शिमला: राजधानी के डेंटल कॉलेज में आने वाले मरीजों को अब राहत मिलने वाली है. अस्पताल में डेंटल चेयर को अब जनरेटर के साथ जोड़ा जाएगा. प्रशासन की ओर से यह व्यवस्था मरीजों को बिजली न होने के चलते आने वाली परेशानियों से निजात दिलाने के लिए की जा रही है. जिससे कि मरीजों सहित अस्पताल में काम करने वाले डॉक्टरों को भी बिजली न होने से किसी प्रकार की दिक्कत न आए. इसके लिए जनरेटर से जल्द ही डेंटल चेयरों को जोड़ा जाएगा. बता दें कि कई बार बिजली जाने के चलते डॉक्टरों का काम रूक जाता है.
सभी जगह ओटी को जनरेटर से जोड़ा गया
ऐसी ही स्थिति में मरीज का ईलाज भी रूक जाता था, जिसके बाद बिजली आने का इंतजार करना पड़ता था. अब इस मुसीबत से चेयरों को जनरेटर से जोड़ने के बाद छुटकारा मिल पाएगा. जल्द ही इसके लिए काम शुरू कर दिया जाएगा. बता दें कि मेडिकल कॉलेज में सभी जगह ओटी को जनरेटर से जोड़ा गया है. हालांकि डेंटल कॉलेज में भी ओटी को जनरेटर से जोड़ा गया है, लेकिन ज्यादातर मरीजों की ट्रीटमेंट डेंटल कॉलेज में डेंटल चेयर पर ही की जाती है. डेंटल चेयर जनरेटर से कनेक्टिड नहीं है, जिस वजह से डॉक्टरों को भी काम रूकने के चलते परेशानी आती है. इस दिशा में काम किया जा रहा है. इसके लिए इलेक्ट्रिकल यूनिट से भी बात की जा चुकी है. इसके बाद ही इस सुविधा को हर विभाग में शुरू कर दिया जाएगा ताकि मरीजों सहित डॉक्टरों को कोई भी परेशानी न आए.
150 चेयर होंगी सेंटरल जनरेटर से कनेक्ट
डेंटल कॉलेज में मौजूदा समय में लगभग 150 डेंटल चेयर हैं, जिन्हें जल्द ही सेंटरल जनरेटर से कनेक्ट किया जाएगा. गौर रहे कि इससे पहले कॉलेज प्रशासन ने पीडोडोंटिक्स विभाग में डीएलआइसी सेंटर के लिए कमरा तैयार किया था. इसमें दिव्यांगों के दांतों के इलाज के लिए विशेष डेंटल चेयर इंस्टॉल की गई थी. जिसके लिए सरकार की ओर से लगभग 9 लाख रुपये का बजट जारी हुआ था. कॉलेज के पीडोडोंटिक्स विभाग में रोजाना करीब 40 बच्चे दांतों के इलाज के लिए आते हैं. ओपीडी में सभी बच्चों का इलाज सामान्य रूप से डेंटल चेयर पर किया जाता था. वहीं, अब दिव्यांगों के लिए भी यह सुविधा अलग से दी जा रही है.
मरीजों को मिलेगी राहत
डेंटल कॉलेज प्रिंसीपल डॉक्टर आशु गुप्ता ने बताया कि डेंटल कॉलेज में लगभग 150 डेंटल चेयरों को जल्द ही जनरेटर से जोड़ा जाएगा. इसके लिए तैयारियां की जा रही है, जिससे कि मरीजों सहित डॉक्टरों को भी बिजली जाने पर किसी प्रकार से परेशान न होना पड़े. चेयर का जनरेटर से जुड़ जाने पर बिजली जाने पर भी इलाज नहीं रूकेगा जिससे कि मरीजों को काफी ज्यादा राहत मिलेगी.
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