शिमलाः सभी निजी स्कूलों को अपनी बसें खरीदने या किराए पर लेने के निर्देश जिला प्रशासन की ओर से जारी किए गए है. यह निर्देश उपायुक्त शिमला अमित कश्यप की अध्यक्षता में वीरवार को निजी स्कूल प्रतिनिधियों के साथ स्कूल बसों की खरीद के संबंध में आयोजित हुई बैठक ने जारी किए गए है.
निजी स्कूलों की ओर से चलाई जा रही बसों और टैक्सियां मनमाना किराया ना वसूले जाने के लिए भी जिला प्रशासन की कमेटी की पूरी नजर रहेगी. जिला प्रशासन की ओर से गठित इस कमेटी में एसडीएम अर्बन, आरटीओ डीएसपी ट्रैफिक शामिल है. प्राइवेट ऑपरेटरों की ओर से चलाई जाने वाली बसों के रेट तय किए जाएंगे.
डीसी शिमला ने कहा कि निजी स्कूल बसों की समस्या में सुधार किया गया है. अधिकतर स्कूलों ने अपनी बसों को खरीदने और किराए पर लेने का प्रस्ताव भेज दिया गया है. जिससे एचआरटीसी को अपनी बसें वापिस मिल जांएगी. स्कूलों की ओर से किराए पर ली जाने वाली टैक्सी और बसों की दरों की समस्या को दूर करने के लिए क्षेत्रीय परिवहन अधिकारी शिमला को टैक्सी संचालकों के साथ बैठक कर समाधान निकालने के निर्देश दिए गए हैं.
टैक्सी संचालकों की ओर से खरीदी गई बसों की पार्किंग समस्या को दूर करने के लिए नगर निगम शिमला टूटीकंडी बाईपास पार्किंग में बसों को खड़ा करने की अनुमति प्रदान करने कहा गया है. स्कूलों से आए प्रतिनिधियों को आदेश देते हुए बताया कि कोई स्कूल अपनी बसें खरीद करता है तो वह पार्किंग का विशेष ध्यान रखे. इसके साथ ही स्कूलों से आए प्रतिनिधियों को कहा कि अपने-अपने स्कूल में एनसीसी को शुरू करवाए ओर सभी सरकारी कार्यक्रमों के सांस्कृतिक गतिविधियों में छात्रों की भागीदारी सुनिश्चित करें ताकि बच्चों का सर्वांगीण विकास हो सके.
इसके साथ ही बैठक में 15 नवंबर से 15 दिसंबर तक चल रहे विशेष कार्यक्रम मादक द्रव्य विरोधी माह के बारे में स्कूलों से आए प्रतिनिधियों से चर्चा की गई. फरवरी और मार्च, 2020 में शुरू होने वाले स्कूलों के नए सत्र में अभिभावकों की बैठक सुनिश्चित करे, जिसमें उन्हें नशे के दुष्परिणामों के बारे में अवगत करवाया जाए ताकि बच्चों को नशे से दूर रखा जा सके.
स्कूलों से आए प्रतिनिधियों ओर पुलिस विभाग को कहा कि स्कूल से आते-जाते हुए छात्रों का विशेष ध्यान रखा जाए ताकि कोई भी बच्चा नशे में सम्मिलित न हो. उन्होंने पुलिस विभाग को आदेश देते हुए कहा कि स्कूलों के आस-पास बिक रहे नशीले पदार्थों की बिक्री और जहां पर नशीले पदार्थों का उपयोग किया जाता है.
उपायुक्त ने कहा कि प्रदेश स्तर पर विशेष कार्यक्रम द्रव्य विरोधी माह में स्कूलों की परीक्षा के कारण कम संलिप्तता हुई है, जिसके चलते नए स्कूल सत्र के उपरांत अप्रैल माह में जिला स्तर पर नशे से दूर रहने के लिए विशेष कार्यक्रम का आयोजन किया जाएगा.