शिमला: राजधानी शिमला में बुधवार शाम माल रोड स्थित पुलिस रिपोर्टिंग रूम के बाहर शहीदों को श्रद्धांजलि देने के लिए जिला पुलिस ने कैंडल लाइट कार्यक्रम का आयोजन किया था. इस कार्यक्रम में डीजीपी संजय कुंडू ने बतौर मुख्यातिथि शिकरत की और शहीदों की याद में कैंडल जला कर पुष्पांजलि अर्पित की. इसके बाद वरिष्ठ पुलिस पुलिस अधिकारी महापौर, उप महापौर सिंह सभा व स्थानीय लोगों ने पुष्पांजलि अर्पित की.
डीजीपी संजय कुंडू ने बताया कि शहीदों की याद में यह प्रतिवर्ष 21 अक्टूबर को यह दिवस मनाया जाता है. इस दिन साल भर शहीद हुए जवानों को याद किया जाता है. उनका नाम पढ़ा जाता है और उन्हें नमन किया जाता है.
डीजीपी संजय कुंडू ने कहा कि यह अछि बात है कि इस बार हिमाचल के जवान का नाम नहीं है. वहीं, पहले की तुलना में अब शान्ति बनती जा रही है. पहले जहां हजार के हिसाब से शहीद होते थे, अब 200 से 300 शहीद ही होते हैं. उनका कहना था कि किसी भी देश के लिए अमन और शांति जरूरी है.
डीजीपी ने कहा कि शिमला में एसपी शिमला द्वारा इस तरह का कार्यक्रम पहली बार करवाया गया है और जिसमें लोगों ने भी बढ़ चढ़ कर भाग लिया. उनका कहना था कि आने वाले समय मे भी ये कार्यक्रम होने चाहिए. इस दौरान मॉल रोड पर पुलिस बैंड का आयोजन भी किया गया. जिसे पर्यटकों समेत स्थानीय लोगों ने मधुर संगीत के धुनों का लुत्फ भी उठाया. कार्यकम को देखने के लिए लोगों की भीड़ लगी रही.
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