शिमला: हिमाचल में सीमेंट विवाद का हल निकलता दिखाई नहीं दे रहा है. मुख्यमंत्री सुखविंदर सिंह सुक्खू ने आज ट्रक ऑपरेटर यूनियन के पदाकारियों के साथ दो दौर में बैठक की. एक बैठक विधायकों के साथ हुई तो बैठक से पहले मुख्यमंत्री के साथ हुई. वहीं, दूसरी बैठक देर शाम को हुई. इस दौरान ट्रक ऑपरेटरों ने मुख्यमंत्री के सामने आपनी बात रखी. मुख्यमंत्री ने ट्रक आपरेटरों से ट्रक भाड़े की अंतिम दरें राज्य सरकार को देने का आग्रह किया, ताकि इन रेट को लेकर अदानी ग्रुप के साथ चर्चा की जा सके.
ट्रक ऑपरेटरों का शोषण नहीं होगा सहन- मुख्यमंत्री ने साफ कहा कि सरकार नहीं चाहती कि ट्रांसपोर्टरों का दम घोटकर किराया तय किया जाए. सरकार चाहती है कि ट्रांसपोर्टरों के साथ बैठक करके किराया निर्धारित किया जाए. उन्होंने कहा कि वह सम्मानपूर्वक किराया तय करना चाहते हैं, ताकि दोनों पक्षों का फायदा हो. उन्होंने कहा कि राज्य सरकार ट्रक ऑपरेटरों के साथ है और उनका शोषण बिल्कुल भी सहन नहीं किया जाएगा. मुख्यमंत्री ने कहा कि राज्य के हजारों लोगों की आजीविका सीमेंट फैक्ट्रियों और अन्य गतिविधियों से जुड़ी हुई है.
सीएम का दावा जल्द निकाला जाएगा सामाधान- इसलिए प्रदेश सरकार इस मामले का समाधान सौहार्दपूर्ण तरीके से निकालना चाह रही है. उन्होंने दावा किया कि जल्द ही हिमाचल में सीमेंट फैक्ट्री विवाद का समाधान निकाल दिया जाएगा. इन बैठक में उद्योग मंत्री हर्षवर्धन चौहान, मुख्य संसदीय सचिव संजय अवस्थी, विधायक राजेश धर्माणी, मुख्यमंत्री के प्रधान सचिव भरत खेड़ा, सचिव परिवहन आर.डी. नजीम, निदेशक उद्योग राकेश प्रजापति, निदेशक परिवहन अनुपम कश्यप और अन्य वरिष्ठ अधिकारी इस अवसर पर उपस्थित रहे.
ये भी पढ़ें: विधायकों की CM सुक्खू के साथ बैठक, अपने क्षेत्र के लिए बुनियादी सुविधाओं की उठाई मांग