शिमला: प्रदेश में कॉलेजों के छात्रों को जुलाई महीने में होने वाली अपनी परीक्षाएं देनी होगी. विश्वविद्यालय की ओर से परीक्षाओं को लेकर तैयारी पूरी कर ली गई है. जुलाई महीने में विश्वविद्यालय की ओर से परीक्षा के लिए बनाए गए परीक्षा केंद्रों में छात्रों को अंतिम सेमेस्टर की अपनी परीक्षाएं देनी होंगी.
प्रदेश में छात्रों को बिना परीक्षा दिए अगली कक्षाओं में प्रमोट नहीं किया जाएगा. छात्रों को बिना परीक्षाओं के प्रमोट करने पर सरकार ने असहमति जताई है. एचपीयू की ओर से भी परीक्षाओं को लेकर डेटशीट जारी कर दी जाएगी. कोविड-19 के संकट के बीच में अन्य राज्यों ने कॉलेजों के छात्रों की परीक्षाएं बिना करवाए ही उन्हें प्रमोट करने का फैसला ले लिया है, लेकिन हिमाचल में यह नहीं किया जाएगा.
शिक्षा मंत्री सुरेश भारद्वाज ने कहा कि प्रदेश में कॉलेजों के छात्रों की अंतिम सेमेस्टर की परीक्षाएं करवाने का फैसला लिया गया है और अन्य राज्यों की तर्ज पर ही हिमाचल छात्रों को बिना परीक्षाओं के प्रमोट नहीं करेगा. यहां छात्रों की परीक्षाएं ली जाएंगी और उसके बाद उनका परिणाम भी घोषित किया जाएगा, जिसके बाद छात्रों को परीक्षा पास करने पर ही प्रमोट किया जाएगा.
परीक्षाओं को करवाने के लिए एचपीयू ने अपनी तरफ से तैयारी पूरी कर दी है, लेकिन एमएचआरडी के निर्देशों को देखते हुए असमंजस की स्थिति इन परीक्षाओं को लेकर बनी हुई थी. वहीं, पंजाब, दिल्ली सहित अन्य राज्यों ने कॉलेज के छात्रों को परीक्षा में करवाए बिना ही, उन्हें प्रमोट करने का फैसला लिया था.
शिक्षा मंत्री ने इस पर स्थिति स्पष्ट कर दी है. उन्होंने स्पष्ट रूप से कहा है कि प्रदेश में कॉलेज के छात्रों की अंतिम सेमेस्टर की परीक्षाएं करवाई जाएंगी. ऐसे में कोविड-19 के संकट के बीच में हिमाचल पहला राज्य होगा, जहां कॉलेज के छात्रों की परीक्षाएं करवाई जाएंगी.
प्रदेश में सोशल डिस्टेंसिंग करते हुए विश्वविद्यालय की ओर से 40 हजार के करीब छात्रों की परीक्षाएं अलग-अलग परीक्षा केंद्र में करवाई जाएंगी. अभी 42 कॉलेजों में परीक्षाओं के लिए परीक्षा केंद्र बनाए गए हैं. वही, आवश्यकता के अनुसार प्रदेश के स्कूलों में भी परीक्षा केंद्र छात्रों की परीक्षाओं के लिए बनाए जा सकते हैं.