शिमला: 26 नवंबर को संविधान दिवस के रूप में मनाया जाता है. इस मौके पर सीएम सुक्खविंदर सिंह सुक्खू ने शिमला के चौड़ा मैदान में भारत रत्न डॉ. भीमराव आंबेडकर की प्रतिमा पर पुष्पाजंलि अर्पित की. साथ ही इस मौके पर उन्होंने अगले वर्ष से संविधान दिवस के अवसर पर राजकीय समारोह कार्यक्रम के रूप में आयोजित करने की घोषणा की. वहीं, उन्होंने हिमाचल में शिक्षा स्तर में आई गिरावट को लेकर चिंता जाहिर की.
संविधान दिवस पर कांग्रेस अनुसूचित जाति विभाग और डॉ. भीमराव आंबेडकर वेल्फेयर सोसायटी द्वारा आयोजित कार्यक्रम को सीएम सुक्खू ने संबोधित किया. उन्होंने कहा जाएगा. डॉ. भीमराव आंबेडकर समाज सुधारक और प्रख्यात विद्वान थे. उनके आदर्श सभी के लिए प्रेरणा स्रोत हैं. शिक्षा और समाज की प्रगति के लिए वे सदैव प्रयत्नशील रहे. अगली बार से संविधान दिवस पर यह कार्यक्रम राजकीय समारोह के रूप में आयोजित किया
वहीं, हिमाचल प्रदेश की शिक्षा स्तर की रैंकिंग में आई भारी गिरावट को लेकर मुख्यमंत्री सुखविंदर सिंह सूक्खु ने चिंता व्यक्त की. सीएम सुक्खू ने कहा हिमाचल में शिक्षा के स्तर में गिरावट आई है. हिमाचल शिक्षा रैकिंग में खिसक कर 18 से 20वें स्थान तक पहुंच गया है. पांचवी कक्षा के बच्चे दूसरी कक्षा का सिलेबस नहीं पढ़ पा रहे हैं. यह बहुत चिंता जनक है. ऐसे में सरकार अगले एकेडमिक सेशन से शिक्षा के स्तर में व्यापक सुधार लाने के लिए काम करने वाली है.
उन्होंने ने कहा प्रदेश सरकार ने सातवीं गारंटी हिमाचल में चार अंग्रेजी माध्यम के स्कूल खोलने की थी. जिसमें बदलाव करते हुए प्रदेश सरकार अब प्रत्येक स्कूल में पहली कक्षा से अंग्रेजी माध्यम की पढ़ाई अगले अकादमिक वर्ष से शुरु करने जा रही है.उन्होंने शिक्षा के स्तर को सुधारने के लिए व्यापक बदलाव करने की बात कही है.
उन्होंने कहा प्रदेश के कई स्कूलों में शिक्षक नहीं है. शिक्षकों की कमी को दूर करने के लिए अब गेस्ट फैकल्टी के आधार पर शिक्षक रखे जाएंगे. इसको लेकर जल्द ही गेस्ट फैकल्टी लेक्चर नीति लाई जाएगी, जिसमें पीरियड के आधार पर उन्हें वेतन दिया जाएगा. ताकि स्कूलों में शिक्षकों की कमी को दूर किया जा सके. इस दौरान सीएम सुक्खू ने पूर्व सरकार को निशाने पर लेते हुऐ कहा कि हिमाचल की स्कूल में शिक्षा की गुणवत्ता सुधारने की जरुरत है, लेकिन पूर्व की भाजपा सरकार ने तो 900 संस्थान खोल दिए थे, जिनमें अध्यापकों की नियुक्ति करने के लिए प्रदेश सरकार के पास साधन नहीं है.
वहीं, विधायकों को नगर निगम चुनाव में मताधिकार देने को लेकर मुख्यमंत्री सुखविंदर सिंह सुक्खू ने अपनी प्रतिक्रिया दी. उन्होंने कहा नगर निगम में विधायकों के मताधिकार का प्रावधान कानून में पहले से ही मौजुद है. उन्होंने कहा कि यह विधायकों पर निर्भर करता है कि वह अपने मताधिकार का इस्तेमाल करें या ना करें, लेकिनउनके पास यह अधिकार पहले से ही दिया गया है.
वहीं, इस दौरान स्वास्थ्य मंत्री डॉ. कर्नल धनी राम शांडिल ने कहा डॉ. भीमराव आंबेडकर सभी के लिए प्रेरणा स्रोत हैं. संवैधानिक मूल्यों के प्रति नागरिकों में सम्मान की भावना को बढ़ावा देने के लिए संविधान दिवस आयोजित किया जाता है. हमारे संविधान ने नागरिकों को गरिमा और एकता का संदेश दिया है.
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