शिमला: हिमाचल प्रदेश में करीब 4 महीने के अंतराल के बाद कोचिंग संस्थान खुले गए हैं. बीते दिनों हिमाचल प्रदेश मंत्रिमंडल की बैठक में कोचिंग संस्थान खोलने की अनुमति दी गई. कोचिंग संस्थान आने के लिए विद्यार्थियों का वैक्सीनेशन (Veccination) जरूरी है. वहीं, अब तक वैक्सीनेशन न करवा पाने वाले विद्यार्थियों को आरटीपीसीआर निगेटिव रिपोर्ट (RTPCR negative report) लाना अनिवार्य किया गया है.
प्रदेश की राजधानी शिमला में कोचिंग संस्थान (Coaching Institute) खुलने से विद्यार्थियों को बड़ी राहत मिली है. विद्यार्थियों का कहना है कि इससे पहले घर पर ही पढ़ाई करनी पड़ रही थी. इस वजह से परेशानी का सामना भी करना पड़ रहा था. अब जब कोरोना संक्रमण के मामले कम हो रहे हैं, तो प्रदेश सरकार की ओर से विद्यार्थियों को राहत देने के लिए बेहतरीन फैसला लिया गया है. उन्होंने प्रदेश सरकार के फैसले का स्वागत किया.
विद्यार्थियों का कहना है कि अब कोचिंग से उनकी शंकाएं दूर होंगी और वह बेहतर ढंग से परीक्षाओं की तैयारी कर सकेंगे. वहीं, इस बारे में संस्थान की संचालक नीना गुप्ता का कहना है कि सेंटर में विद्यार्थियों के बीच सोशल डिस्टेंसिंग का विशेष तौर पर ध्यान रखा जा रहा है. बिना मास्क किसी को भी एंट्री नहीं दी जा रही है. इसके अलावा सेनिटाइजेशन की भी व्यवस्था की गई है. उन्होंने प्रदेश सरकार से मांग की है कि कोचिंग संस्थानों को कुछ और रियायतें भी दी जाए, ताकि वह संस्थान का संचालन आसानी से कर सकें.
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