शिमला: साइबर थाना के एएसपी नरवीर सिंह राठौर ने बताया कि साइबर क्राइम की हर साल शिकायतें तेजी से बढ़ रही हैं. उन्होंने कहा कि साइबर अपराध होने पर तुरंत पुलिस को सूचित करें.
साइबर थाना शिमला ने किया साइबर क्राइम पर अध्ययन
साइबर थाना शिमला ने इस वर्ष भी आपराथियों के ठगने के तौर तरीकों का का विश्लेषण एवं अध्ययन किया है. आपराधियों के इस्तेमाल किए गए मोबाइल फोन की लोकेशन और ऑनलाइन ट्रांजेक्शन के समय इस्तेमाल हुए आईपी की लोकेशन के आधार पर इस बात का खुलासा हुआ है कि यह अपराध एरिया स्पेसिफिक हो गया है.
हरियाणा, उत्तर प्रदेश और राजस्थान से किया जा रहा क्राइम
विश्लेषण में यह तथ्य सामने आया है कि साइबर थाना शिमला में जो शिकायतें ओएलएक्स फ्रॉड एवं क्यूआर कोड आधारित भुगतान, फेस बुक मैसेंजर और वाट्स एप कॉल के द्वारा विडिओ कॉलिंग का न्यूड वीडियो बनाने का कृत्य हरियाणा के मेवात जिला, उत्तर प्रदेश एवं राजयस्थान के कुछ जिलों से किया जाता है. वहीं केवाईसी सत्यापन, ई सिम और टोकन पेमेंट के नाम पर यूपीआई धोखाधड़ी आदि का प्रयास झारखंड, बिहार और पश्चिम बंगाल के कुछ जिलों से किया जाना पाया गया है.
राजस्थान और बिहार से बनाई जा रही हैं नकली वेबसाइट्स
नकली वेबसाइट बनाने वाला गिरोह उत्तरी राजस्थान और दक्षिण बिहार में सक्रिय है. नौकरी के नाम पर धोखा धड़ी, ऋण और बीमा प्रदान करने वाले जाली साइबर अपराधी गजियाबाद, नोएडा, गुरुगराम आदि क्षेत्र में सक्रिय हैं. सोशल मीडिया जैसे फेसबुक, व्हाट्सएप को हैक करना, डुप्लीकेट एकाउंट बना कर के दोस्तों, रिश्तेदारों से पैसों की मांग करने वाले गिरोह हरियाणा में मेवात जिले एवं उत्तर प्रदेश जिलों से सक्रिय हैं. एएसपी नरवीर सिंह राठौर ने बताया कि आम जनता एवं नागरिकों के जागरूक रहने से हम अपना बचाव कर सकते हैं.
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