शिमला: जयराम सरकार द्वारा बस किराये में 25 फीसदी की बढ़ोतरी के फैसले के खिलाफ कांग्रेस ने मोर्चा खोल दिया है. प्रदेश सरकार के इस फैसले के खिलाफ कांग्रेस ने प्रदेश भर में उग्र आंदोलन शुरू करने का ऐलान कर दिया है.
मंगलवार को कांग्रेस ने शिमला में इस फैसले के विरोध स्वरूप चक्का जाम किया और सरकार से बस किराये में की गई बढ़ोतरी को वापिस लेने की चेतावनी दी. पीसीसी चीफ कुलदीप राठौर की अगुवाई में कांग्रेस कार्यकर्ताओं ने कांग्रेस कार्यालय राजीव भवन से ओल्ड बस स्टैंड तक रैली निकाली.
इस दौरान बारिश के बीच कांग्रेस कार्यकर्ताओं ने नारेबाजी की ओर सड़क पर बैठ कर चक्का जाम किया, जिससे वाहनों की आवाजाही बंद हो गई. कुलदीप राठौर ने कहा कि कोरोना के चलते पहले ही लोग परेशान हैं, ऐसे में सरकार ने किराये में बढ़ोतरी कर जनता पर बोझ डालने का काम किया है.
पीसीसी चीफ ने कहा कि कांग्रेस सरकार के इन जनविरोधी फैसलों के खिलाफ सड़कों पर उतर कर इसका विरोध करेगी. कांग्रेस ने सरकार के इस जनविरोधी फैसले के खिलाफ मंगलवार को राजधानी शिमला से आगाज किया है. गुरुवार को कांग्रेस सभी जिला मुख्यालयों में प्रदर्शन करेगी.
राठौर ने कहा कि ढाई साल के कार्यकाल में बीजेपी सरकार ने 50 फीसदी किराया बढ़ाया है. अंतरराष्ट्रीय स्तर पर कच्चे तेल की कीमतें काफी कम हुई, लेकिन सरकार पेट्रोल डीजल की कीमतें कम करने के बजाय किराए में वृद्धि कर आर्थिक बोझ डालने का काम कर रही है.
बता दें कि सोमवार को कैबिनेट की बैठक में सरकार ने 25 फीसदी किराये में बढ़ोतरी को मंजूरी दी है, जिसके खिलाफ विपक्ष मुखर हो गया है और सरकार के इस फैसले का सड़कों पर उतर कांग्रेस विरोध प्रदर्शन कर रही है.
बस किराये में बढ़ोतरी को लेकर प्रदेश सरकार ढूलमूल रवैया अपना रही है. इससे पहले भी किराये में बढ़ोतरी की बात कही गई थी, लेकिन ऐसा नहीं किया गया. खुद परिवहन मंत्री ने ये माना था कि अभी बस किराये में वृद्धि नहीं की जाएगी, लेकिन अचानक से सोमवार को हुई कैबिनेट बैठक में किराये में बढ़ोतरी को लेकर फैसला ले लिया गया.
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