शिमला: कोविड-19 की संभावित तीसरी लहर से निपटने के लिए कार्य योजना बनाने के लिए राज्य सरकार ने निदेशक स्वास्थ्य शिक्षा की अध्यक्षता में समिति का गठन किया है. यह जानकारी एनएचएम के एमडी निपुण जिंदल ने दी.
स्वास्थ्य विभाग ने समिति का किया गठन
एमडी निपुण जिंदल ने कहा कि यह समिति डेटा विश्लेषण, अन्य राज्यों और केन्द्र शासित प्रदेशों के अनुभवों और कोविड-19 की अगली लहर से निपटने के लिए योजना तैयार करने और इस वायरस के बदलते स्वरूप को देखते हुए परामर्श देगी. उन्होंने कहा कि यह समिति वर्तमान स्थिति का आकलन करने के बाद कोविड-19 की तीसरी लहर के लिए कार्य योजना शीघ्र प्रस्तुत करेगी.
समिति ऑक्सीजन की आपूर्ति का लगाएगी अनुमान
निपुण जिंदल ने कहा कि यह समिति राज्य में अस्पताल अधोसरंचना को सुदृढ़ करने, ऑक्सीजन और दवाओं की आपूर्ति जैसी स्वास्थ्य आवश्यकताओं के बारे में अनुमान प्रस्तुत करेगी. यह समिति बच्चों की विशेष आवश्यकताओं को ध्यान में रखते हुए आइसोलेशन बिस्तरों, ऑक्सीजनयुक्त बिस्तरों, आईसीयू बिस्तरों और वेंटिलेटर की संख्या में वृद्धि सुनिश्चित करने के लिए भी कार्य योजना प्रस्तुत करेगी ताकि कोविड-19 महामारी से प्रभावी तरीके से निपटा जा सके.
तीसरी लहर का प्रभाव कम करने की तैयारी
निपुण जिंदल ने कहा कि विभाग तीसरी लहर के प्रबंधन और इसके प्रभाव को कम करने के लिए रणनीति तैयार करने पर कार्य कर रहा है. उन्होंने कहा कि यह निर्णय लिया गया है कि सुविधाएं अग्रिम रूप में चिन्हित की जाएगी ताकि विभिन्न स्तरों पर मामलों के बढ़ने की स्थिति में यह फैसला लिया जा सके कि किस क्षेत्र में किस अस्पताल को सक्रिय किया जाना है. उन्होंने कहा कि समिति तीसरी लहर के दौरान आपातकालीन सेवाओं, विशेषकर ऑक्सीजन और महत्वपूर्ण दवाएं जैसे टाॅकलिजुमैब, रेमडेसिविर आदि की आपूर्ति प्रबंधन के लिए परामर्श देगी.
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