शिमला: राजधानी की भट्टाकुफर फल मंडी में लैंडस्लाइड का खतरा अभी टला नहीं है. अभी भी पहाड़ से मलबा गिर रहा है, मलबे के नीचे कुछ सेब की पेटियां भी दब गई है. फल मंडी के अंदर से बाकी बची सेब की पेटियां को निकाल दिया गया है. मौके पर डीसी शिमला अमित कश्यप भी पहुंचे और स्थिति का जायजा लिया.
खतरे को देखते हुए फिलहाल भट्टाकुफर फल मंडी को बंद कर दिया गया है. विकल्प के तौर पर अभी ढली सब्जी मंडी में ही सेब की बोलियां लगेंगी. डीसी अमित कश्यप ने कहा कि फिलहाल इस मंडी में काम नहीं हो पाएगा. अभी भी मलबा गिर रहा है, जिससे खतरा बना हुआ है. फिलहाल सेब के कारोबार को दूसरे वैकल्पिक स्थानों पर शिफ्ट करने निर्णय लिया गया है.
कुछ कारोबारी जिनके पास मंडी के बाहर अपनी दुकानें या गोदाम हैं, वो वहीं से काम करेंगे जबकि कुछ लोग ढली सब्जी मंडी से काम करेंगे. बड़े व्यापारियों को पराला मंडी में खाली शेड देकर काम शुरू किया जाएगा. जिन बागवानों और कारोबारियों का नुकसान हुआ है, उन्हें मुआवजा दिया जाएगा. तहसीलदार को नुकसान का आंकलन करने के निर्देश दिए गए हैं.
बता दें शिमला के भट्टाकुफर फल मंडी में सोमवार सुबह 10 बजे पहाड़ से हल्का मलबा गिरना शुरू हो गया. देखते ही देखते वहां अंदर बैठे बागवान आढ़ती मजदूर बाहर भाग आए और उसके थोड़ी ही देर बाद आधा पहाड़ ही नीचे की ओर दरक गया. साथ ही काफी मलबा मंडी के अंदर भी जा घुसा, जिससे कई सेब की पेटियां भी दब गई.
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