शिमला: कोरोना के खात्मे के लिए शिमला में किए गए महिला मोर्चा के हवन पर कांग्रेस ने सवाल खड़े किए हैं. हवन के दौरान कांग्रेस ने मुख्यमंत्री सहित बीजेपी नेताओं पर सोशल डिस्टेंसिग तोड़ने और भीड़ इकट्ठा करने का आरोप लगाकर मामला दर्ज करने की मांग की है
कांग्रेस प्रदेश सचिव और शिमला शहरी कांग्रेस अध्यक्ष जितेंद्र चौधरी ने कहा कि सरकार कोरोना का हवाला देकर सोशल डिस्टेंसिग तोड़ने के आरोप में कांग्रेस के प्रदर्शन में शामिल लोगों पर मामले दर्ज कर रही है. वहीं, बीजेपी महिला मोर्चा की डेढ़ सौ महिलाओं और बीजेपी नेताओं ने शिमला में हवन का आयोजन किया, जिसमें मुख्यमंत्री समेत कई मंत्री भी शामिल थे.
जितेंद्र चौधरी ने कहा कांग्रेस ने पर्यटकों को हिमाचल आने से रोकने के लिए सचिवालय के बाहर प्रदर्शन किया था. इस पर सरकार ने कांग्रेस के आधा दर्जन नेताओं पर मामले दर्ज कर दिए, जबकि बीजेपी महिला मोर्चा ने शिमला में हवन करवाया. इस हवन में दो सौ से अधिक लोग इकट्ठा हुए और सोशल डिस्टेंसिंग की धज्जियां उड़ाई गई. इसके बावजूद किसी पर कोई मामला दर्ज नहीं किया गया. जितेंद्र चौधरी ने कहा कि सरकार कोरोना को लेकर दोहरे मापदंड अपना रही है.
वहीं, कांग्रेस के प्रदेश सचिव इंदर जीत सिंह ने कहा कि सरकार ने प्रदेश में मंदिरों को बंद रखा है और बीजेपी खुलेआम हवन कर रही है. उन्होंने कहा कि मुख्यमंत्री के सामने ही सोशल डिस्टेंसिंग का कोई भी ध्यान नहीं रखा गया और बीजेपी नेताओं की भीड़ इकट्ठी की गई. सोशल डिस्टेंसिंग के नियम आम लोगों के साथ विपक्ष के लिए अलग और बीजेपी के लिए अलग हैं. उन्होंने कहा कि पुलिस ने कांग्रेस पर मामले दर्ज किए हैं. इसलिए बीजेपी नेताओं पर भी मामले दर्ज किए जाने चाहिए.
बता दें कि वीरवार को बीजेपी महिला मोर्चा ने लिफ्ट पार्किंग में कोरोना के खात्मे के लिए हवन का आयोजन किया था, जिसमें मुख्यमंत्री सहित करीब डेढ़ सौ लोग इकट्ठे हुए थे. इस दौरान सोशल डिस्टेंसिंग पर कोई भी ध्यान नहीं दिया गया.
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