कुल्लू: जिला कुल्लू में फाल्गुन मास की संक्रांति को लेकर अब देवी-देवताओं के कपाट खुल गए हैं. ऐसे में जिला कुल्लू में देवी-देवताओं के दर्शनों के लिए श्रद्धालुओं के भीड़ उमड़ पड़ी है. कुल्लू के उपमंडल बंजार में भी देवी-देवताओं के सम्मान में फागली उत्सव शुरू हो गया है. जो कि तीन दिन तक चलेगा. जिला कुल्लू की ऊंझी घाटी में भी स्वर्ग प्रवास से देवी-देवता वापस लौट आए हैं और बुधवार को देवी-देवताओं ने अपने गुर के जरिए आगामी समय को लेकर भविष्यवाणी भी की.
कंगना ने किए देवता कार्तिक स्वामी के दर्शन
वहीं, जिला कुल्लू की पर्यटन नगरी मनाली के सिमसा में सांसद कंगना रनौत ने भी देवता कार्तिक स्वामी के दर्शन किए और उनका आशीर्वाद लिया. इस दौरान कंगना रनौत ने कहा कि देवता कार्तिक स्वामी का मंदिर उनके घर के बिल्कुल पास है. उन्होंने देवता कार्तिक स्वामी के नाम पर ही अपने घर का नाम कार्तिकेय निवास रखा है. ऐसे में देवी-देवताओं के प्रति उनकी अटूट श्रद्धा है. कंगना ने कहा, "भगवान शिव और माता पार्वती के पुत्र कार्तिकेय स्वामी ने यहां पर तपस्या की थी और सनातन धर्म आम जनमानस को कई चीजों से अवगत करवाता है. देवता कार्तिक स्वामी सभी पर अपनी कृपा दृष्टि बनाए रखें."
स्वर्ग प्रवास से वापस लौटे रहे देवी-देवता
गौरतलब है कि पौष मास की संक्रांति पर जिला कुल्लू के देवी देवता स्वर्ग प्रवास पर चले गए थे. कुछ देवता माघ मास की संक्रांति पर वापस लौट आए थे. अब कुछ देवता फाल्गुन मास की संक्रांति पर लौट आए हैं. देवी-देवताओं के वापस लौट आने से अब ग्रामीण क्षेत्रों में मेले व त्यौहार भी शुरू हो जाएंगे. इसके अलावा चैत्र मास के संक्रांति पर भगवान बिजली महादेव सहित कुछ अन्य देवता धरती पर वापस लौटेंगे और गुर के माध्यम से साल भर की भविष्यवाणी की जाएगी.