रामपुर: जिला शिमला के रामपुर बुशहर व नारकंडा के क्षेत्र में आए दिन सैकड़ों बेसहारा पशु एनएच 5 पर घूम रहे हैं. इसे लेकर गौ सेवा आयोग ने इन पशुओं को आश्रय देने के लिए भूमि का चयन करना शुरू कर दिया है. जानकारी देते हुए गौ सेवा आयोग के उपाध्यक्ष अशोक शर्मा ने बताया कि रामपुर से नारकंडा के बीच में नेशनल हाईवे 5 पर बेसहारा पशु घूम रहे हैं. इन पशुओं के लिए गौशाला बनाने के लिए भूमि का चयन किया जा रहा है. यह चयन कुमारसैन तहसील के किंगल के पास किया जा रहा है.
अशोक शर्मा ने बताया कि गौशाला के भूमि को देखा गया है. इस दौरान उनके साथ कुमारसैन के एसडीएम, तहसीलदार भी मौजूद रहे. एसडीएम को इससे संबंधित औपचारिकताएं पूरी करने को बताया गया है. इसका चयन करने के बाद रिपोर्ट एफसीए को सौंपी जाएगी. स्वीकृति मिलने के बाद किंगल में गौशाला का निर्माण कार्य शुरू किया जाएगा, ताकि बेसहारा पशुओं को सहारा मिल सके.
अशोक शर्मा ने बताया कि आए दिन सड़कों पर बेसहारा पशु सैकड़ों की संख्या में घूमते रहते हैं, जिसको लेकर दुर्घटना होने का भी खतरा बना रहता है. ऐसे में कई दुर्घटनाएं घट भी चुकी हैं. उन्होंने कहा कि यातायात व्यवस्था को सुरक्षित बनाने के लिए और बेसहारा पशुओं को आश्रय देने के लिए सरकार कई अहम कदम उठा रही हैं. इस तरह की गौशालाओं का निर्माण अन्य जिलों में भी किया जा रहा है, ताकि बेसहारा पशु गौशाला में रह सके. इनके गोबर व गोमूत्र से कई वस्तुएं तैयार की जा रही हैं.
अशोक शर्मा ने बताया कि प्रदेश में गौवंश को लावारिस छोड़ने वालों की अब खैर नहीं होगी. सरकार ऐसा कानून बनाने जा रही है, जिस में छह माह की कैद व पांच हजार रुपये जुर्माना का प्रावधान होगा. उन्होंने बताया कि पहली बार ऐसा कानून बनाया जा रहा है, जिससे पशुओं को सड़कों पर छोड़ने वालों के खिलाफ सख्ती से कार्रवाई होगी. उसमें 6 महीने की सजा व 5 हजार जुर्माना का प्रावधान किया जाएगा.
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