शिमला: हिमाचल विधानसभा बजट सत्र के दौरान राज्यपाल के अभिभाषण पर सत्तापक्ष और विपक्ष में तीखी नोकझोंक देखने को मिली. कांग्रेस विधायक जगत सिंह नेगी ने राज्यपाल के अभिभाषण में चर्चा के दौरान जैसे ही धारा 370 को लेकर बोलना शुरू किया तो सत्तापक्ष ने इस पर आपत्ति जतानी शुरू कर दी.
सुरेश भारद्वाज ने इस पर आपत्ति जाहिर करते हुए जगत नेगी पर देश के साथ खड़ा न होने का आरोप लगा दिया. इस पर विपक्ष के विधायक भड़क गए. इसी बीच विपक्ष के विधायक स्पीकर की वेल में आ गए और शिक्षा मंत्री के खिलाफ नारेबाजी करने लगे.
उधर, सत्ता पक्ष की तरफ से भी नारेबाजी शुरू हो गई. माहौल इतना गरमा गया कि हाथापाई तक कि नौबत आ गई. बाद में विधानसभा अध्यक्ष, मुख्यमंत्री और नेता विपक्ष के दखल के बाद मामला शांत हुआ. विपक्ष की माफी की मांग को मानते हुए संसदीय मंत्री सुरेश भारद्वाज ने इस आपत्तिजनक शब्द को कार्यवाही से हटाने पर सहमति जताई.
राज्यपाल के अभिभाषण पर कांग्रेस के विधायक जगत नेगी ने कहा कि सरकार ने दो साल पूरा होने पर दो साल विश्वास व विकास के का नारा दिया था, लेकिन सरकार ने ये विश्वास खो दिया है. भाजपा सरकार ने चुनाव के समय अपने स्वर्णिम पत्र कई वादे किए थे. ये सब मुंगेरी लाल के हसीन सपने साबित हुए. रूसा को खत्म करने का वायदा सरकार ने किया था, वह पूरा नहीं हुआ.
जगत सिंह नेगी ने कहा कि सरकार ने मजदूरों, किसानों का विश्वास खो दिया है. महिला उत्पीड़न के मामले बढ़ रहे हैं. कानून व्यवस्था की हालत खराब है. प्रदेश में बनी दवाओं से बच्चों की मौत हो रही है. फर्जी डिग्रियां प्रदेश में बेची जा रही हैं. शिक्षा मंत्री के व्यवहार पर विधायक जगत सिंह नेगी ने कहा कि वो मंत्री है और उन्हें इस तरह का व्यवहार शोभा नहीं देता है. सतापक्ष के विधायक और मंत्री विपक्ष को बोलने नहीं देते. उन्होंने कहा कि किसी के बोलने से वे देशद्रोही नहीं हो जाएंगे ओर उन्हें किसी से देशभगति का सर्टिफिकेट लेने की जरूरत नहीं है.
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