंभीर आरोप लगाए हैं.

कारोबारी ने DGP को भेजा मेल: निशांत शर्मा के अनुसार कुछ दिन पहले संपत्ति विवाद में उस पर गुड़गांव में हमला हुआ था. उस हमले के बाद अकस्मात उसे पालमपुर पुलिस थाने के एसएचओ के फोन आने शुरू हो गए. पालमपुर के एसएचओ ने निशांत को कहा कि डीजीपी संजय कुंडू उनसे बात करना चाहते हैं. साथ ही निशांत को डीजीपी से मिलने के लिए भी कहा जाने लगा. निशांत के अनुसार इसके बाद दो लोगों ने उसके बेटे को नुकसान पहुंचाने की धमकी दी और डीजीपी के खिलाफ की गई शिकायत को वापिस लेने का दबाव बनाने लगे.

मेल में निशांत ने क्या पूछा?: निशांत शर्मा का कहना है कि उसने डीजीपी को मेल भेजकर केवल यही सवाल पूछे थे कि शिमला मिलने के लिए क्यों बुलाया जा रहा है और उसका नंबर डीजीपी साहब को किसने दिया. निशांत शर्मा का कहना है कि उसके खिलाफ कोई मामला भी नहीं है तो फिर डीजीपी से मिलने के लिए शिमला क्यों बुलाया जा रहा है. निशांत शर्मा ने मामले की शिकायत मुख्यमंत्री सुखविंदर सिंह सुक्खू और गृह सचिव कार्यालय को भी भेजी है. साथ ही शिमला व कांगड़ा के एसपी को शिकायती पत्र लिखकर एफआईआर दर्ज करने का आग्रह किया है.

DGP के निर्देश पर निशांत पर FIR: पुलिस थाना छोटा शिमला में डीजीपी संजय कुंडू की शिकायत पर दर्ज एफआईआर में बताया गया है कि उन्हें यानी डीजीपी को निशांत शर्मा साई गार्डन निवासी पालमपुर की तरफ से 29 अक्टूबर को उनकी आधिकारिक ई-मेल आईडी पर मेल आई. उस मेल में लगाए गए आरोप मनगढ़ंत और झूठे हैं. निशांत ने ये आरोप उनकी प्रतिष्ठा को धूमिल करने के इरादे से लगाए हैं. यही नहीं, झूठे आरोपों वाली ये मेल निशांत ने उच्च स्तर पर भी भेजी है.

DGP ने लगाया मानहानि का आरोप: डीजीपी का कहना है कि इससे उनकी प्रतिष्ठा को नुकसान पहुंचेगा. ये शिकायतें उनकी मानहानि और सार्वजनिक शरारत के इरादे से की गई हैं. पुलिस थाना छोटा शिमला में डीजीपी की शिकायत पर धारा 211, 469, 499, 500 आईपीसी के तहत केस दर्ज किया गया है. फिलहाल, ये हाई प्रोफाइल मामला चर्चा में आ गया है. आखिरकार ऐसा क्या हुआ कि डीजीपी को एक व्यक्ति के खिलाफ एफआईआर करवानी पड़ी. वहीं, राज्य सरकार के मुख्य सचिव का कहना है कि अभी उनके पास मामले की जानकारी नहीं है, इसका पता लगाया जाएगा.

ये भी पढ़ें: Himachal Crypto Currency Scam: 2.5 लाख लोगों से ₹2000 करोड़ की ठगी, निवेशकों के ₹400 करोड़ डूबे: DGP संजय कुंडू

शिमला: हिमाचल में संपत्ति विवाद के एक हाई प्रोफाइल मामले में खुद राज्य पुलिस के मुखिया ने एक व्यक्ति पर एफआईआर दर्ज करवा दी. डीजीपी संजय कुंडू ने छोटा शिमला थाने में एक एफआईआर दर्ज करवाई है. डीजीपी ने कांगड़ा जिले के पालमपुर के एक कारोबारी के खिलाफ एफआईआर दर्ज करवाई है. कारोबारी ने डीजीपी को कुछ सवालों के साथ एक ईमेल की थी. इस पर डीजीपी ने पालमपुर के उक्त व्यक्ति के खिलाफ प्राथमिकी दर्ज करवा दी. उसके बाद पालमपुर निवासी निशांत ने मुख्यमंत्री सहित एसपी कांगड़ा व शिमला को एक शिकायत भेजी है. ये हाई प्रोफाइल मामला अब चर्चा में आ गया है.

क्या है पूरा मामला: दरअसल, पालमपुर के रहने वाले एक कारोबारी ने डीजीपी को एक मेल भेजी थी. मेल में उसने डीजीपी से कुछ सवाल किए थे. इस पर डीजीपी ने उपरोक्त व्यक्ति के खिलाफ छोटा शिमला थाने में एफआईआर दर्ज करवाई है. एफआईआर में लिखा गया है कि पालमपुर निवासी निशांत शर्मा ने मेल में उन पर झूठे आरोप लगाए हैं. निशांत शर्मा ने भी पलट कर मुख्यमंत्री सुखविंदर सिंह सुक्खू, एसपी शिमला व एसपी कांगड़ा को शिकायत की है और डीजीपी पर गंभीर आरोप लगाए हैं.

कारोबारी ने DGP को भेजा मेल: निशांत शर्मा के अनुसार कुछ दिन पहले संपत्ति विवाद में उस पर गुड़गांव में हमला हुआ था. उस हमले के बाद अकस्मात उसे पालमपुर पुलिस थाने के एसएचओ के फोन आने शुरू हो गए. पालमपुर के एसएचओ ने निशांत को कहा कि डीजीपी संजय कुंडू उनसे बात करना चाहते हैं. साथ ही निशांत को डीजीपी से मिलने के लिए भी कहा जाने लगा. निशांत के अनुसार इसके बाद दो लोगों ने उसके बेटे को नुकसान पहुंचाने की धमकी दी और डीजीपी के खिलाफ की गई शिकायत को वापिस लेने का दबाव बनाने लगे.

मेल में निशांत ने क्या पूछा?: निशांत शर्मा का कहना है कि उसने डीजीपी को मेल भेजकर केवल यही सवाल पूछे थे कि शिमला मिलने के लिए क्यों बुलाया जा रहा है और उसका नंबर डीजीपी साहब को किसने दिया. निशांत शर्मा का कहना है कि उसके खिलाफ कोई मामला भी नहीं है तो फिर डीजीपी से मिलने के लिए शिमला क्यों बुलाया जा रहा है. निशांत शर्मा ने मामले की शिकायत मुख्यमंत्री सुखविंदर सिंह सुक्खू और गृह सचिव कार्यालय को भी भेजी है. साथ ही शिमला व कांगड़ा के एसपी को शिकायती पत्र लिखकर एफआईआर दर्ज करने का आग्रह किया है.

DGP के निर्देश पर निशांत पर FIR: पुलिस थाना छोटा शिमला में डीजीपी संजय कुंडू की शिकायत पर दर्ज एफआईआर में बताया गया है कि उन्हें यानी डीजीपी को निशांत शर्मा साई गार्डन निवासी पालमपुर की तरफ से 29 अक्टूबर को उनकी आधिकारिक ई-मेल आईडी पर मेल आई. उस मेल में लगाए गए आरोप मनगढ़ंत और झूठे हैं. निशांत ने ये आरोप उनकी प्रतिष्ठा को धूमिल करने के इरादे से लगाए हैं. यही नहीं, झूठे आरोपों वाली ये मेल निशांत ने उच्च स्तर पर भी भेजी है.

DGP ने लगाया मानहानि का आरोप: डीजीपी का कहना है कि इससे उनकी प्रतिष्ठा को नुकसान पहुंचेगा. ये शिकायतें उनकी मानहानि और सार्वजनिक शरारत के इरादे से की गई हैं. पुलिस थाना छोटा शिमला में डीजीपी की शिकायत पर धारा 211, 469, 499, 500 आईपीसी के तहत केस दर्ज किया गया है. फिलहाल, ये हाई प्रोफाइल मामला चर्चा में आ गया है. आखिरकार ऐसा क्या हुआ कि डीजीपी को एक व्यक्ति के खिलाफ एफआईआर करवानी पड़ी. वहीं, राज्य सरकार के मुख्य सचिव का कहना है कि अभी उनके पास मामले की जानकारी नहीं है, इसका पता लगाया जाएगा.

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Last Updated : Nov 6, 2023, 1:25 PM IST
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