ETV Bharat / state

प्रदेश में 1 दिसंबर से खुलेंगे पैरामेडिकल-मेडिकल कॉलेज, कोरोना रिपोर्ट निगेटिव आने पर मिलेगी एंट्री - हिमाचल में कोरोना मामले

स्वास्थ्य सचिव अमिताभ अवस्थी ने कहा कि सरकार लोगों के स्वास्थ्य के प्रति गंभीर है. स्वास्थ्य सेवाओं को लेकर किसी भी तरह की कोई कमी नहीं है. अस्पतालों में बिस्तरों की कोई कमी नहीं है. कोरोना के प्रति सरकार बेहद गंभीर है.

अमिताभ अवस्थी
अमिताभ अवस्थी
author img

By

Published : Nov 27, 2020, 5:50 PM IST

Updated : Nov 27, 2020, 10:33 PM IST

शिमला: प्रदेश में शादियों, त्योहारों और राजनीतिक जनसभाओं से कोरोना तेज रफ्तार से बढ़ रहा है. स्वास्थ्य सचिव अमिताभ अवस्थी ने कहा कि सरकार लोगों के स्वास्थ्य के प्रति गंभीर है. स्वास्थ्य सेवाओं को लेकर किसी भी तरह की कोई कमी नहीं है. अस्पतालों में बिस्तरों की कोई कमी नहीं है. कोरोना के प्रति सरकार बेहद गंभीर है. सरकार दिन रात काम कर हर तरह के प्रयास कर रही है. स्वास्थ्य सचिव ने कहा कि हिमाचल प्रदेश में 1 दिसंबर से मेडिकल कॉलेज और नर्सिंग कॉलेज 100 फीसदी स्टाफ के साथ खुल जाएंगे.

मेडिकल-नर्सिंग व पैरामेडिकल छात्रों की कोरोना रिपोर्ट निगेटिव आने के साथ अभिभावकों से लिखित में सहमति पत्र लाना होगा.1 दिसंबर से प्रथम व अंतिम वर्ष की कक्षाएं शुरू होंगी. वहीं, अन्य कक्षाएं 7 दिसंबर से शुरू होंगी. ये जानकारी स्वास्थ्य सचिव अमिताभ अवस्थी ने शिमला में आयोजित पत्रकार वार्ता के दौरान दी.

वीडियो

प्रदेश में कोरोना मरीजों के लिए तीन नए अस्पताल खोले जाएंगे, जो कुल्लू, शिमला के रोहड़ू और रामपुर के खनेरी में खोले जाएंगे. ये केयर सेंटर 1 दिसंबर से काम करना शुरू कर देंगे. प्रदेश के 3 जिलों कांगड़ा, मंडी और शिमला के लिए एंबुलेंस की व्यवस्था की जा रही है.

प्रदेश में स्‍वास्‍थ्य केंद्रों में 10 सालों से बिस्तरों की कोई कमी नहीं है. ऑक्सीजन सिलेंडर की कमी को लेकर उन्होंने कहा 100 अतिरिक्त सिलेंडर अस्पतालों के लिए उपलब्ध करवा दिए गए हैं. कोरोना से निपटने के लिए स्वास्थ्य विभाग और सरकार पूरी तरह से सक्षम है.

स्वास्थ्य सचिव ने कहा कि सर्दियों में मौसम की दिक्कतों को ध्यान में रखते हुए सरकार युद्ध स्तर पर काम कर रही है. मेकशिफ्ट अस्पताल बनाने पर भी अलग से काम किया जा रहा है. मेकशिफ्ट के तहत प्रदेश के तीन स्थानों पर ऐसी व्यवस्था की जाएगी. उन्होंने कहा कि प्रदेश में टेस्टिंग की संख्या को बढ़ाया जा रहा है.

शिमला: प्रदेश में शादियों, त्योहारों और राजनीतिक जनसभाओं से कोरोना तेज रफ्तार से बढ़ रहा है. स्वास्थ्य सचिव अमिताभ अवस्थी ने कहा कि सरकार लोगों के स्वास्थ्य के प्रति गंभीर है. स्वास्थ्य सेवाओं को लेकर किसी भी तरह की कोई कमी नहीं है. अस्पतालों में बिस्तरों की कोई कमी नहीं है. कोरोना के प्रति सरकार बेहद गंभीर है. सरकार दिन रात काम कर हर तरह के प्रयास कर रही है. स्वास्थ्य सचिव ने कहा कि हिमाचल प्रदेश में 1 दिसंबर से मेडिकल कॉलेज और नर्सिंग कॉलेज 100 फीसदी स्टाफ के साथ खुल जाएंगे.

मेडिकल-नर्सिंग व पैरामेडिकल छात्रों की कोरोना रिपोर्ट निगेटिव आने के साथ अभिभावकों से लिखित में सहमति पत्र लाना होगा.1 दिसंबर से प्रथम व अंतिम वर्ष की कक्षाएं शुरू होंगी. वहीं, अन्य कक्षाएं 7 दिसंबर से शुरू होंगी. ये जानकारी स्वास्थ्य सचिव अमिताभ अवस्थी ने शिमला में आयोजित पत्रकार वार्ता के दौरान दी.

वीडियो

प्रदेश में कोरोना मरीजों के लिए तीन नए अस्पताल खोले जाएंगे, जो कुल्लू, शिमला के रोहड़ू और रामपुर के खनेरी में खोले जाएंगे. ये केयर सेंटर 1 दिसंबर से काम करना शुरू कर देंगे. प्रदेश के 3 जिलों कांगड़ा, मंडी और शिमला के लिए एंबुलेंस की व्यवस्था की जा रही है.

प्रदेश में स्‍वास्‍थ्य केंद्रों में 10 सालों से बिस्तरों की कोई कमी नहीं है. ऑक्सीजन सिलेंडर की कमी को लेकर उन्होंने कहा 100 अतिरिक्त सिलेंडर अस्पतालों के लिए उपलब्ध करवा दिए गए हैं. कोरोना से निपटने के लिए स्वास्थ्य विभाग और सरकार पूरी तरह से सक्षम है.

स्वास्थ्य सचिव ने कहा कि सर्दियों में मौसम की दिक्कतों को ध्यान में रखते हुए सरकार युद्ध स्तर पर काम कर रही है. मेकशिफ्ट अस्पताल बनाने पर भी अलग से काम किया जा रहा है. मेकशिफ्ट के तहत प्रदेश के तीन स्थानों पर ऐसी व्यवस्था की जाएगी. उन्होंने कहा कि प्रदेश में टेस्टिंग की संख्या को बढ़ाया जा रहा है.

Last Updated : Nov 27, 2020, 10:33 PM IST
ETV Bharat Logo

Copyright © 2024 Ushodaya Enterprises Pvt. Ltd., All Rights Reserved.