शिमला: कृषि बिल के खिलाफ देशभर में किसान विरोध प्रदर्शन कर रहे है. वहीं, कांग्रेस भी किसानों के समर्थन में उतर आई है. कांग्रेस ने रिज मैदान पर महात्मा गांधी की प्रतिमा से राजभवन तक विरोध रैली निकाली और केंद्र सरकार के खिलाफ जम कर नारेबाजी की और इस काले कानून को वापस लेने की मांग की. साथ ही इस बिल के खिलाफ ब्लॉक स्तर पर धरना प्रदर्शन करने का ऐलान किया है. प्रदेश कांग्रेस अध्यक्ष कुलदीप राठौर की अगवाई में रिज से कांग्रेस कार्यकर्ता नारेबाजी करते हुए माल रोड से होते हुए राजभवन की तरफ निकले.
कांग्रेस अध्यक्ष कुलदीप राठौर ने कहा कि केंद्र की मोदी सरकार सरकारी उपक्रम का निजीकरण कर रही है. वहीं, अब किसानों के हितों को भी बेचने में लगी है. देश में कृषि बिल के रूप में काला कानून लाया गया है, जिसके खिलाफ किसान-बागवान विरोध कर रहे हैं. इस बिल को लाकर केंद्र सरकार अपने चहेतों को फायदा पहुंचाने का काम कर रही है. किसान बिल का प्रभाव हिमाचल में भी पड़ने वाला है. शिमला में इस बार सेब की फसल पहले ही कम थी. शुरू में अच्छे दाम मिल रहे थे, लेकिन जैसे ही अडानी सेब खरीदने पहुंचे वैसे ही सेब के दामों में भारी कमी आई है.
कुलदीप राठौर ने कहा कि इस बिल के विरोध में आज विरोध रैली निकाली और दो अक्टूबर को ब्लॉक स्तर पर इस बिल के खिलाफ धरना पदर्शन किया जाएगा और 6 अक्टूबर को किसान सम्मेलन का आयोजन किया जाएगा. उन्होंने कहा कि इस बिल का देश भर में कांग्रेस विरोध कर रही है और केंद्र को इस बिल को वापस लेने पर मजबूर किया जाएगा.
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