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Meghdoot App: किसानों की मददगार बनेगी मेघदूत ऐप! नए फीचर्स के साथ होगी अपग्रेड, ब्लॉक स्तर पर मिलेगी मौसम की सटीक जानकारी

हिमाचल प्रदेश किसानों और बागवानों की मदद के लिए मेघदूत ऐप को प्रदेश सरकार द्वारा अपग्रेड किया जाएगा. मेघदूत ऐप में मौसम के पूर्वानुमान के साथ कृषि-बागवानी संबंधी सटीक सलाह भी उपलब्ध करवाई जाएगी. मुख्यमंत्री सुखविंदर सिंह सुक्खू ने कहा कि ये फैसला क्लाइमेट चेंज के कारण लिया गया है. (Meghdoot App) (CM Sukhvinder Singh Sukhu on Meghdoot App)

CM Sukhvinder Singh Sukhu on Meghdoot App
मुख्यमंत्री सुखविंदर सिंह सुक्खू
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By ETV Bharat Himachal Pradesh Team

Published : Sep 3, 2023, 7:13 AM IST

शिमला: हिमाचल प्रदेश के किसानों को खेती और मौसम के बारे में सही सलाह और सटीक जानकारी समय पर मिल सके, इसके लिए प्रदेश में मेघदूत ऐप बनाई गई है. हिमाचल सरकार द्वारा मेघदूत ऐप को अपग्रेड किया जाएगा, ताकि किसानों को मौसम और कृषि संबंधी सही सलाह मिल पाए.

किसानों की मददगार मेघदूत ऐप: मुख्यमंत्री सुखविंदर सिंह सुक्खू ने इस सिंदर्भ में कहा कि किसानों को मौसम पूर्वानुमान और खेतीबाड़ी के बारे में दिए जाने वाले परामर्श को और अधिक सटीक बनाने के लिए मेघदूत एप्लीकेशन को अपग्रेड करने का फैसला लिया गया है. यह महत्त्वपूर्ण फैसला तेजी से हो रहे जलवायु परिवर्तन के कारण लिया गया है, क्योंकि कृषि और बागवानी के लिए क्लाइमेट चेंज खतरा बन कर उभर रहा है.

हिमाचल में बारिश का कहर: मुख्यमंत्री सुखविंदर सिंह सुक्खू ने कहा कि इस साल प्रदेश में भारी बारिश हुई है. जिसके कारण हिमाचल में जान-माल को भारी क्षति पहुंची है. इसके अलावा कृषि और बागवानी पर भी इसका विपरीत प्रभाव पड़ा है. जहां बारिश, बाढ़ और लैंडस्लाइड के कारण प्रदेश भर में जगह-जगह खेत और बगीचे बह गए, वहीं, कृषि और बागवानी क्षेत्र को भारी बारिश के चलते करोड़ों रुपयों का नुकसान हुआ है. ऐसे में यह बेहद जरूरी है कि किसानों को समय पर सही जानकारी मिले.

इन कारकों पर काम करेगी ऐप: मुख्यमंत्री सुखविंदर सिंह सुक्खू ने कहा कि मेघदूत ऐप्लिकेशन में किसानों बागवानों को मौसम की सही जानकारी और पांच दिनों का मौसम पूर्वानुमान मिलेगा. इसमें ब्लॉक लेवल तक बारिश, तापमान, आर्द्रता, हवा की गति और डायरेक्शन संबंधी जानकारियां शामिल हैं. ये सभी कारक, कृषि क्षेत्र में बुआई, कटाई आदि से जुड़ी जरूरी जानकारियां प्रदान करने में महत्वपूर्ण भूमिका निभाते हैं. सीएम ने प्रदेश में पर्यावरण, विज्ञान प्रौद्योगिकी और जलवायु परिवर्तन विभाग को ज्यादा से ज्यादा किसानों को मेघदूत ऐप से जोड़ने के निर्देश दिए हैं. इसके अलावा ऐप द्वारा दी जा रही सेवाओं और जानकारियों में सुधार लाने की रूपरेखा भी तैयार की गई है.

ऐप में मौसम की सटीक जानकारी: मुख्यमंत्री सुखविंदर सिंह सुक्खू ने कहा कि मेघदूत ऐप में किए जाने वाले मुख्य सुधारों में किसानों को प्रतिकूल मौसम के बारे में सावधान करना और ऐसी किसी भी आपातकालीन स्थिति से निपटने के लिए प्रारंभिक चेतावनी प्रणाली को मजबूत करना शामिल है. इसके अलावा मेघदूत एप्लिकेशन में फसलों की बुआई और कटाई आदि प्रक्रियाओं की विशेषज्ञों द्वारा सटीक जानकारी प्रदान की जाएगी. सीएम ने कहा कि इस ऐप के इस्तेमाल से किसान आसान चुनौतियों के प्रति उचित कदम उठाने में सशक्त होंगे.

ऐप को आसान बनाएगी सरकार: वहीं, हिमाचल प्रदेश सरकार प्रधानमंत्री किसान सम्मान निधि योजना से लाभ प्राप्त कर रहे किसानों को मेघदूत ऐप्लिकेशन के साथ जोड़ रही है. सीएम ने कहा कि हाल ही की आपदाओं ने प्रदेश सरकार को कृषि क्षेत्र में चल रही मौजूदा नीतियों के पुनर्मूल्यांकन एवं पुनर्गठन के प्रति प्रेरित किया है. इसके अलावा प्रदेश सरकार भविष्य की चुनौतियों से बेहतर ढंग से निपटने के लिए निर्माण गतिविधि नियमों में संभावित संशोधन पर भी गंभीरता से विचार कर रही है. मुख्यमंत्री ने कहा कि किसानों-बागवानों के लिए जलवायु संबंधी समस्याओं को दूर करने का प्रयास किया जा रहा है. जिससे उनकी आजीविका में बढ़ावा हो सके. प्रदेश की करीब 90 प्रतिशत आबादी कृषि संबंधी गतिविधियों से जुड़ी हुई है और मेघदूत ऐप को अपग्रेड कर इसके इस्तेमाल को आसान बनाना किसानों के लिए वरदान साबित होगा.

ये भी पढ़ें: Himachal Monsoon: मानसून सीजन में हिमाचल को अब तक ₹8663 करोड़ का नुकसान, 397 लोगों की गई जान

शिमला: हिमाचल प्रदेश के किसानों को खेती और मौसम के बारे में सही सलाह और सटीक जानकारी समय पर मिल सके, इसके लिए प्रदेश में मेघदूत ऐप बनाई गई है. हिमाचल सरकार द्वारा मेघदूत ऐप को अपग्रेड किया जाएगा, ताकि किसानों को मौसम और कृषि संबंधी सही सलाह मिल पाए.

किसानों की मददगार मेघदूत ऐप: मुख्यमंत्री सुखविंदर सिंह सुक्खू ने इस सिंदर्भ में कहा कि किसानों को मौसम पूर्वानुमान और खेतीबाड़ी के बारे में दिए जाने वाले परामर्श को और अधिक सटीक बनाने के लिए मेघदूत एप्लीकेशन को अपग्रेड करने का फैसला लिया गया है. यह महत्त्वपूर्ण फैसला तेजी से हो रहे जलवायु परिवर्तन के कारण लिया गया है, क्योंकि कृषि और बागवानी के लिए क्लाइमेट चेंज खतरा बन कर उभर रहा है.

हिमाचल में बारिश का कहर: मुख्यमंत्री सुखविंदर सिंह सुक्खू ने कहा कि इस साल प्रदेश में भारी बारिश हुई है. जिसके कारण हिमाचल में जान-माल को भारी क्षति पहुंची है. इसके अलावा कृषि और बागवानी पर भी इसका विपरीत प्रभाव पड़ा है. जहां बारिश, बाढ़ और लैंडस्लाइड के कारण प्रदेश भर में जगह-जगह खेत और बगीचे बह गए, वहीं, कृषि और बागवानी क्षेत्र को भारी बारिश के चलते करोड़ों रुपयों का नुकसान हुआ है. ऐसे में यह बेहद जरूरी है कि किसानों को समय पर सही जानकारी मिले.

इन कारकों पर काम करेगी ऐप: मुख्यमंत्री सुखविंदर सिंह सुक्खू ने कहा कि मेघदूत ऐप्लिकेशन में किसानों बागवानों को मौसम की सही जानकारी और पांच दिनों का मौसम पूर्वानुमान मिलेगा. इसमें ब्लॉक लेवल तक बारिश, तापमान, आर्द्रता, हवा की गति और डायरेक्शन संबंधी जानकारियां शामिल हैं. ये सभी कारक, कृषि क्षेत्र में बुआई, कटाई आदि से जुड़ी जरूरी जानकारियां प्रदान करने में महत्वपूर्ण भूमिका निभाते हैं. सीएम ने प्रदेश में पर्यावरण, विज्ञान प्रौद्योगिकी और जलवायु परिवर्तन विभाग को ज्यादा से ज्यादा किसानों को मेघदूत ऐप से जोड़ने के निर्देश दिए हैं. इसके अलावा ऐप द्वारा दी जा रही सेवाओं और जानकारियों में सुधार लाने की रूपरेखा भी तैयार की गई है.

ऐप में मौसम की सटीक जानकारी: मुख्यमंत्री सुखविंदर सिंह सुक्खू ने कहा कि मेघदूत ऐप में किए जाने वाले मुख्य सुधारों में किसानों को प्रतिकूल मौसम के बारे में सावधान करना और ऐसी किसी भी आपातकालीन स्थिति से निपटने के लिए प्रारंभिक चेतावनी प्रणाली को मजबूत करना शामिल है. इसके अलावा मेघदूत एप्लिकेशन में फसलों की बुआई और कटाई आदि प्रक्रियाओं की विशेषज्ञों द्वारा सटीक जानकारी प्रदान की जाएगी. सीएम ने कहा कि इस ऐप के इस्तेमाल से किसान आसान चुनौतियों के प्रति उचित कदम उठाने में सशक्त होंगे.

ऐप को आसान बनाएगी सरकार: वहीं, हिमाचल प्रदेश सरकार प्रधानमंत्री किसान सम्मान निधि योजना से लाभ प्राप्त कर रहे किसानों को मेघदूत ऐप्लिकेशन के साथ जोड़ रही है. सीएम ने कहा कि हाल ही की आपदाओं ने प्रदेश सरकार को कृषि क्षेत्र में चल रही मौजूदा नीतियों के पुनर्मूल्यांकन एवं पुनर्गठन के प्रति प्रेरित किया है. इसके अलावा प्रदेश सरकार भविष्य की चुनौतियों से बेहतर ढंग से निपटने के लिए निर्माण गतिविधि नियमों में संभावित संशोधन पर भी गंभीरता से विचार कर रही है. मुख्यमंत्री ने कहा कि किसानों-बागवानों के लिए जलवायु संबंधी समस्याओं को दूर करने का प्रयास किया जा रहा है. जिससे उनकी आजीविका में बढ़ावा हो सके. प्रदेश की करीब 90 प्रतिशत आबादी कृषि संबंधी गतिविधियों से जुड़ी हुई है और मेघदूत ऐप को अपग्रेड कर इसके इस्तेमाल को आसान बनाना किसानों के लिए वरदान साबित होगा.

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