शिमला: शहर में हर रोज कोरोना संक्रमित मरीजों की मौत हो रही है. कोरोना संक्रमित मृतकों का अंतिम संस्कार श्मशान घाट में किया जा रहा है. हर रोज 5 से 7 लोगों का अंतिम संस्कार किया जा रहा है. इसके चलते अब श्मशान घाट में दाह संस्कार के लिए जगह कम पड़ गई है. कोरोना संक्रमित मरीजों के दाह संस्कार के लिए नगर निगम अलग से शेड बनाने जा रहा था लेकिन वन विभाग द्वारा उसका कार्य रोक दिया गया है. इससे दाह संस्कार पर संकट पैदा हो गया है.
शवों के लिए शेड बनाने पर वन विभाग की रोक
वन विभाग ने नलगर निगम को एफसीए की मंजूरी लेने के निर्देश दिए हैं. उसके बाद ही वहां पर कार्य शुरू करने को कहा है. नगर निगम के महापौर सत्या कौंडल ने कहा कि कोरोना संक्रमित मरीजों के अंतिम संस्कार कनलोग श्मशान घाट में ही किया जा रहा है. वहां पर हर रोज 5 से अधिक कोरोना संक्रमित मृतकों के शवों का दाह संस्कार किया जा रहा है. इससे वहां पर जगह कम पड़ रही है. यह मामला मुख्यमंत्री जयराम ठाकुर के ध्यान में भी लाया गया.
मुख्यमंत्री से मांगी गई है अनुमति
मुख्यमंत्री से वहां पर शेड बनाने की अनुमति देने की मांग की गई है. महापौर ने आरोप लगाया कि शहर में जितने भी विकास कार्य चल रहे है, वहां पर वन विभाग अड़चन डाल रहा है. शहर में एक टहनी भी काटनी हो तो उसकी भी अनुमति वन विभाग से लेनी पड़ती है. उन्होंने मुख्यमंत्री से शहर का वन क्षेत्र नगर निगम को दोबारा वापस देने की मांग की है ताकि शहर में चल रहा विकास कार्य प्रभावित न हो.
ये भी पढ़ें: सोलन में बाल मजदूरी करवाते पकड़ा गया दुकानदार, चाइल्ड लाइन ने रेस्क्यू किये दो बच्चे